३ अप्रैल २०२३ । मैथिली जिन्दाबाद!!
पटना सँ २०१४ मे भेल शुरुआत “मैथिली लिटरेचर फेस्टिवल” केर पाँचम बेरुक आयोजन भारतक आर्थिक राजधानी मुम्बई महानगर के मड आईलैन्ड सनक प्राइम लोकेशन मे होयत। एहि बेरुक आयोजन ७ अप्रैल सँ प्रारम्भ भ’ ९ अप्रैल धरि रूपवीर बंगला मे आयोजित अछि। विदित हो जे वैश्विक गाम (Global Village) केर परिकल्पना सिद्धिक युग मे मैथिली भाषा-साहित्य कोना विश्वस्तरीय अस्तित्व बना सकत, एहि लक्ष्य केँ हासिल करबाक लेल “मैथिली लेखक संघ” द्वारा “मैथिली लिटरेचर फेस्टिवल” आयोजित करबाक डेग बढ़ाओल गेल। एकर बड पैघ सार्थक परिणाम सब देखय मे आबि रहल अछि। विशेषरूप सँ मैथिलीभाषी प्रबुद्ध समाज सँ लैत आम जनसमुदाय बीच जाहि तरहें मूल गाम-ठाम सँ पलायनक दंश-विध्वंस के स्थिति अछि, तेहेन दुरुह अवस्था मे ‘मैथिली लिटरेचर फेस्टिवल” केर निरन्तर आयोजन सँ बहुत पैघ आशा आ आत्मविश्वास बढ़ैत देखल जा रहल अछि।
आयोजक मैथिली लेखक संघ आ एकर दृष्टिसम्पन्न लेखक-सदस्य लोकनिक सूझबूझ सँ मैथिली भाषा-साहित्यक समृद्ध इतिहास, संघर्षशील प्रयास आ समकालीन स्थिति-परिस्थिति मे मैथिली भाषा-साहित्यक अवस्था मादे स्वभाषी समाजक संग अन्य भाषाभाषी समाज केँ सेहो सुसूचित कयल जा रहल अछि। २०१४ मे पटना मे पहिल आयोजनक दायरा छोट-सीमित रहितो दोसर बेर २०१६ मे फेरो पटनहि मे आयोजित फेस्टिवलक विषय-वस्तु आ रूप-स्वरूप वृहत्तर राखल गेल छल। पटना सँ ई आयोजन २०१८ मे दिल्ली पहुँचि इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्रक गरिमासम्पन्न परिसर मे भेल, तहिना २०१९ केर आयोजन साहित्य अकादमी सभागार, नई दिल्ली मे ओतबे उत्साह आ लोकसहभागिता सँ सम्पन्न भेल। बीच मे कोरोना महामारीक कारण बाधित ई साहित्यिक महोत्सव एहि वर्ष २०२३ मे मुम्बई मे होमय जा रहल अछि।
मुम्बई आयोजनक विशेषता
एहि वर्षक आयोजन मे पूर्ववत् १७ सँ बेसी सत्र मे विमर्श ओ अन्य साहित्यिक प्रस्तुति सब होयत। पूर्वहि जेकाँ एहि बेरुक आयोजन मे मैथिली भाषा-साहित्य केँ अपन सृजनकर्म सँ सींचित कयनिहार महान कवि-लेखक लोकनि जे दिवंगत भ’ गेलाह एहि कालक्रम मे, हुनका सब केँ श्रद्धाञ्जलि देबाक पहिल सत्र ‘मोन पड़ैत छथि’ अन्तर्गत सोमदेव, लिलि रे, सुकान्त सोम, रामलोचन ठाकुर, श्याम दरिहरे, हरेकृष्ण झा, रविन्द्र नाथ ठाकुर, बटुक भाइ – हिनका सब केँ मोन पाड़ल जायत। हिनका लोकनि कृतित्व ओ व्यक्तित्व पर विभिन्न वर्तमान स्रष्टा-वक्ता द्वारा वक्तव्य रखैत स्मृति स्वरूप श्रद्धाञ्जलिक शब्द सँ तर्पण कयल जायत। तदोपरान्त औपचारिक उद्घाटन सत्र राखल जायत जाहि मे फेस्टिवलक उद्देश्य, लक्ष्य आ ऐतिहासिक उपलब्धि सब चर्चा होयत। विभिन्न व्यक्तित्व लोकनिक महत्वपूर्ण उपस्थिति मे ई सत्र आयोजनक मेरुदंड भेल करैत अछि।
उद्घाटनोपरान्त साहित्यिक सत्र सब मे पहिल सत्र ‘उपन्यास व एक उपन्यासकार संग विमर्श’ होयत। दोसर सत्र ‘कथा आ एकटा कथाकारक कथा’ – कथाकारक यात्रा पर आधारित विमर्श होयत। ‘कथावाचन आ एकटा विशिष्ट कथा पर विमर्श’ केर तेसर सत्र होयत। ‘मैथिली पत्रकारिताक समकालीन स्थिति आ प्रयोजन’ चारिम सत्र, ‘आधुनिक रंगमंच पर विमर्श आर लघुनाटकक प्रस्तुति’ पहिल दिन यानि ७ अप्रैल २०२३ केर अन्तिम सत्र रूप मे राखल गेल अछि। दोसर दिन ‘अनुवाद साहित्यक प्रयोजन पर विमर्श’ (मैथिली सँ आन भाषा) केर पहिल सत्र सँ आरम्भ भ’ क्रमशः ‘सीता पर वृहत् विमर्श (मिथिलाक अस्मिताक परिचिति जानकी)’, ‘कला विमर्श – मिथिला चित्रकलाक विभिन्न आयाम’, ‘मिथिलालोक-संस्कृतिक सामाजिक आ साहित्यिक सरोकार’, ‘कवि आ कविताः एकटा कविक संग व्यापक विमर्श’ आर आखिरी मे कवि-सम्मेलन सँ दोसर दिनक सभा सम्पन्न होयत। तहिना तेसर दिन ‘मैथिली भाषा-साहित्यक सम्वर्धन मे प्रवासी संस्थाक योगदान’, ‘समकालीन भारतीय साहित्यिक परिधि मे मैथिली साहित्य (अन्य भाषाक साहित्यकार संग संवाद)’, ‘मैथिली सिनेमा-प्रदर्शन आ विमर्श’, ‘गीत-गजल’, ‘संगीत, भाव-नृत्य’ तथा अन्तिम मे समापन सत्रक आयोजन होयत।
लगभग २०० प्रबुद्ध साहित्यकार, लेखक, कवि, कलाकार, फिल्मकार, पत्रकार आ संस्था सभक प्रमुख व्यक्तित्व लोकनिक उपस्थिति अपेक्षित अछि। मुम्बई केर आयोजन मे ‘शुभ सीता फाउन्डेशन’ केर मुख्य प्रायोजन रहबाक संग स्थानीय विभिन्न संस्था आ व्यक्ति लोकनिक महत्वपूर्ण योगदान सँ ई मेगा फेस्टिवल सम्पन्न करबाक नियार मादे संयोजक विनोद कुमार झा मैथिली जिन्दाबाद केँ जानकारी देलनि। मुम्बई दुनिया भरि मे काफी महंगा महानगर के रूप मे देखल जाइत अछि, कहबियो छैक जे ‘दिल्ली है दिलवालों की आ मुम्बई है पैसावालों की’, त एहेन महंग महानगर मे एतेक पैघ आयोजनक विचार केना आयल, एकर जवाब दैत संयोजक झा बतेलनि जे मुम्बई महानगरी मे मैथिल आ मैथिलीक दर्जनों गणमान्य व्यक्ति व संस्थाक सक्रियता देखैत ई निर्णय कयने रही, जेकरा मुम्बईवासी मैथिल बहुत ईमानदारी सँ पूरा कय रहल छथि। शेष, सबटा मैथिली स्वयं देखती। मैथिली जिन्दाबाद केर तरफ सँ हार्दिक शुभकामना! आयोजन भव्यता सँ सफल हो, से मैथिली सँ प्रार्थना!!