विद्यापति सिर्फ कवि नहि राज्य संचालनक एक महानायक सेहो छलाह: बासोपट्टी मे दुइ दिवसीय स्मृतिगान
बासोपट्टी, मधुबनी। १७ दिसम्बर २०१८. मैथिली जिन्दाबाद!!
महाकवि विद्यापति मात्र मैथिली भाषा केँ जन-जन लेल सहज मानैत जनभाषा मे रचनाशीलताक उदाहरणे टा नहि रखलनि बल्कि मिथिलाक प्रजा केर हित लेल बौद्धिक कार्यक संग कठिन परिस्थिति मे रानी लखिमा केर रक्षा आ राज्यक बौद्धिक सम्पदा केँ बचेबाक लेल अपन राजधानी सँ दूर नेपालक मिथिला ताहि समय जंगले-जंगल आ विरल आबादीक क्षेत्र मे जा कय गुप्तवास केर जीवन सेहो बितौलनि। महाकवि आमजन केर हित लेल शिक्षा केँ सहज बनेबाक लेल मातृभाषाक ओकालति मे लिखने छलाह – देसिल वयना सबजन मिट्ठा, तैँ तैसओं जंपओं अवहट्ठा। – ई सब बात मधुबनी जिलान्तर्गत बासोपट्टी मे आयोजित दुइ दिवसीय विद्यापति स्मृति समारोह मे उपस्थित प्रमुख अतिथि बिहार सरकार केर पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा, मिथिला आन्दोलनक वरिष्ठ चेहरा डा. बैद्यनाथ चौधरी बैजू, भाजपा व विभिन्न राजनीतिक चिन्तन लेल प्रसिद्ध युवा चेहरा अनिल झा, मिथिला राज्य निर्माण सेनाक महासचिव राजेश झा सहित अन्य गणमान्य व्यक्तित्व लोकनि अपन विचार प्रकट करैत विद्यापतिक स्मृति कयलनि।
विदित हो जे स्थानीय आयोजक समिति संग मिथिला राज्य निर्माण सेना दरभंगा एकटा निश्चित रणनीतिक तहत महाकवि केर स्मृतिगान संग वर्तमान राज्यसत्ता धरि मिथिलाक वस्तुस्थिति पर समीक्षा करबाक तथा स्थानीय स्तर पर जनाकांक्षा मे राज्य सँ केहेन अपेक्षा रहल ताहि बात पर जोर दैत ई आयोजन एहि वर्ष दोसर बेर आयोजित कयल गेल। मिथिला राज्य निर्माण सेनाक महासचिव राजेश झा विगत किछु समय सँ अपन फेसबुक स्टेटस मार्फत एहि बातक संकेत दैत आबि रहल छलाह जे एहि आयोजनक लक्ष्य आ उद्देश्य कि अछि, कि हेबाक चाही आर भविष्य मे सेहो एकरा मार्फत केहेन स्थिति-परिस्थिति बनेबाक अछि। ओ कहैत छथि –
“समय के गतिमान रहबाक गुण भेटल छैक। निर्बाध रूप स एकसमान गति मुदा समाज पर प्रभाव उत्पन्न करबाक स्थिति परिस्थितिजन्य कारण स भिन्न होइत अछि।
हम आजुक समय में विद्यापति स्मृति पर्व समारोह के एकटा नीक गतिविधि बुझैत छी। बाल्यावस्था में आरा में चेतना समिति द्वारा आयोजित विद्यापति समारोह स पहिल बेर मैथिलीक गतिविधि स परिचित भेल रही। आब ओ कार्यक्रम प्रायः बंद भ गेल अछि।
मुदा देश के अन्यान्य भाग में हर्षोल्लास स स्मृति समारोह के आयोजन होइत अछि। एहेन आयोजन में सांस्कृतिक कार्यक्रम के संग-संग विभिन्न राजनीतिक व्यक्ति द्वारा सेहो अपन बात वा मंतव्य राखल जाइत अछि। हम एकरो व्यक्तिगत रूप स समर्थक थिकहुँ।
अहि संदर्भ में हम आयोजकवृंद स एकटा आग्रह करै चाहै छी। समस्त राजनीतिक व्यक्तित्व अपने समाज के व्यक्ति छथि। हिनका लोकैन के पाग-दोपटाक संग-संग समस्त मैथिल जनमानस के दिस स एकटा माँग-पत्र देबाक शुरुआत हेबाक चाही। अहि तरहे एक प्रकार के माँग के बेर-बेर समक्ष एने ओकर प्रभाव में वृद्धि होइत अछि।
संगहि विभिन्न राजनीतिक दल अहि तरहे मैथिल जनमानस के राजनीतिक आकांक्षा स सेहो परिचित हेताह। हमर स्पष्ट मानब अछि जे बिना राजनैतिक हस्तक्षेप के वा गतिविधि के आजुक समय में कोनो भी माँग के पूर्ण होयब असंभव।
हम अग्रज नुनु भाई आ अनुज रामनरेश जी के आभार व्यक्त कर चाहब जे बासोपट्टी में १५-१६ दिसंबर के होम जा रहल विद्यापति स्मृति पर्व समारोह स अहि परिपाटी के ई दुनु आयोजक द्वय शुरुआत करताह। अपने सब अहि द्विदिवसीय समारोह में सादर आमंत्रित छी।”
उपरोक्त कथनानुसार स्थानीय संयोजन मे आगाँ रहला राम नरेश ठाकुर एवं नुनू झा द्वारा ई दोसर वर्षक आयोजन कयल गेल छल जाहि मे मैथिली-मिथिला सँ जुड़ल विभिन्न संघ-संस्थाक प्रमुख व्यक्ति, राजनीतिक व्यक्तित्व तथा मैथिली भाषा-साहित्यक पुरोधा लोकनि केँ आमंत्रित करैत आयोजन राखल गेल छल। मिरानिसे महासचिव केर मांग अनुसार ५-सूत्रीय मांग-पत्र सेहो कार्यक्रमक प्रमुख अतिथि श्री विनोद नारायण झा मार्फत राज्य सरकार धरि पहुँचायल जेबाक जनतब भेटल अछि। एहि सन्दर्भ मे राजेश झा केर स्टेटस कहैत अछि –
“विद्यापति स्मृति पर्व समारोह, बासोपट्टीक मंच स मिथिला राज्य निर्माण सेना अपन “पाँच सूत्री मांग” मुख्य अतिथि श्री विनोद नारायण झा, माननीय मंत्री बिहार सरकार के ज्ञापित कएलक। ई एकटा नया शुरुआत अछि।
विद्यापति पर्व समारोह मिथिला आंदोलनक सांस्कृतिक पक्ष के व्यापकता देबाक काज करैत अछि। अहि मंच पर उपलब्ध नेतृत्व तक प्रथम चरण में अहिंसात्मक रूप स अपन मांग पहुँचेनाय हमर सबके लक्ष्य अछि।
आयोजन समिति के अध्यक्ष नुनु झा भाई आ महासचिव युवा नेता अनुज रामनरेश ठाकुर जी के संग समस्त सदस्यगण के एत्ते सुंदर आ सार्थक कार्यक्रम करबाक लेल हार्दिक अभिनंदन।
जय मिथिला। जय जय सियाराम।”
एहि पाँच सूत्री मांग-पत्र मे राखल गेल बात सभक विषय मे निम्न जनतब देल गेल अछि:
“पाँच सूत्री माँग-पत्र
१. विगत तीन दशक सँ पलायनक दंश स पीड़ित मैथिल जनमानस के अहि व्याधि स निदान लेल केंद्रीय नीति आयोग द्वारा एक समर्थ कमिटीक गठन हो जे अध्ययन उपरांत कारण आओर निदान के व्याख्या रिपोर्ट प्रस्तुत करय।
२. भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि कार्य के उपयोगिता बुझैत संपूर्ण मिथिला क्षेत्र में प्रवाहित नदी-जलधारा लेल वृहत रोडमैप के निश्चित समयावधि में निर्माण हो जाहि स सिंचित भूमि के रकबा में वृद्धि हो।
३. विभिन्न पुरातात्विक स्थल के उत्खनन पश्चात पर्यटन के विकसित करबाक लक्ष्य के संग ‘विदेह जनक सर्किट’ के निर्माण हो।
४. आर्थिक गतिविधि के अधोसंरचनाक निर्माण लेल भारत सरकार एक लाख एगारह हजार करोड़ के सरकारी निवेश करबाक घोषणा करय तथा प्राथमिक शिक्षा में मैथिली के स्थान भेटय।
५. एकटा सक्षम प्राधिकार/कौंसिल/बोर्ड के गठन द्वारा सरकारी निवेश के क्रियात्मक स्वरूप प्रदान कैल जाय।”
आब देखबाक ई अछि जे माननीय मंत्री एहि मांग-पत्र केँ सरकार केर सोझाँ कोन रूप मे राखि पबैत छथि, संगहि आयोजक लोकनि हुनका सँ एहि सन्दर्भ मे आगू सेहो कतेक फलो-अप कय सकता।
आयोजनक दोसर दिन प्रथम सत्र भव्य कवि सम्मेलनक संग भेल। समापन सांस्कृतिक कार्यक्रम आ समाज मे महत्वपूर्ण योगदान देनिहार विभिन्न व्यक्तित्व लोकनि केँ एहि अवसर पर सम्मानित सेहो कयल गेल छल।