विह्वलक मैथिली तांका संग्रह ‘व्योमक ओहि पार’ सार्वजनिक
काठमाडौं
नेपाल पत्रकार महासंघक पूर्वअध्यक्ष धर्मेन्द्र झाक नवीन मैथिली कृति ‘व्योमक ओहि पार’ सार्वजनिक भेल अछि। पत्रकार झा मैथिली साहित्यमे धर्मेन्द्र विह्वलक नामसँ स्थापित छथि ।
सोमदिन काठमाडौंमे आयोजित एक कार्यक्रमकबीच मैथिलीक पहिल तांका संग्रह ‘व्योमक ओहि पार’ सार्वजनिक भेल छैक।
नेपाल पत्रकार महासंघक अध्यक्ष विपुल पोखरेल, वरिष्ठ पत्रकारद्वय तारानाथ दाहाल आ बबिता बस्नेत, साहित्यकार विजेता चौधरी, प्रकाशक दामोदर दवाडी संयुक्तरूपेँ झाक तांका संग्रह सार्वजनिक कएलन्हि।
विह्वल द्वारा लिखलगेल ११२ टा तांका संग्रह ‘व्योमक ओहि पार’ क प्रकाशन नेपालवाणी मिडिया ग्रुप प्रालि कएने अछि।
मैथिली तथा नेपाली भाषामे विभिन्न कृति लिख चुकल झा मैथिली भाषामे पहिलबेर तांका संग्रह प्रकाशनक प्रयास कएने बतओलन्हि।
पत्रकारिकताक संगहि मैथिली आ नेपाली साहित्यमे निरन्तर कलम चलबैत आबि रहल झाक एहिसँ पहिने मैथिलीमे रस्ता तकैत जिनगी (कविता संग्रह), एक सृष्टि एक कविता (दीर्घ कविता), एक समयक बात (हाइकु संग्रह) आ धुवाँएल आकृतिसभ (छौक संग्रह) प्रकाशित भऽ चुकल अछि।
तहिना गोनुझाकक कथाहरू, कौशलका परिहास, भ्रमरका उत्कृष्ट नाटकहरू, नेपाली मिथक कोष, नेपालीय मैथिली छापा पत्रकारिताको इतिहासलगायतका नेपाली कृतिसभ सेहो प्रकाशित अछि।
विह्वलक मैथिली तांका संग्रह ‘व्योमक ओहि पार’ सार्वजनिक
