ऋषिकेश झा, ३० जुलाई २०१९. मैथिली जिन्दाबाद!!
मैथिल ब्राह्मण महासभा नेपाल द्वारा जनकपुरक जानकी मन्दिर प्रांगण मे मधुश्रावणी उत्सव पर नवविवाहिता पबनैतिन लोकनि केर सम्मान आ शुभकामना आदान-प्रदान कार्यक्रमक आयोजन कयल गेल अछि।
जानकी मन्दिर प्रांगण मे काल्हि श्रावण मासक सोमवारी प्रदोष व्रतक दिवस पर आयोजित मधुश्रावणी पाबनि पूजनिहाइर लोकनिक अपार भीड़ लागल। मिथिला मे नवविवाहिता द्वारा श्रावण मास केँ मधुश्रावणी पाबनि मे विशेष रूप सँ व्रत आ पूजा कयल जाइछ, जाहि मे कथा श्रवण सँ लैत गौरी, बिसहरि, आदि देवीक विशेष पूजा-अर्चना कयल जेबाक पारम्परिक विधान अछि। एहि सावन मासक कृष्ण पक्षक पंचमी तिथि सँ लैत शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि धरिक बीच मे प्रत्येक दिन नव-विवाहिता द्वारा विभिन्न मन्दिर, बाग, उपवन मे सामूहिक गायन करैत सब नवविवाहिता फूल लोढैत, डाली सजबैत छथि, तथा कोहबर (विवाह सम्पन्न भेल घर) मे पबनैतिन सब आवश्यक पूजा आ कथा सब श्रवण करैत वैवाहिक जीवनक विभिन्न पक्ष केँ बुझैत-गुनैत छथि। संगहि नागलोक मे रहल नागदेवता सभ केँ सेहो अपन पति आ परिजनक रक्षा लेल ई लोकनि विशेष पूजा-अर्चना करैत छथि।
मधुश्रावणीक व्रत-कथा आ पाबनिक महत्व धीरे-धीरे आरो बेसी लोकप्रिय आ जन-जन मे प्रिय भेल जा रहल अछि। लेकिन लोकपलायनक दंश मे फँसल मिथिलावासी आब अपन मूल गाम-ठाम सँ दूर-दराज प्रवास मे बेसी रहबाक लेल बाध्य छथि, एहेन स्थिति मे कतहु रहथि लेकिन अपन मिथिलाक नारीशक्ति द्वारा अवधारित पूजा-पाठक विधान केँ नहि छोड़थि, संगहि सामूहिकताक अर्थ बुझैत अपन मूल्यवान् परम्पराक रक्षा करथि, ताहि मनसाय सँ मैथिल ब्राह्मण महासभा नेपाल द्वारा जनकपुर मे एहि सम्मान समारोहक आयोजन करबाक बात अध्यक्ष भगवान् झा बतौलनि।
सम्मानक तौर पर सब पबनैतिन केँ एक-एक टा ओढनी आ एक-एक गोट जानकी मन्दिरक स्मृति चिह्न जनकपुर उपमहानगरपालिकाक उपमेयर रीता मिश्र प्रमुख अतिथिक हाथे सौंपल गेल छल। मैथिल ब्राह्मण महासभाक एकटा आरो खासियत जे मैथिल हर जाति-वर्ग केँ एकसमान व्यवहार कयल जाय ताहि अनुसारे नहि मात्र मैथिल ब्राह्मण समुदायक पबनैतिन बल्कि मैथिल कायस्थ व मैथिल सोनार समुदायक पबनैतिन नवविवाहिता लोकनि केँ सेहो सम्मान आ शुभकामना देबाक कार्य एहि आयोजन सँ सेहो कयल गेल।