आइ रिलीज होयत प्रवासी मजदूरक पीड़ा पर केन्द्रित गीत “मजदूर छी हम”

२८ जुलाई २०२० । मैथिली जिन्दाबाद!!

सिद्धान्त शेखर, मैथिली जिन्दाबाद, मुम्बई ।
विगत कैक मास सँ कोरोना प्रलयक कारणे वैश्विक संकट तँ अछिये, जाहि वर्ग केँ सभ सँ बेसी समस्या भ’ रहल छन्हि से छथि मजदूर वर्ग आ खास रूपेँ प्रवासी मजदूर आ मध्यम वर्ग । एहि विकट स्थिति पर केन्द्रित अनेको सर्जक लोकनिक गीत, कविता, रिपोर्ताज आदि लिखलनि अछि जे दु:स्थितिक चित्रण करैत अछि । एहि श्रृंखला केँ अपन गहींर दृष्टियें देखैत सहरसावासी संस्कृतिकर्मी आ लेखक किसलय कृष्ण “मजदूर छी हम” शीर्षक सँ गीत लिखलनि जकरा संगीतबद्ध कयलनि अछि सार्थतक संगीतक पर्याय व्यक्तित्व प्रसिद्ध संचारकर्मी धीरेन्द्र प्रेमर्षि । हिनक संगीत निर्देशन मे मुजफ्फरपुरक रहनिहार मुकेश नन्दन जी संगीत संयोजनक काज केलन्हि अछि आ सुर संग्राम टीवी रियलिटी शो’क फेम रहल अररिया जिलावासी गायक अमर आनन्द अपन स्वर सँ सम्पूर्ण गीत केँ भावपूर्ण बना देने छथि । विडिओ परिकल्पना स्वयं किसलय कृष्णक छन्हि जाहिक केन्द्रीय भूमिका मे वालीवुडक सुपरिचित अभिनेता राम बहादुर रेणु छथि, जे राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय सँ स्नातक हेबाक संगहि चर्चित धारावाहिक द्वारिकाधीश मे सुदामा, साईं बाबा मे जौहर बाबा सहित चरस, नेताजी सुभाषचन्द्र बोस आदि फिल्म मे सशक्त भूमिका कयने छथि ।
एहि म्यूजिक विडिओक सहयोगी भूमिका मे इप्टा सहरसाक संजय सारथी, सुपौलक मुन्ना चमन, गौतम, मैलोरंग, नई दिल्लीक राजीव रंजन झा, मुम्बई सँ कुणाल ठाकुर आदि छथि ।
सम्पूर्ण रूप मे ई एकटा सार्थक काज सार्वजनिक होबा लेल तैयार अछि, जे आइ 28 जूलाई 2020 (मंगल)क साँझ अमर आनन्द आफिसियल यू ट्यूब चैनल पर प्रदर्शित होयत । गीतक स्क्रिप्ट नीचा पढ़ल जा सकैत अछि ।
#मजदूर_छी_हम
रोटी नूनक लेल अपन माटिसँ दूर छी हम…
व्यथा सुनत के एतय हमर, मजदूर छी हम…
ककरा हेतै घर-द्वार छोड़बाक सेहेन्ता…
मुदा आँखिमे धीयापुता परिवारक चिन्ता…
माघक शीतलहरीमे मिझाइत घूर छी हम…
रोटी नूनक लेल अपन माटिसँ दूर छी हम…
बाहरमे परबासी आ गाम लेल छी परदेसी…
ताकि रहल छी परिचय हम, आर कहू की बेसी…
मेघदिस टकटकी लगौने परती खेतक धूर छी हम…
रोटी नूनक लेल अपन माटिसँ दूर छी हम…
मायक दम्मा, बाबूक ठेंहुन दर्द मोन अछि…
चूबैत चार आ आंगन सेहो बेपर्द मोन अछि…
नूओ कीनितहुँ, ककरो माथक सिन्दूर छी हम…
रोटी नूनक लेल अपन माटिसँ दूर छी हम…
विपति अकानत हमर तेहेन सरकार नहि छै,
वोट टा चाही आओर कोनो दरकार नहि छै,
नीक दिनक सपना मे धुनाइत तूर छी हम…
रोटी नूनक लेल अपन माटिसँ दूर छी हम…
© किसलय कृष्ण
मैथिली जिन्दाबाद परिवार दिस सँ गीतक प्रदर्शन लेल शुभकामना अछि ।