अप्रैल १८, २०१९. मैथिली जिन्दाबाद!!
२०१९ मे दुइ ठाम लागत वैवाहिक सभा
दुनियाक सब सँ बेसी कठिन आ वैज्ञानिक तौर-तरीका, निरीक्षण-परीक्षण आदि बात-विचार सँ विवाह हेबाक परम्परा मिथिलाक ब्राह्मण समुदाय मे देखल जाइछ। गोत्र विचार, रक्त सम्बन्ध विचार पैतृक ओ मातृक पक्ष केर पीढी-दर-पीढी मे, अधिकार निर्णय, सिद्धान्त लेखन, आदि सम्पन्न भेलाक बादे विवाह सम्बन्ध निर्धारित होइछ। आर तखन होइत छैक वैदिक विध-विधान सँ विवाह, चतुर्थी, मधुश्रावणी, कोजगरा आ द्विरागमन आदि। हालांकि आब ई सब बात-विचार बहुत लोक ध्यान देनाय छोड़ि मनमौजी जहिना-तहिना विवाह सम्बन्ध बनेबाक काज सेहो कय रहल छथि। बरु बेसी सम्बन्ध बिना कोना विध-व्यवहार-परम्पराक निर्वहन केने होइछ से कहब तऽ अतिश्योक्ति नहि होयत।
यैह कठिन प्रक्रियाक कारण कुल ४२ अलग-अलग स्थान पर वैवाहिक सभावास सँ मैथिल ब्राह्मण विवाह योग्य समुचित कथा-कुटमैती तय करैत छलाह। अन्तिम समय १९९० केर दशक धरि या एना कहि सकैत छी जे २०म शताब्दीक अन्त धरि सौराठ सभागाछी मे सभावास केर परम्परा उत्कर्ष पर देखल गेल। परन्तु आब सभागाछी मे विवाह वास्ते वरक आवागमन नहि होइत अछि, नहिये अबैत छथि कथा-कुटमैती तय करयवला कन्यापक्ष वा वरागतक लोक। नाम लेल सभावासक उद्घाटन सौराठ मे होइत अछि आर इक्का-दुक्का लोक एहि ऐतिहासिक स्थल पर घुम-फिर करय लेल अबैत देखल जाइत छथि। विगत किछु वर्ष सँ विभिन्न संस्थागत प्रयासक बावजूद कोनो उल्लेख्य लाभ वरागत-कन्यागतक हिसाबे सफल होइत नहि देखल गेल, बरु राजनीतिक वा बौद्धिक अथवा प्रशासनिक जमावड़ा कोनो न कोनो बहन्ने एतय जरूर होइत अछि सभाकाल मे।
सौराठ सभागाछी लेल तैयारीक समीक्षा बैसार २८ अप्रैल केँ
एहि वर्ष २०१९ मे सभावासक निर्धारित तिथि २१ जून सँ ३० जून २०१९ धरि मिथिला पंचाङ्ग कहैत छैक। चेतना समिति पटना द्वारा सभावास केँ भव्य बनेबाक विमर्श पिछला समय अन्तर्राष्ट्रीय मैथिल संस्था सम्मेलनक दरम्यान सुनलहुँ। चेतना समिति पिछला किछु वर्ष सँ शास्त्रार्थ परम्परा, कुमारि-ब्राह्मण भोजन, आदि आयोजन करैत आबि रहल अछि। तहिना किछु आरो संस्था द्वारा एतय कोनो न कोनो आयोजनक बहन्ने लोक जुटेबाक प्रयास होइत देखल गेल अछि। लेकिन मुख्य बात जे वरागत-कन्यागत वैवाहिक सम्बन्ध निर्धारणक उद्देश्य सँ जुटैथ आर ताहि संग मिथिलाक समसामयिक विषय सब पर आपसी चर्चा हो तेकर अभाव बनले अछि। एहि वर्ष मुम्बई सँ अनिल मिश्र अपन ‘हस्तमिलाप डट इन’ टीम संग २८ अप्रैल सौराठ सभा विकास समितिक संयोजकत्व मे महाबैसार करय जा रहला अछि। फेसबुक स्टेटस मार्फत जनतब दैत ओ कहलनि अछि जे महाबैसार आ सौराठ सभागाछी के आयोजन पर विस्तृत सौराठ सभा विकास समितिक सचिव डा. शेखर चन्द्र मिश्र संग चर्चा भेल। सौराठ सभाक डिजिटल रूप देखबाक लेल प्रवासी आ निवासी मैथिल कतेक आतुर छथि, तकर जानकारी ओ देलाह। विदेश सऽ कतेक मैथिल लाईव टेलीकास्ट के निवेदन कएलन्हि अछि तकर जानकारी हम देलियैन। प्रवासी मैथिलक बीच ऐहि आयोजनक प्रचार प्रसार करबाक सहमति सेहो देलियैन। समस्त मैथिल समाज सऽ आग्रह अछि जे उचित मार्गदर्शन करबाक लेल ऐहि महाबैसार मे अवश्य उपस्थित होयबाक कष्ट करी।
दोसर सभावास होयत बनगांव (सहरसा) मे
हालहि सत्तरकटैया प्रखंड केर लालगंज गाँव मे पाठक दरवाजा पर “सभागाछी बनगाँव पुनर्स्थापन समिति” केर बैसक भेल। पंडित श्री तारानंद मिश्र केर अध्यक्षता एवं पारस कुमार झा केर संचालन मे आयोजित बैसार मे स्वागताध्यक्ष सुमन खाँ “समाज” सहित डा० व्रजकिशोर चौधरी, बद्री नारायण झा, विकास मिश्र, दीप नारायण ठाकुर “दीपू”, धनंजय कुमार झा, ललित कमल चौधरी, उमाकांतजी, अभितेशजी, शम्भू पाठक, अच्युतानंद झा, गोपाल पाठक, सुभाष पाठक, शुभकांत झा, लाल पाठक एवं अन्य गणमान्य लोकनि सभावासक महत्व पर सारगर्भित चर्चा कयलनि। राम पाठक, नन्द मिश्र, अनिल झा, उमेश चौधरी, योगेन्द्र झा, शुभकांत झा, सतीश चन्द्र झा सेहो अपन-अपन वक्तव्य मे कहलखिन जे सभावास मार्फत कुटमैती करब आजुक आवश्यकता आ प्रवास मे दूर-दूर बिखरल मैथिल ब्राह्मण समाजक बाध्यता सेहो थिक। एहि सँ परम्पराक रक्षा होयबाक संग-संग वैवाहिक जोड़ी मिलानी मे देखा पड़ि रहल समस्याक निदान मात्र सभावास सँ होयत। एहि सँ विभिन्न विकृति, आडम्बर, सामाजिक कुरीति, बेमेल विवाह, बाल विवाह, दहेज प्रथा सभ केँ समाप्त करय मे सहयोग भेटत। ताहि हेतु जहिना पूर्व मे बनगाँव मे सभावास होइत छल, तहिना एहि वर्ष सँ बिना कोनो हिचक ई सभावास हुअय।
बैठक मे सर्वसम्मति सँ रंजन पाठक व गौरव मिश्र केँ क्रमशः लालगंज केर संयोजक और सहसंयोजक केर कार्यभार सौंपल गेलनि। अध्यक्षीय भाषण दैत श्री तारानंद मिश्र बजलाह जे भेदभाव मुक्त समरस समाज केर निर्माण एवम् दहेजमुक्त मिथिला केर लेल सब कियो तन-मन-धन सँ सहयोग दी आर एहि महत्वपूर्ण अभियान केँ सफल बनाबी। पारस कुमार झा कहलनि जे विगत किछु मास सँ पूरे क्षेत्रक लोक केँ एहि सभावास लेल जोड़ल जा रहल अछि, आगामी बैसार २८ अप्रैल बजरंगबली स्थान, लगमा मे डेढ़ बजे दुपहर मे आयोजित होयत।
सौराठ सभागाछी ओ बनगांव सभागाछी मे मैथिल ब्राह्मणक सभावासक समाचार दूर-दूर धरि पहुँचेबाक मनसाय सँ मैथिली जिन्दाबाद मार्फत समाचार सम्प्रेषणक निवेदक सुमन समाज एहि सभावासक जरूरत सब मैथिल केर आन्तरिक मन मे अनुभव हेबाक बात कहलनि। ओ एहि लेल विशेष रूप सँ अनुरोध सेहो कयलनि जे आइ मैथिल ब्राह्मण अपन मूल्यवान् परम्परा सँ दूर जा कय कतेक नोकसान कय लेलक अछि तेकर समाधान एहि सँ निकलत, एहि मे सब कियो बढि-चढिकय भाग ली।