मैथिली लघुफिल्म – रसनचौकी
डिबिया फिल्म्स केर प्रस्तुति – निर्माता रमेश झा – निर्देशक प्रभाकर झा द्वारा निर्देशित मैथिली लघुफिल्म रसनचौकी देखलहुँ । अपने सब सेहो जरूर देखूः
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https://youtu.be/CqtjIphJ4h4?si=zQxvcN-b9VaWDp_T
एहि फिल्म मे जहिना रसनचौकी जेहेन पुनीत परम्पराक उठाव भ’ रहल देखायल गेल अछि, एहिना मिथिलाक अनेकों सिद्ध आ पुण्य परम्परा सब केँ छोड़ि विकृति-अपभ्रंश आ विदेशिया नाच जेहेन नव व्यवहार दिश हम सब बहुत तेजी सँ बहैक रहल छी । पहिने आ आब मे बहुत अन्तर आबि गेल अछि हमरा सभक समाज मे ।
बदलाव सेहो प्राकृतिक घटना होइत छैक, मुदा एहेन परिवर्तन जे विनाशोन्मुख बनाबय, ताहि सँ सावधान भेनाय बड आवश्यक छैक । एहि फिल्म मे केना रसनचौकी प्रति उपेक्षा आ दुराभाव विद्यमान भेल अछि अपन समाज मे से बड़ा सटीक ढंग सँ देखायल गेल अछि । सिद्धा – कैञ्चाक सीमितता रसनचौकी लेल आर ओत्तहि अंग्रेजहि जेकाँ सिंगार-पेटार कएने अंग्रेजी बाजा (बैन्ड बाजा, ट्रम्पलेट, ड्रम्स, आदिक कम्बिनेशन) प्रति लोकाकर्षणक अद्भुत चित्रण कयल गेल अछि – अंग्रेजीबाजा बाजय सँ पहिने सगुन आ फेर विदाई काल भोज खुएबाक शैली सेहो बहुत सजीव चित्रण कएने अछि अपन समाजक मौलिकता प्रति वितृष्णाक ।
डिबिया फिल्म्स द्वारा निरन्तर लोकजागृतिक विषय-सन्दर्भ पर सिनेमा बनायब ‘लघुफिल्म’ फोरमैट मे, ई बहुत नव आशा आ विश्वासक जन्म दय रहल अछि । एहि सँ पूर्व डीजे बाजाक अनुकरण पर आधारित एहने बेजोड़ लघुफिल्म बनाओल गेल छल । अभिनेता सागर झा अभिनीत ओहि फिल्म उपरान्त ई दोसर फिल्म एहने देखलहुँ । एहि ‘रसनचौकी’ मे अभिनय आ दृश्य संयोजन मे सेहो वास्तविक मिथिला देखायल । एकटा बाबाक उदारता आ अपन मूल्यवान परम्परा प्रति सजगताक पुस्तान्तरणक विषय सेहो बहुत मार्मिक लागल ।
मैथिली फिल्म निर्माण मे लागल सम्पूर्ण जन मे प्रवीणक यैह शुभकामना जे विषय-सन्दर्भ अपन होयत त फिल्मक सफलता कियो नहि रोकि सकैत अछि ।
हरिः हरः!!