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गरीब केर बेटीक विवाह धन केर अभाव मे अभिशाप बुझना जैत

विवाह एक परंपरा आ संस्कृति छी, दिखावा उचित नै

कर्ज भरल भव्य विवाह सौं बेसी नीक सादगी सौं संपन्न विवाह

मान इन्टरनेशनल अवार्ड लेल नोमिनेशन कार्य शुरू

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एक केर शक्ति

एक सुमधुर गीत एक पल के जगा सकैत अछिएक फूल सपना के जगा सकैत अछिएक गाछ एक जंगल शुरू कs सकैत अछिएक पक्षी वसंत के घोषणा कs सकैत अछि Iएक…

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कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायण – उत्तरकाण्ड – आठम अध्याय

स्वाध्याय - प्रवीण नारायण चौधरी कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायणक स्वाध्यायक आइ आखिरी अध्यायक पाठ थिक । हमरा बुझने पहिल बेरुक पाठ मे आधा सँ बेसी बात आ वर्णन बुझय मे…

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देख देख मोरा कोहुना देख – अटेन्सन-सीकर कविजी

प्रहसन - प्रवीण नारायण चौधरी कविजीक कविताक लिंक आइ-काल्हि अधिकतर कविजी अपन कविताक लिंक सब शेयर करैत रहैत छथि । अटेन्सन-सीकर जेकाँ लोकक ध्यानाकर्षण लेल टैग सेहो कय दैत छथिन…

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कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायण – उत्तरकाण्ड – सातम अध्याय

स्वाध्याय - प्रवीण नारायण चौधरी कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायण उत्तरकाण्ड - सातम अध्याय ।चौपाइ। अथ एक समय युधाजित नाम । आबि अयो|ध्या भरतक माम ॥ रघुनन्दन - आज्ञा काँ पाय…

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कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायण – उत्तरकाण्ड – छठम अध्याय

स्वाध्याय - प्रवीण नारायण चौधरी कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायण उत्तरकाण्ड - छठम अध्याय ।जयकरी छन्द। काज न करब एक अगुताय । ई देल मुनि वाल्मीकि शिखाय ॥ रामचन्द्र बड़ गोट…

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शाश्वत मिथिला भवनः लोकार्पण ९ मार्च २०२५ केँ

अहमदाबाद, १२ जनवरी २०२४ । मैथिली जिन्दाबाद!! वार्षिक महोत्सव मे भवन उद्घाटन संग विद्यापतिक मूर्त्ति अनावरण आ स्मारिका विमोचनक कार्यक्रम करबाक योजना महोत्सव मे साहित्यिक विमर्श, कवि सम्मेलन, कतेक जिबैए…

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मिथिलापुत्र बी. के. कर्णा – मिथिला टु ग्लोब, ग्लोब टु मिथिला (साक्षात्कार)

साक्षात्कार विशिष्ट व्यक्तित्व परिचय आ साक्षात्कार - मैथिली जिन्दाबाद सम्पादक प्रवीण नारायण चौधरी संग बी. के. कर्णा जीक साक्षात्कार  दक्षिण भारतक एक तीव्र विकासशील राज्य तेलंगानाक राजधानी 'हैदराबाद' मे अपन…

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कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायण – उत्तरकाण्ड – पाँचम अध्याय

स्वाध्याय - प्रवीण नारायण चौधरी कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायण उत्तरकाण्ड - पाँचम अध्याय ।सोरठा। नहि अछि ककरो काज, राजकाज मन्त्री करथु । अहँ रहु हमर समाज, लक्ष्मणकाँ रघुनाथ कह ॥…

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