भारतीय सेना द्वारा राहत व्यवस्थापनक चौतरफा सराहना

Indian soldiers, left, on rescue mission to Nepal rush to board an Indian Air Force aircraft near New Delhi, India, Sunday, April 26, 2015. A strong magnitude-7.9 earthquake shook Nepal's capital and the densely populated Kathmandu Valley before noon Saturday, causing extensive damage with toppled walls and collapsed buildings, officials said.(AP Photo/Altaf Qadri)
Indian soldiers, left, on rescue mission to Nepal rush to board an Indian Air Force aircraft near New Delhi, India, Sunday, April 26, 2015. A strong magnitude-7.9 earthquake shook Nepal's capital and the densely populated Kathmandu Valley before noon Saturday, causing extensive damage with toppled walls and collapsed buildings, officials said.(AP Photo/Altaf Qadri)
Indian soldiers, left, on rescue mission to Nepal rush to board an Indian Air Force aircraft near New Delhi, India, Sunday, April 26, 2015. A strong magnitude-7.9 earthquake shook Nepal’s capital and the densely populated Kathmandu Valley before noon Saturday, causing extensive damage with toppled walls and collapsed buildings, officials said.(AP Photo/Altaf Qadri)

नेपाल मे भूकम्पकेँ महाभुकम्पक संज्ञा देल गेल अछि। दिन ब दिन हालत आरो बेसी खराब भेल जा रहल अछि। आन्तरिक पहाड़ी क्षेत्र मे जेना-जेना राहत पहुँचेबाक काज आगू बढि रहल अछि, मरनिहार आ घायल लोक सबहक संख्या मे अप्रत्याशित वृद्धि होयबाक संभावना बढि गेल अछि। आब मृतक केर संख्या ५ हजार सँ फाजिल आ घायलक संख्या १५ हजार सँ बेसी होयबाक आशंका बढि गेल अछि। उद्धारकर्ता नेपाली सेना, नेपाली सशस्त्र पूलिस आर अन्य जनबलक संग विदेश सँ आयल राहत टोली द्वारा ढहल मकानक बुर्ज मे सँ जिबैत लोककेँ निकालबाक भरपूर प्रयास एखनहु निरंतरता मे अछि। एहि बीच सबसँ पहिने राहतक संपूर्ण इन्तजामक संग नेपाल मे आयल भारतीय सेनाक सराहना चारू तरफ होमय लागल अछि। लोक देवताक स्थान पर भारत केँ सम्मान देमय लागल अछि। भारतीय मिडियाक सेहो खूब सराहना कैल जा रहल अछि जे विकट सऽ विकट स्थान पर सेना संग सहकार्य करैत रिपोर्टिंग करैत राहत व्यवस्थापन केँ सूचारू करय मे सहयोगीक भूमिका बखूबी निर्वाह कय रहल अछि।

भूकंप प्रभावित नेपालीक खोजी तथा उद्धारक लेल आयल भारतीय सेना त्रिभुवन अन्तराष्ट्रीय विमानस्थलक पूर्व तरफ अस्थायी कैम्प बनाय  ‘अपरेशन मैत्री’ संचालन कय रहल अछि। अपरेशन मैत्री सञ्चालनक लेल भारतीय सेनाक मेजर जनरल जी एस सन्धुकेँ कमाण्डमे सैनिक सब नेपालक विभिन्न भागमे परिचालित होइत कार्य कय रहल अछि। भारतीय सेना काठमांडु आर पोखरा सँ उद्धार कार्य संयोजन कय रहल अछि। लगभग सवा लाख पूर्व गोरखा सेना जे भारतक रहितो नेपालहि सँ छल तेकर सबहक सहयोग सेहो लेल जा रहल अछि। भारतीय सेना मुख्य रुफ सँ काठमांडु आ गोरखा सहित भितरी क्षेत्रक गाम-गाम धरि राहत आ स्वास्थ्य व्यवस्था पहुँचा रहल अछि।

पोखरासँ सहायक हेडक्वार्टरमे ब्रिगेडियर जे एम गाम्लिङकेर कमाण्डमा भारतीय सैनिक कार्यरत अछि। भारतीय सैनिकक तेसर कैम्प गोरखाक वारपाकमे सेहो बनायल गेल अछि। पिछला दुइ दिन सँ कार्यक्षेत्र मे विस्तार देखल लेल भेटैत अछि। स्थानीय जनता आ पूर्व गोरखा सैनिक सहित नेपाली सेनाक कमान्ड मे काज करबाक जानकारी भारतीय सेनाक प्रवक्ता द्वारा नेपाली मिडिया केँ करायल गेल।

अापरेशन सञ्चालन लेल भारतीय सेनाक नेशनल डिजाष्टर रेस्पोन्स फोर्सक करीब १ हजार प्रशिक्षित सैनिक नेपालमे कार्यरत अछि। एकर अलावे मेडिकल रेस्पोन्ड टिम सेहो अयबाक क्रम निरंतरता मे अछि। एखन धरि कतेको स्थान मे स्थानमा फिल्ड अस्पताल सेहो स्थापना कैल जा चुकल अछि।

उद्धार अपरेशनक वास्ते भारतीय वायु सेनाक १३ टा हेलिकोप्टर तथा विमान प्रयोग कैल जा रहल जानकारी भेटल अछि। काठमाडौं आ एकर आसपासक क्षेत्रमे भूकम्पमे जमीनमे दबल लोककेर खोजी तथा उद्धारक वास्ते ६ टा एमआई–१७ २४ घण्टा उड़ान भरि रहल अछि। तहिना पोखरामे ४ टा ध्रुव हेलिकोप्टर, गोरखा आ लमजुङकेँ लक्षित करैत खोजी तथा उद्धार कार्य कय रहल अछि। एहि सब स्थान मे फिल्ड अस्पताल बनाय घायल लोकक उपचार प्रारंभ कय चुकल अछि। अमेरिका सँ किनल अत्याधुनिक सैनिक कार्गो विमान सि–१७ आ सि– १३० विमान सेहो प्रयोगमे आनल जा रहल अछि। भारतीय वायू सेना द्वारा हरेक दिन १ लाख किलो उद्धार सामाग्री, मेडिकल सामान आदि राहत वास्ते आनल जा रहल अछि।