अहमदाबाद मे राखल परिकल्पनाक शिलान्यास रहुआ संग्राम सँ, मिथिला मे उद्यमिता पर परिचर्चा गोष्ठी

नारायण झा, पारसमणिधाम, रहुआ, मधुबनी। मैथिली जिन्दाबाद!!

पारसमणि पुस्तकालय युवा छात्र संघ रहुआ – संग्राम द्वारा आयोजित “उद्यमिता विकास परिचर्चा गोष्ठी” आइ भोरे आरम्भ भऽ गरिमामय परिचर्चाक संग सम्पन्न भेल। सूक्ष्म-लघु मंत्रालय (भारत सरकार) केर क्षेत्रीय निदेशक श्री प्रभात झा केर मुख्य आतिथ्य एवं श्रीमती रंजना झा, चेयरमैन, अयाची फाउंडेशन; नागेन्द्र झा, मैनेजिंग डायरेक्टर, अयाची फाउंडेशन केर विशिष्ट उपस्थिति मे ई परिचर्चा गोष्ठी उद्यमिता विकास केर महत्वपूर्ण विषय पर पारसमणि पुस्तकालय रहुआ संग्राम मे आयोजित कयल गेल।

हालहि संपन्न मिथिला मिरर केर अहमदाबाद कान्क्लेव मे देश भरिक अनेकानेक विशिष्ट व्यक्तित्व लोकनिक सहभागिता मे उद्यमिताक आवश्यकता, भारत सरकार द्वारा जन-जन मे उद्यमिता बढेबाक नीति आ कौशल विकास सँ लैत मिथिला विशेष उद्यमशीलता पर आधारित उद्यम आदिक विकास पर जे चर्चा आ प्रतिबद्धता राखल गेल छल से लगायत अपन माटि-पानि सँ लगाव आ ताहि लेल सेवाक भावनाक बहुत रास बात सब एहि गोष्ठी मे सोझाँ आयल। विशेष कय केँ युवा उद्यमी आ घरेलू कामकाजी महिला मे कला-शिल्प-कौशलक प्रशिक्षण देला सँ कोन-कोन उद्यम एहि क्षेत्र मे संभव अछि ताहि पर विभिन्न वक्ता लोकनि प्रकाश देलनि।

श्री प्रभात कुमार झा कहलनि जे हम भारत सरकार वास्ते सेवा दैत आबि रहल छी। हम चाहैत छी जे गाम सँ पलायन नहि हुअय। गामहि मे किछु रोजगार केर अवसर बनय। जाहि मे सब वर्गक लोकक जीवनस्तर सेहो ऊपर उठि सकत।

अयाची फाउन्डेशन केर चेयरपर्सन रंजना झा अपन संबोधन मे कहलखिन जे हमरा लोकनि मिथिला मे कार्य करय चाहि रहल छी, हम सब घर-घर मे रोजगारक अवसर देबाक लेल वचनबद्ध छी।

ग्रामीण समाजसेवी तथा साहित्यकार नारायण झा कहला जे मिथिला मे उद्यम-व्यवसाय लेल बहुते रास अवसर अछि लेकिन संयोजन और नेतृत्वक आवश्यकताक कमी अनुभक कयल जाइत छैक। अयाची फाउन्डेशन केर वचनबद्धता सँ ई कमी सेहो पूरा हेतैक आ एहि सँ लोक-समाज केँ आरो बेसी आत्मनिर्भर बनला सँ मिथिला सँ पलायन स्वत: कम होयत।

एहि आयोजन मे प्रभात कुमार झा, जोनल डायरेक्टर, सूक्ष्म एवं लघु उद्योग विभाग, भारत सरकार; रंजना झा – चेयरपर्सन, अयाची फाउंडेशन, नागेन्द्र झा – मैनेजिंग डायरेक्टर, अयाची फाउंडेशन, विधान झा – सक्रिय मेम्बर अयाची फाउंडेशन, आनंद कुमार झा, मनोज कुमार झा, राजीव झा, कृष्णकांत झा, सनोज कुमार झा केँ सम्मानित सेहो कयल गेलनि।

कार्यक्रमक आरम्भ सुमन कुमार एवं सरोज कुमार झा द्वारा स्वस्ति-वाचन सँ करैत दिवाकर झा द्वारा स्वागत गीत गाबिकय कयल गेल। तहिना नारायण झा, हरिश्चंद्र झा, गोविंद झा, संतोष झा एवं चन्द्रशेखर झा द्वारा विषय पर वक्तव्य देल गेल। एहि अवसर पर प्रशांत कुमार झा, रंजन कुमार, प्रतीक कुमार, बोलबम झा, शिवशंकर झा राही, शंभूनाथ झा, संतोष झा सहित आयोजक – पारसमणि पुस्तकालय तथा नवयुवक छात्र संघ, रहुआ – संग्राम केर सदस्य एवं ग्रामीण लोकनिक उपस्थिति रहल छल।