मनिष कर्ण, जनकपुर। मई २२, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!
जनकपुर (भुतनाथ) मे नवतुरिया सर्जक सभक भेल साहित्यिक बैसार: साँझक चौपड़ि पर
कार्यक्रममे नवतुरिया सर्जक व साहित्यकार बिन्देश्वर ठाकुर, एस.के.मैथिल, दिनेश यादव, शत्रुघ्न मुखिया, मनीष कर्ण आ अर्जुन झा सहित बहुतो अन्य नवतुरिया सर्जक एवं श्रोता सभक उपस्थिति छ्ल।
कार्यक्रममे लेखक व कवि बिन्देश्वर ठाकुरजी द्वारा एक नवपोथी प्रेमक टाइमलाइन नामक लप्रेक (लघु प्रेम कथा) पर परिचर्चा सेहो कएल गेल छल । ठाकुर प्रेमक टाइमलाइन मे रहल किछु लप्रेक वाचन कय कार्यक्रम केर शुरुआत केने रहथि जे सुनलाक बाद ओतुका दर्शकदीर्घा में एकटा नव उत्साहक लहैर दौड़ि गेल आ देखैत-देखैत लोकक भीड अचानक बढय लागल।
“अहाँ मानु या नै मानू गज्जब भऽ गेलै.. देखिते सुरत अहाँके गजल भ’ गेलै” गजलक ई पाँति सुनैत समुच्चा सहभागी सभ ताली केर गडगडाहट सं वातावरण केँ रोमाञ्चित बना देलखिन। तहिना शत्रुघन मुखिया जे प्रवास मे रहि कामकाज करितो मैथिली मे निरन्तर लेख-रचना सब लिखैत रहैत छथि, हुनका द्वारा सेहो नीक सृजनात्मक रचना सब राखल गेल छल। हुनकर वाचन शैली सबगोटे केँ झुमा देने छ्ल। एस. के. मैथिल जी सेहो अपन रचना आ वाचनशैली सँ सबहक मोन केँ छूबा मे सफला भेलाह। एकटा फराक प्रसंगमे ओ कहलैन जे जनकपुर मे नवतुरिया सभ केँ आगाँ नहि आबय देबय मे अग्रज सर्जक आर साहित्य मे ख्यातिप्राप्त लोकनिक विभेदकारी मानसिकता मूल कारकतत्व थीक। ओ कहलैन – “जे अपना केँ नामी साहित्यिक हस्तीक रुपमे चिन्हबैत छथि आर ओ ई चाहैत छथि जे नवतुरिया सब सेहो आगू बढैथि तऽ हुनका सब केँ अपन व्यवहार मे उदारता प्रस्तुत करय पड़तनि।”
दिनेश यादव द्वारा एक अलग अन्दाज मे वाचन शैली आ रचना ओतबाके धरगर छल जे सुनयबला केँ आकर्षित करैय लेल काफी छ्ल। हालहि संपन्न अन्तर्राष्ट्रीय मैथिल सामाजिक अभियन्ता सम्मेलन -२०१६ मे भेल कवि गोष्ठी सँ प्रेरित भs मनीष कर्ण सेहो अपन रचना “जागु हे! मैथिल सन्तान” सँ खूब प्रशंसा बटोरलन्हि, संगहि ओ मैथिली जिन्दाबादक लेल सेहो निरन्तर अपन लेख पठा रहल छथि ताहि लेल हुनका सब कियो शाबासी देलक। नवतुरिया सब मे एगारहम कक्षा मे अध्यनरत अर्जुन झा जीक सेहो गीत, कविता सब केँ खूब प्रभावित केलक।
सर्जक बिन्देश्वर ठाकुर केर एहि बेरुक स्वदेश यात्राक बास केर अन्तिम शनिवार रहितो अपन रुचि सदिखन मैथिली-मिथिला मे स्थापित रहबाक कारण एहि कार्यक्रमक आयोजन सँ खूब प्रेरित होयबाक बात कहैत अपन प्रयास सँ प्रवासक देश कतार मे रहि साँझक चौपारि पर केर आयोजनक चर्चा करैत जनकपुर मे नवतुरिया सब केँ अहिना सक्रिय रहैत साहित्य सृजना करैत रहबाक संदेश दैत सभाक समापन कैल गेल।