साक्षात्कारः परिचय विशिष्ट कलाकार ओ अभियानी अनुप सत्यनारायण झा केर
भारत मे २०१४ ई. मे राष्ट्रवादी सरकारक गठनक संगहि ई निर्णीत भऽ गेल छल जे मैथिली भाषा मे डीडी बिहार तथा अल इंडिया रेडियो पर कार्यक्रम सब बढत। तहिना भेबो कैल। स्मृति मे अनैत छी तत्कालीन मिथिला राज्य निर्माण सेनाक सेनाली लोकनिक सूचना तथा प्रसारण मंत्री – प्रकाश जावड़ेकर जी संग भेंटघांट तथा ज्ञापन पत्र सौंपबाक बात, तेकरा संगहि सूचना तथा प्रसारण मंत्रालय द्वारा देल गेल निर्देशन जे बिहार केर स्थानीय भाषा मे बेसी सँ बेसी मनोरंजनात्मक व अन्य कार्यक्रम सब केर प्रसारण बढायल जाय। हाल मैथिली भाषा मे कइएक टा महत्वपूर्ण कार्यक्रम केर प्रसारण कैल जा रहल अछि जाहि मे मैथिली धारावाहिक केर चर्चा सर्वोपरि अछि।
मैथिली जिन्दाबाद केर मुम्बई प्रतिनिधि प्रकाश कमती एहि विषय पर रुचि लैत ओहि ठाम कार्यरत कलाकार व अभियानी अनुप सत्यनारायण झा संग वार्ता कएलनि।
मैथिली धारावाहिक “मास्टर साहेब” जे डीडी बिहार पर राइत ९ बजे सँ, सप्ताह में ३ दिन ( सोम, मंगल आ बुद्ध ) प्रसारित होइत अछि जाहि में श्री अनुप सत्यनारायण झा जी “रामचंद्र बाबू” केर भूमिका में छैथ – तिनका संग भेल वार्ताक अंश एतय राखल जा रहल अछि। आशा करैत छी जे एहि साक्षात्कारक संग आरो-आरो साक्षात्कार शीघ्रे एतय प्रकाशित करबाक मौका भेटत। मैथिलीभाषी दर्शक लेल ई साक्षात्कार काफी रोचक भऽ सकैत अछि। संगहि एहि भाषा मे कलाजीविता केँ सेहो संवर्धन-प्रवर्धन करबाक नीक अवसर भेटत, लक्ष्य हमरा सबहक ताहि दिशा मे अछि।
प्रस्तुतअछि हिनका संग मैथिली जिन्दाबादक प्रतिनिधि प्रकाश कमतीक किछु गपशप केर अंश:-
प्रश्न : अनुपजी अहाँक संछिप्त परिचय देल जाऊ…?
उत्तर : हम्मर जन्म आसाम के न’गांव जिला मे भेल, हम्मर पिता श्री सत्यनारायण झा न’गांव केर मारवाड़ी स्कुल मे शिक्षक छलैथ। ओना हम दड़िभंगा जिलाक केवटी प्रखण्ड अंतर्गत दड़िमा गामक मूल निवासी छी, आठ भाइ-बहिन मे हमर नम्बर पांचम अछि।
प्रश्न : अभिनय क्षेत्र सँ कोना जुड़लौं आ अहिके सफर केहन रहल…?
उत्तर : आसाम सँ हम १९९० मे पूणे फिल्म एक्टिंग ईंस्टिच्यूट मे अभिनय के शिक्षा प्राप्त करऽ के उद्योग सँ पहुँचलौं । मुदा हमरा ओत्त जोगाड़ नञि बैसल आ हम अप्पन शिक्षा पुर्ण कऽकऽ १९९३ मे मुम्बई आबि गेलौं । बहुतो प्रयास केला के बाद हमरा मन मोताबिक काज नञि भेटल, मुदा किछ मराठी नाटक मे आ किछ हिन्दी धारावाहिक के पाईलॉट एपिसोड मे आवश्य अभिनय केलौं। मुदा धारावाहिक सब मे वरिष्ठ कलाकार सब संग अभिनय करबाक अवसर आवश्य भेटल, विशेष रुप सँ सईद जाफ़री सर, मंगल ढिल्लों जी आ राकेश बेदी जी संग। कपारक दोष बुझु बा कोनो आओर दोष मुदा धारावाहिक सब पाईलॉट सँ आगा बढ़बे नञि केलक। थाईक हाईर कऽ कपड़ा के कम्पनी मे नौकरी पकड़लौं आ धिरे धिरे अभिनेता बनऽ के उम्मीद छोड़ऽ लगलौं ।
१९९९ मे विवाह भेल आ फेर परिवारिक जिनगी मे एना पइस गेलौं जे एम्हर ओम्हर देखऽ लेल समये नञि भेटल।
२०१५ मे संजोग एहन बैसलै जे हम्मर मित्र श्री राजेश झा जी हमरा विख्यात गीतकार संग लेखक अभिराज झा जी सँ भेंट करेलैथ आ ओ हमरा मैथिली धारावाहिक ‘मास्टर साहेब’ मे एकटा किरदार निभावऽ के मौका देलैथ संगे हमरा अंदर लगभग मृत कलाकार के ऑक्सीजन दऽ कऽ दोबारा जिवंत केलैथ।
प्रश्न : “मास्टर साहेब” धारावाहिक में अभिनीत कलाकार केर किरदार संगहि हुनक परिचय देल जाऊ ..?
उत्तर : मैथिली धारावाहिक ‘मास्टर साहेब’ मे मुख्य भूमिका मास्टर साहेब के किरदार में श्री अभिराज झा जी अपने छैथ। संगे अन्य महत्वपूर्ण किरदार में सुरेश आनंद ( पंडित डंकेश्वर ), मोना रॉय ( सुनैना ), करण मिश्रा ( विडियो ), शिखा चौधरी ( सोना ), अनूप सत्यनारायण झा ( रमचंद्र बाबू ), राजेश झा ( घटक ), विमल झा ( ओकिल ), वंदना झा ( मास्टरनी ), अवधेश सिंह ( मुखिया ), मनोरमा मिश्रा ( पंडिताईन ), घनश्याम झा ( बैरिष्टर ), पंकज कामटी ( रामलाल ) अभय झा ( श्याम ), फूलकुमार झा ( बाबा भिखारी ), लड्डू ( मनीष चौधरी ) निर्माता श्री दिनेश कुमार सिंह, निर्देशन कथा पटकथा संवाद श्री अभिराज झा, संगीत श्री उदय नारायण झा, छायांकन श्री आर आर सिंह प्रिंस आ कार्यकारी निर्देशक श्री हृदयनाथ झा केर छैन्ह।
प्रश्न : अहि धारावाहिक में अहाँक किरदारक कि भूमिका अईछ …?
उत्तर : हम एक जमींदार के किरदार निभा रहल छी आ हम्मर किरदार के नाम ‘रामचंद्र बाबू’ अछि। रामचंद्र बाबू आ मुखिया जी दुनु परम मित्र छैथ आ गाम मे चली रहल सब चोट पैग्घ घटना पर नज़र राखैत आनंद लेबाक प्रयास करई छैथ, संगही हमरा दुनु गोटे द्वारा समाजीक संदेश सेहो देल जाई छैक।
प्रश्न : अहि धारावाहिक सँ मैथिल में कोन तरहक सन्देश देबाक प्रयाश भ रहल अईछ संगहि मिथिला केर संस्कृति आ समाजक कोन बिंदु पर विशेष बल देबाक प्रयाश कैल गेल अईछ…?
उत्तर : पहिल प्रयास तऽ इ छै जे मैथिली भाषाक प्रचार हो, अक्खन बहुत एहन मैथिली परिवार छै ( विशेष रुप सँ शहरी क्षेत्र मे ) जाहि मे बच्चा सब मैथिली नञि बाजई छैथ। डी डी बिहार के सब अधिकारी संग निदेशक श्री पुरुषोत्तम नारायण सिंह जी धन्यबादक पात्र छैथ जे मैथिली कार्यक्रम सबके प्रोत्साहन दऽ रहल छैथ। एक्कर अलावे दहेज़ प्रथा के विरोध आ महिला शिक्षा के बढ़ावा आदि विषय पर सेहो ध्यान देल जा रहल छै। मिथिलाक गौरवशाली अतीत, मिथिलाक साहित्य, मिथिलाक खान पान, संस्कार संग वर्तमान परिस्थिती मे मिथिला मे रोजगार के आवश्यकता पर जोड़ देल जा रहल अछि। मिथिला मे अनेको परिवार एहन छै जे रोजगार के अभाव मे मिथिला छोड़ऽ पर बाध्य छै। जाबैत मिथिला मे कल कारखाना नञि शुरु होयत ता धेर मिथिला सँ पलायन रोकनाई असंभव अछि।
प्रश्न : अनुपजी धारावाहिक सेट पर केर किछु अनुभव कहल जाऊ…?
उत्तर : ‘मास्टर साहेब’ के सेट पर एकदम परिवारिक वातावरण रहैत छैक, एना बुझाई छै जेना मात्र सब कलाकारे नञि मुदा अन्य तकनीकी लोक सब सेहो एकटा पैग्घ परिवारक अंग छैक। सेट पर हम सब मैथिली भाषा मे बात करै छी आ किछ लोक जे मैथिल नञि छैथ आब ओहो सब मैथिली बाजई छैथ।
धन्यवाद अपनेक विचार सँ अवगत करेलौँ।