प्रकाश कमती, मुम्बई। मई २८, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!

काल्हि शुक्र दिन मई २७ तारीख अहलभोरे मिथिला राज्य आन्दोलनक महासेनानी डा० बैद्यनाथ चौधरी “बैजू” केर चिकित्सक पुत्री डा० पुतुल केर निधन टाटा मेमोरियल अस्पताल मे भS गेलनि। पैछला ४ वर्ष सँ ओ कैन्सर सनक खतरनाक रोग सँ संघर्ष कय रहल छलीह। हुनकर इलाज लेल स्वयं पिता बैजू मुम्बई मे तत्पर रहैत हर तरहक देखभाल करैत आबि रहल छलाह। परन्तु अन्ततोगत्वा ई भयावह रोग हुनक और्दा केँ सीमित करैत काल्हि एहि धाम सँ परधाम लेल विदाह कय देलक।
पंचतत्व में विलीन भेलीह ‘पुतुल’
डा. इणु कुमारी आ घर मे सब कियो स्नेह सँ पुतुल नाम रखने छलथि, बैजू बाबुक तेसर सुपुत्री आ पढबा-लिखबा मे ओतबे मेधाबी, डाक्टरी पढाई करबा मे सक्षम भेलीह। मात्र २८ वर्षक आयू मे रहितो अपन योग्यता आ दक्षता सँ ओ ‘एम्स’ एहन प्रख्यात हॉस्पिटल में ऍम.डी. ट्रेनर छलीह आ यैह ठाम हिनका कैंसर पीड़ित रोगीक संपर्क में रहलाह सँ इफेक्शन भए गेल छलन्हि। पुतुल पैछला चारि बरखसँ मुम्बई केर ‘टाटा मेमोरियल’ अस्पताल में कैंसर एहन गंभीर आ लाईलाज रोगसँ जीवन लेल लड़ि रहल छलीह आ अंततोगत्वा काल्हि ओ अहि रोगक प्रकोपसँ हारि मानैत परलोक लेल विदा भऽ गेलीह।
आय मुम्बई सँ डॉ पुतुल केर अंतिम विदाई यात्रा में मिथिला-मैथिलीक अभियानी में श्री एस. सी. मिश्राजी, श्री मुनिन्दर झाजी, श्री कन्हैया चौधरी जी, वसई-विरार नगरसेवक श्री रविन्द्र झाजी, दमुमि राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पंकज झा जी, दमुमि महाराष्ट्र संरक्षक श्री कुणाल ठाकुरजी, श्री अलिन्द्र झा जी संगहि ‘बैजू’ बाबूक गामसँ बहुत रास लोक अहि दुःखक घरि में शामिल भेलाह। अहि घटना सँ पूरा महाराष्ट्र मैथिल समाज संगहि संपूर्ण मैथिल अभियानीक बीच शोकक लहैर पसैर गेल अछि, सम्पूर्ण मैथिल समाज हत्तोसाहित छथि। पुतुल केर पार्थिव शरीर केँ आय महाराष्ट्र केर मुम्बई सँ बाहर संध्या पाँच बजेक आसपास नाशिक केर गोदावरी तट पर अमरधाम में मुखाग्नि देल गेल। उपस्थित जनमानस में ई क्षण एकटा दुःखक पहाड़ बनि सोझा ठार छल, मुदा भगवानक लीलाक सोझाँ सब डबडबायल आँखिक नोरसँ टुकुर-टुकुर निहारैत रहि गेलाह।
मैथिली जिंदाबाद सेहो डॉ. बैजू जीक अहि दुःखक घरि में संग छन्हि संगहि दिव्यात्मा ‘पुतुल’ जीक प्रति अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करैत अछि।