– बिजय मंडल, विराटनगर
किया बिसैर गेलियै हमरा
हम छी अहाँके मोनक भाषा
भेल जन्म य’ अहाँक मिथिला मे – २
बाज’ लेल किया हिचकीचाय मैथिलीमे
कि ल’ के जेबै अहाँ एहि संसार सँ – २
किछुओ त’ द’ के जाउ मिथिलाके
किया बिसैर गेलियै हमरा
हम छी अहाँके मोनक भाषा
नहि माँगै छी अहाँसँ धन-सम्पत्ति – २
नहिये छीनै छी अहाँक पहिचान
हम त’ मँगै छी केवल अहाँसँ – २
छोड़िक’ जाउ मैथिलकेँ भाषाके सम्मान
किया बिसैर गेलियै हमरा
हम छी अहाँके मोनक भाषा
देखु अहाँ सब आइ ई दुनिया मे – २
गेलय आगु माथे वेहा सब संसारमे
जे राखलक अपन भाषाकेर मान – २
जे बढेलक अपन भाषाकेर पहिचान
किया बिसैर गेलियै हमरा
हम छी अहाँके मोनक भाषा