कुमार विकास, मंगोलपुरी, दिल्ली। अप्रैल ४, २०१८. मैथिली जिन्दाबाद!!

अभिराज झा केर नाम संग आरो बहुत रास कीर्ति जुड़ल अछि। आउ पिया हमर नगरी फिल्म केर कथा,पटकथा, संवाद, गीतकार होयबाक संग-संग एहि फिल्मक हीरो केर बहनोई सेहो छथि अभिराज। “कखन हरब दुःख मोर” केर कथा, पटकथा, संवाद तथा गीत – ‘जखने बेटी बैसली महफा’ सेहो हिनकहि कृति थिक।

एक बेर फेर मैथिली फिल्म केर नया इतिहास लिखबाक काज होयबाक अपेक्षा राखल जायवला फिल्म “लागल प्रीत अहाँ सँ” केर कथा-पटकथा, गीतकार आ अहु फिल्म केर किरदार मे देखेता अभिराज झा। ई फिल्म २० अप्रैल केँ गोरेगाँव मुंबई सँ रिलीज भऽ रहल अछि। तहिना आबयवला नव धारावाहिक दूरदर्शन बिहार पर “सीता” मैथिली धारावाहिक केर जल्द टेलीकास्ट होयबाक सूचना भेटल अछि। संगहि कॉमेडी सेहो “मंगरुआ हरा गेलखींह” सेहो सम्भवतः जून तक टेलीकास्ट होयत।
मुम्बई सँ भाइ खबैर कयलन्हि अछि, ओ गेल छलाह ‘लागल प्रीत अहाँ सँ’ केर टिकट एडवांस बुकिंग लेल। बड्ड भीड़ छल। रुझान संतोषप्रद। व्यक्ति एक मुदा गुण अनेक – अभिराज झा केँ मैथिली फिल्म केर एकटा सफल चेहराक रूप मे देखल जाइत अछि। हिनकर योगदान केँ स्वर्ण अक्षर मे लिखल जायत ई कहय मे अतिश्योक्ति नहि। मैथिली-मिथिलाक भविष्य लेल फिल्म केर भूमिकाक चर्चा पैघ-पैघ मंच पर होएत अछि। ताहि सब सँ इतर अपनहि धुन मे सदिखन किछु न किछु महत्वपूर्ण निर्माणकार्य मे लागल अभिराज झा केर समस्त उपक्रम मे सफलता भेटन्हि, ताहि लेल हार्दिक शुभकामना छन्हि।