डा. रामसेवक झा, दरभंगा। मई २४, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!
जाह्नवी संस्कृत ई जर्नल त्रैमासिक पत्रिका क 29म अङ्क केर लोकार्पण रविदिन चेन्नै स्थित कर्णाटक संघ सभागार में कयल गेल। लोकार्पणकर्ता राष्ट्रपति सम्मानित विद्यावाचस्पति डॉ. वी. प्रभञ्जनाचार्य कहलथि जे प्रौद्योगिक युग में जाह्नवी ई जर्नल के महती आवश्यकता प्रतीत होइत अछि। प्रिंट पत्रिका द्वारा सीमित लोक तक शोध आलेख पहुंचैत अछि मुदा ई जर्नल द्वारा न केवल देश अपितु विदेशो में संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसारक संग शोधक आदान प्रदान कयल जाइत अछि। उद्घाटनकर्ता डॉ.प्रभञ्जनाचार्य कहलथि जे संस्कृत जगत के प्रथम अन्ताराष्ट्रीय मानक प्राप्त ई जर्नलक 29 म अङ्कक लोकार्पण करैत अत्यन्त प्रसन्नताक अनुभव भय रहल अछि। संगहि एहि जर्नल के उत्तरोतर वृद्धि हेतु मंगलकामना करैत छी।
संस्कृत भाषा के प्रथम ई जर्नल जाह्नवी के प्रधान सम्पादक लगमा आदर्श संस्कृत महाविद्यालय क व्याकरण विभागाध्यक्ष विद्यावाचस्पति डॉ. सदानन्द झा, सम्पादक डॉ. रामसेवक झा छथि। जर्नल केर प्रकाशक डॉ. बिपिन कुमार झा कहलथि जे देश-विदेश में संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार एवं शोध आलेख में गुणवत्ता वर्द्धन हेतु जाह्नवी ई जर्नल के स्थापना कयल गेल । एहि जर्नल के सर्वप्रथम 20 जनवरी 2010 क तिरुपति विद्यापीठ क तात्कालिक कुलपति प्रो. हरेकृष्ण शतपथी क कर-कमल स कयल गेल। ओकर बाद अखनि धरि क्रमश: वाराणसी (BHU), उजान (दरभंगा), दिल्ली संस्कृत विद्यापीठ, आर के कॉलेज मधुबनी, दरभंगा, चंडीगढ़ सहित अटलाण्टा (USA) सहित अनेक प्रमुख शहर में संस्कृत साहित्य क मूर्धन्य विद्वानलोकनि आ शिक्षाविद सभ के कर-कमल सं कयल गेल अछि ।
जाह्नवी ई जर्नल क सम्पादित करबा मे डॉ. सदानन्द झा, डॉ. बिपिन कुमार झा, डॉ. रामसेवक झा, डॉ. प्रदीप कुमार झा, डॉ. सुमन, डा सरिता, डा सुनील, डॉ. श्रीनाथ सहित अनेक लोकक महत्वपूर्ण योगदान रहल अछि।
प्रकाशक डा झा कहलथि जे आगूक अङ्क हेतु अपन शोध आलेख जुलाई मास तक संस्कृत-हिन्दी-अंग्रेजी भाषा में पठाओल जा सकैत् अछि। विशेष विवरण ई जर्नल क मुख्य बेब www.jahnavisanskritejournal.in पर देखल जा सकैत अछि।