दरभंगाक जनता द्वारा अत्यधिक मात्रा मे चुड़ा-दही-चीनी-अँचार आ मिठाइ आदिक सेवन करैत गप्प मारय मे प्रसिद्धि पटनिया-राजनीति बुझि गेल अछि, एक सँ बढिकय एक जबरदस्ती हुकुमत चलेबाक एहि सँ दोसर उदाहरण कि होयत जे किछुए दिनक कार्यकाल मे एसएसपी मनु महाराज दरभंगाक लोकमानस लेल कानून-रक्षक देवता बनि अपराधी प्रवृत्तिकेँ निर्मूल कय देने छलाह। लेकिन एतय तऽ नेतागिरी आ सत्ताक मद मे चूर किछेक सफेदपोशक राजागिरी मे गुन्डाराज आ आवारागर्दी धर्म बनि विकास कय रहल छल, तेकरा पुन: नवका सरकार बनिते मौज-मस्तीकेँ बहाल करबाक लेल मनु महाराज केँ स्थानान्तरण करबाक दबाव सँ काल्हि कैल गेल फैसला मे मनु महाराज केँ गया स्थानान्तरण कैल गेल अछि।
विदित अछि जे बम्बइया सिनेमा एहने-एहने राजनीतिक नस्तरबाजी पर आधारित कथा-पटकथा सँ जनताक मनोरंजन करैत अछि। फिल्म मे मनु महाराजक स्थानान्तरण भेलाक बावजूद हिरो रहैत अछि जे अन्तो-अन्त तक सबटा सम्हारि लैत अछि। विलेनकेँ खून बोकराबैत मारिकय दर्शकरूपी जनताकेँ थोपरी पीटय लेल मजबूर कय दैत अछि। आब देखक चाही जे नवक एसएसपी, जिनका सेहो ईमानदार छविक मानल जाइत छन्हि ओ दरभंगा मे अपन केहेन छवि बनबैत छथि। मनु महाराजक छाप दरभंगा मे पड़ि गेल अछि, एहि सँ हुनका छाया सेहो किछु नीके करत। सबसँ बेसी जरुरत अछि एतुका जनताक स्वाभिमान जागृतिक, ताहि लेल कोन हिरो जनता बीच सँ उठैत अछि एकर इन्तजार रहत। हाल धरि बेलगोबना नीतिक नेता सब टा देखायल अछि जाहि पर बौद्धिक समाज केवल भय आ आशंका सँ देखि घरक भीतर पर्दे मे रहब उचित बुझैत देखाइत अछि।