मैथिली भाषा केँ खंडित करबाक विरोध

अवैध मधेशी भाषासम्बन्धी प्रेस विज्ञप्ति

काइल्ह २०७९ पूस ७ गते वृहस्पतिदिन नव निर्वाचित (प्रत्यक्ष – समानुपातिक) प्रतिनिधि सभा सदस्यगणके केन्द्रीय राजधानीक संसद भवनमे शपथ ग्रहण कराओल गेल तथ्यदिस मैथिली साहित्यकार सभाक ध्यानाकर्षण भेल अछि। मातृभाषामे शपथ ग्रहण करबाक प्रावधानअनुसार बहुतो सांसद मातृभाषामे शपथ लेलनि। एहि क्रममे किछुगोटे मातृभाषा मैथिलियोमे सप्पत लेलनि अछि। मौलिक मातृभाषामे सप्पत लेनिहार आ मैथिली भाषामे सप्पत लेनिहार सांसदलोकनिप्रति सभा हार्दिक आभार प्रकट करैत अछि। सङहि मैथिलीभाषी क्षेत्रक अमूल्य मतसँ जीतल विभिन्न दलक जे सांसदसभ अपन क्षेत्रीय भेषक बदला पहाडक भेषमे आ मैथिली मातृभाषाक बदला अन्य भाषामे सप्पत लेलनि अछि, तिनकासभप्रति दुख व्यक्त करैत अछि।
एहि सन्दर्भमे मैथिलिएभाषी क्षेत्रसँ प्रतिनिधित्व कएनिहार आ गिरगिटजका मुद्दा बदलनिहार जनमत पाटीक अध्यक्ष श्री चन्द्र कान्त (सी.के.) राउत आ ओहि पार्टीक आओरो सांसदसभ संसद सचिवालयमे अपन मातृभाषाक रूपमे “मधेशी भाषा” दर्ज करबाक’ जे सप्पत लेलनि अछि, ताहिदिस सभाक गम्भीर ध्यानाकर्षण भेल अछि।

केन्द्रीय तथ्यांक विभाग, भाषा आयोग, आधिकारिक दस्तावेज, भाषा वैज्ञानिकद्वारा तैयार कएल गेल भाषासम्बन्धी कोनो प्रतिवेदन वा पुस्तकमे मधेशी भाषाक उल्लेख नहि रहल अछि। आइधरि मधेशी भाषाक नामो नहि सूनल गेल अछि।एना एकाएक जनमल मधेशी भाषामे संसद सचिवालयद्वारा शपथ ग्रहण स्वीकृत कएनाइ आपत्तिजनक अछि। सरकारी निकायक एहन क्रियाकलापसँ भाषिक अराजकता उत्पन्न भ’सकैत अछि, से हमरासभक मत अछि।

मैथिली भाषाभाषीक भारी मतसँ जीतनिहार जनमत पार्टीक सांसदसभद्वारा मैथिली मातृभाषाक विपरीत अपरिचित, कृत्रिम, गैरकानुनी मधेशी भाषामे शपथ ग्रहण कएल गेल अछि। एहिसँ सम्पूर्ण मैथिलीभाषीक भावनापर ठेस पहुँचल अछि ‌आ भाषिक/सामाजिक सद्भाव बिगडबाक सङ्केत भेटल अछि। जनमतक एहन अराजक आ गैरजिम्मेवार शपथ ग्रहणके मैथिली साहित्यकार सभा घोर भर्त्सना करैत अछि।
तएँ उपर्युक्त शपथ ग्रहणके अवैध ठहर करैत पुनः वैध भाषामे जनमतक सांसदसभके सप्पत खुअएबाक लेल मैथिली
साहित्यकार सभा संसद सचिवालयसँ माङ करैत अछि।

अरविन्द कुमार यादव एवं प्रेम विदेह
( कार्यपाल ) (सभापाल )