नेपालक पहाड़ी जिला इलाम केर सूर्योदय नगरपालिका मे नेपालक विभिन्न भाषा व पहिचान केर मूर्धन्य एवं अमर कवि लोकनिक प्रतिमा स्थापित कयल जेबाक निर्णय लेल गेल अछि। एहि क्रम मे सर्वप्रथम मैथिली भाषाक महाकवि विद्यापतिक प्रतिमा सुनसरी जिलाक इटहरी मे चर्चित मूर्तिकार विक्रमश्री बनायल गेल अछि। ई जनतब नेपालक चर्चित कवि एवं पत्रकार श्री केदार शर्मा द्वारा ट्विटर पर देल गेल अछि। महाकवि विद्यापतिक निर्माणाधीन प्रतिमाक फोटो साझा करैत ट्विटर सन्देश मे नेपाली भाषा मे ओ लिखने छथि –
“महाकवि विद्यापति इलाममा! सूर्योदय नगरपालिले वडा नं ११ मा विभिन्न जातीय कवि/भाषासेवीहरूको प्रतिमा स्थापना गर्ने भएको छ। यस क्रमको थालनी महाकवि विद्यापतिको प्रतिमाबाट हुँदैछ। फोटोः इटहरीमा रचनाक्रममा रहेको प्रतिमाको अवलोकनका लागि आएको नगरपालिकाको टोली र कलाकार विक्रमश्री!”
एहि सन्दर्भ मे मैथिली साहित्यकार एवं नेपाल संगीत तथा नाट्य प्रज्ञा प्रतिष्ठानक प्राज्ञ धीरेन्द्र प्रेमर्षि सेहो ट्विटर मार्फत सन्देश दैत कहलनि अछिः
“नेपालमे हमरा सभसँ मनोरम लाग’ वला जगह- इलाम। एहि रमणीय पहाड़ी स्थान इलाममे स्थापित भ’ रहल अछि महाकवि विद्यापतिक पूर्ण कदक प्रतिमा। सम्प्रति ई निर्माणक क्रममे अछि। धन्यवाद एहन युगान्तकारी काजक पहल कएनिहार अँखिगर कवि/पत्रकार केदार शर्माजी सहित सम्पूर्ण महानुभावकेँ।”
सूर्योदय नगरपालिका इलाम जिला मे पड़ैत अछि। एहि नगरपालिकाक वार्ड नम्बर ११ स्थित करथोक (पंचकन्या मन्दिरक बगल) मे मैथिली, नेपाली आ किराँत भाषाक क्रमशः महाकवि विद्यापति, आदिकवि भानुभक्त तथा कविश्रेष्ठ श्रीगंगा केर प्रतिमा लगेबाक निर्णय कयल गेल अछि। एकर शुरुआत नगरपालिकाक चालू आर्थिक वर्षक बजट सँ महाकवि विद्यापतिक प्रतिमा सँ शुभारम्भ कयल जेबाक जनतब संयोजक सह नगर उप-प्रमुख दुर्गादेवी भट्टराई मैथिली जिन्दाबाद केँ करेलथि। विद्यापतिक प्रतिमा पूर्ण कदकाठीक धोती, कुर्ता आ पाग पहिरि हाथ मे पोथी लेने ठाढ अवस्था मे बनायल गेल अछि। एकर ऊँचाई लगभग ६ फीट अछि।
विदित हुए जे इलाम जिलाक सूर्योदय नगरपालिकाक उप-प्रमुख दुर्गादेवी भट्टराईक संयोजकत्व मे गठित ‘सूर्योदय भाषा कला साहित्य प्रतिष्ठान’ द्वारा ई पुनीत कार्य कयल जा रहल अछि। जखन कि चालू आर्थिक वर्षक बजट द्वारा महाकवि विद्यापतिक प्रतिमा बनायल गेल अछि, आब आगामी आर्थिक वर्ष मे वैह स्थान लेल अन्य दुइ महाकवि ‘आदिकवि भानुभक्त’ तथा कविश्रेष्ठ ‘श्रीगंगा’ केर प्रतिमा स्थापित कयल जायत। तहिना पंचकन्या मन्दिर सँ थोड़बे हंटिकय आइतबारे बाजारक चौक मे नेपाली भाषाक अन्य महाकवि ‘महानन्द सापकोटा’ केर प्रतिमा सेहो लगेबाक नियार कयल गेल अछि।
प्रतिमा अनावरण संग भाषा-साहित्य प्रति अन्य कार्य प्रति कयल गेल जिज्ञासाक जवाब दैत श्रीमती भट्टराई कहली जे नगरपालिकाक नीति-कार्यक्रम अन्तर्गत बहुभाषिक कवि सम्मेलनक आयोजन, साहित्य प्रकाशन केँ प्रोत्साहन, सृजनकर्मी लोकनिक सम्मान आ प्रोत्साहन सहित आरो विभिन्न कार्य करबाक योजना प्रतिष्ठान द्वारा कयल जायत।
महाकवि विद्यापतिक प्रतिमा पहाड़क जिला मे लगेबाक अद्भुत सूझ कोना आयल एकर जवाब दैत श्रीमती भट्टराई बहुत सारगर्भित सन्देश दैत कहली जे “वास्तव मे मैथिली भाषा नेपालक प्राचीन भाषा थिक। विद्यापति नेपालक बड पैघ कवि भेलाह अछि। भाषा विकास मे अनेकहुँ साहित्यिक रचना महाकवि विद्यापति द्वारा नेपाल मे कयल जेबाक इतिहास अछि। हमरा लोकनि हुनकर योगदानक सम्बन्ध मे कतेको रास आख्यान सब सुनैत आ पढैत आबि रहल छी। संगहि ईहो बुझब जरूरी अछि जे नेपाल बहुभाषिक-बहुसांस्कृति-बहुपहिचानक राष्ट्र थिक। एतय नेपाली भाषाक संग-संग आरो सब भाषा-साहित्य मे योगदान देनिहार महान स्रष्टा लोकनिक सम्मान करब आवश्यक अछि। एहि सँ विभिन्न जात-जाति आ भाषा-भाषी समुदाय मे परस्पर सम्मान केर भावना सेहो विकसित होयत। नेपाली राष्ट्रियताक भावना केँ आर सुदृढ बनेबाक लेल एहि तरहक सद्भाव आ सम्मान सब भाषा-भाषी समुदाय बीच होयब आवश्यक अछि। मधेश प्रति पहाड़ मे सद्भावना आ भाइचाराक भावना रहय, तहिना पहाड़ प्रति मधेश मे रहय, एहि सब लेल हमर नगरपालिकाक कार्यकारिणी आ बुद्धिजीवी समाज द्वारा नेपालक विभिन्न भाषासेवी व जातीय कवि लोकनिक प्रतिमा लगेबाक निर्णय कयल गेल अछि। आगामी पीढी मे परस्पर सहयोग आ भाइचाराक सन्देश दय लेल एहि प्रतिमाक बड पैघ भूमिका होयत से विश्वास अछि।
सचमुच सूर्योदय नगरपालिकाक ई पुनीत कार्य समस्त देश लेल एक अनुकरण उदाहरण थिक आर उपरोक्त वर्णित परिकल्पनाक सेहो जतेक सराहना करब से कम होयत!! मैथिली भाषीक तरफ सँ सूर्योदय नगरपालिका प्रति आभार!!