विद्यानन्द बेदर्दी, २१ अक्टूबर २०१९ । मैथिली जिन्दाबाद!!
मैथिली सङ्गीत आकासमे नव ताराक उदय ई पहिल गीतसँ
“चान सन रूप ई देखि देखि,
मिलैय अइ जिनगीमे आराम
अप्पन दिलके डायरीमे
लहूक कलमसँ,
लिखि देलौँ अहीँकेर नाम
सङ्ग छोड़ब नइ
कहैछी कसमसँ,
मिलि सजेबै हम सपनाके गाम ”
सिरहा, मिर्चैया आर हाल विराटनगर, मोरङ्ग रहनिहार (जिनक कर्णप्रिय स्वरमे बहुतरास नेपाली भाषाके गीत रेकर्ड भऽ चहुंओर लोकप्रियता हासिल कऽ लेने अछि) – हुनका द्वारा पहिल मैथिली गीति सनेश ‘दिलके डायरीमे’ केर सङ्ग गायक नितिन गजुरेलक आगमन भेल अछि।
नितिन गजुरेलक स्वर आ संगीत कम्पोजिसन, भूपेन्द्र राय माझीक संगीत एरेन्जमेन्ट आ विद्यानन्द बेदर्दीक शब्दमे ‘दिलके डायरीमे’ काल्हि राति कातिक ०२ गते केँ मैथिलीक सर्वप्रिय कार्यक्रम धीरेन्द्र प्रेमर्षि आ रूपा झाद्वारा संचालित ‘हेल्लो मिथिला’ सँ कान्तिपुर रेडियो (एफएम) पर release कएल गेल।
नितिन कहैत छथि जे “हमर खूनमे जन्मेसँ मिथिला-मैथिली प्रति प्रेम अछि। हम जन्मलौँ, खेलेलौँ-धुपेलौँ मैथिलीए भाषी सब सङ्ग। हमर नेपाली टॅनसँ नीक मैथिलीए अबैछै जेना अपनाकेँ बुझाइय’। हम मैथिली भाषाक सङ्गीतमे सृजनात्मक कार्य करऽ चाहैत छी। ई हमर पहिल प्रयास छी, बहुतरास बातक त्रुटि भऽ सकैत अछि, सुझाव सल्लाह देब अगामी यात्रा लेल आओर नीक करबाक पूर्णत: साधना करब आ आब निरन्तर मैथिली गीत सब निकालैत रहब।”
एहि गीतके एकटा Video Album मे संग्रहित केला बाद आधिकारिक Youtube Channel पर रखबाक तैयारी भऽ रहल अछि सेहो जानकारी हिनकेसँ आएल अछि। आओ स्वागत करी, जय मैथिली!!