दिल्लीक पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित लेल प्रवीण श्रद्धाञ्जलि

विराटनगर, नेपाल। २० जुलाई २०१९. मैथिली जिन्दाबाद!!

भारतीय कांग्रेसक एक वरिष्ठतम् नेतृ आ दिल्ली केर सर्वाधिक अवधि लेल मुख्यमंत्री रहली शीला दीक्षित आइ ८१ वर्षक उमेर मे अपन करोड़ों प्रशंसक आ भारतक चर्चित राजनीतिक परिवार – आश्रितजन केँ छोड़िकय मानवलोक सँ ऊपर स्वर्गलोक दिश चलि गेलीह।

केकरो बुझल हेतैक, केकरो नहियो बुझल हेतैक – ओ ८१ वर्षक अवस्था मे पर्यन्त तरोताजा आ बिना कोनो तनाव सदिखन अपन आन्तरिक प्रकाश सँ पूरे नहायल आ पूर्णिमाक चाँदनीक दुधिया इजोरिया मे श्रृंगार कयल देखाइत रहलीह। आर आइ अचानक बिना कोनो पूर्व भान देने चलि गेलीह परलोक।

राजनीति मे कुटिलता सेहो एकटा कला मानल जाइत छैक, लेकिन हमरा शीला दीक्षित मे कोनो तरहक कुटिलता कहियो नजरि नहि पड़ल। विरोधियो पर हँसियेकय ओकर नीतिगत आलोचना वा विरोध करैत छलीह, से हुनकर विशेष खासियत छल। व्यक्तित्व मे एहेन चमक जे वृद्धा छथि से केकरो नहि पता चलि सकलैक कहियो। चलबो केना करतैक, हालहि त ओ चुनाव सेहो लड़ल छलीह… आर दिल्ली केर कांग्रेस अध्यक्षा सेहो रहलीह। ओ वास्तव मे एक गोट जीवन्त नेतृ छलीह जे अपन जीवन राजनीति मार्फत जनता लेल पूर्ण समर्पित कएने छलीह।

प्रवीण केर सौभाग्य बुझू – २०१३ मे जखन ओ मुख्यमंत्री छलीह दिल्लीक, ताहि वर्ष “अखिल भारतीय मिथिला संघ” केर भव्य आयोजन मावलंकर भवनक विशाल सभागार मे आयल छलीह। बड़ा शालीन भाषा मे अपन संबोधन आ मंचीय प्रस्तुति देलाक बाद मिथिलाक लोकक संस्कार प्रति गहींर आकर्षण रहबाक बात कहैत ऐगला सत्र जाहि मे विद्वत् चर्चा कयल जा रहल छलैक से पूरा देखलीह। मैथिली जेँ बुझैत छलीह, तेँ संभवतः अपन अमूल्य समय केँ ओहि सभागार मे निछाबर कयलनि।

दिल्लीक ओहि फोटोग्राफर केँ हम धन्यवाद देबैक जे बड़ा अनुकूल पोजिशन मे हमर एकटा फोटो सम्माननीया नेतृ शीला दीक्षित केर एंगल केँ टच करैत खींचि लेलक। हम मंच पर अपन वक्तव्य राखि सत्र समाप्तिक बाद पुनः दर्शक दीर्घा मे आबि रहल समय मे खींचल गेल ई विशेष स्मृति मे रहैत अछि, आर आब त ई आरो खास भऽ गेल। आइ बेटी सँ जखन एहि महान नेत्रीक मृत्युक दुखद आ शौकिंग न्यूज सुनल तखनहि सँ ई तस्वीर मोन मे नाचय लागल।

बेर-बेर प्रणाम एहि महान् हुतात्मा केँ – नारी शक्तिक एक विशिष्ट परिचायक नाम छलीह शीला दीक्षित!! पुनः नमन् – ईश्वर सँ हुनक विशिष्ट पुण्यात्मा केँ चिर शान्ति प्रदान करबाक बेर-बेर प्रार्थना!!

हरिः हरः!!