‘प्रभासोत्सव’ पर साहित्यिक समागम – देश भरि सँ जुटला दिग्गज साहित्यकार

दरभंगा, २३ फरबरी, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!

समाचारः साभार विभूति आनन्द

‘प्रभासोत्सव’ पर साहित्यिक समागम

देश भरि सँ जुटला दिग्गज साहित्यकार

प्रभास समग्रक उपन्यास खंड विमोचित

साहित्य अकादमीसँ पुरस्कृत मैथिलीक प्रख्यात साहित्यकार प्रभास कुमार चौधरीक 19म पुण्यतिथिपर हुनक पैतृक गाम दरभंगाक पिड़ारुछमे साहित्यिक समागमक आयोजन बुधकेँ भेल।

‘प्रभासोत्सव’ नाम सँ भेल समारोहमे हुनक समस्त रचनाक प्रकाशनक श्रृंखलाक आरंभ कयल गेल। ‘प्रभास समग्र‘ (सम्पादन डा. वंदना चौधरी – स्व. प्रभास चौधरीक आत्मजा) नाम सँ एकर प्रथम खंडक अंतर्गत सभ उपन्यासक संकलनक विमोचन साहित्यकार लोकनि कयलनि।

डॉ श्रीश चौधरीक स्वागत भाषण सँ शुरू समारोहक संस्मरण सत्रमे प्रभासक सहपाठी मित्र वर्गक डा• रामदेव झा, ई. नबोनाथ झा, शिवकांत झा आ विजेंद्रनाथ झा कतेको रोचक आ प्रेरक प्रसंग प्रस्तुत कयलनि। अध्यक्षता कयलनि मंत्रेश्ववर झा । ओतहि समीक्षा सत्रक अंतर्गत कथाकार अशोक प्रभासक पाँचो उपन्यास ‘अभिशप्त’, ‘युगपुरुप’, ‘हमरा लग रहब ?’, ‘नवारंभ’ एवं ‘राजा पोखरिमे कतेक मछरी’ पर केंद्रित आलेख-पाठ कयलनि । एहि सत्रमे डॉ विश्वेश्वर मिश्र, डॉ जगदीश मिश्र, डॉ विद्यानाथ झा विदित, उदयचंद्र झा विनोद आ पंचानन मिश्र सेहो विचार रखलनि ।

किशोर केशवक संचालनमे भेल समस्त कार्यक्रमक कथा-समीक्षा सत्रमे विभूति आनंद ‘प्रभासक कथामे प्रभासक होयब’, डॉ शिवशंकर श्रीनिवास ‘आजुक संदर्भमे प्रभासक कथा’ आ कमल मोहन चुन्नू ‘मानवक विराटक खोजी कथाकार’ विषय पर आलेख पाठ कयलनि । ओतहि डॉ देवशंकर नवीन, डॉ मित्रनाथ झा, नवीन चौधरी कथा सभपर टिप्पणी कयलनि।

एहि अवसरपर राम भरोस कापड़ि भ्रमर (जनकपुर), सियाराम झा सरस (रांची), डॉ देवेन्द्र झा (मुजफ्फरपुर), प्रेमलता मिश्र प्रेम, डॉ रमानंद झा रमण (पटना), महेंद्र, ललितेश मिश्र (सहरसा) सहित दरभंगा सँ डॉ फूलचंद्र मिश्र रमण, डॉ श्रीशंकर झा, डॉ मुरलीधर झा, अशोक कुमार ठाकुर आदिक सहभागिता महत्वपूर्ण रहल ।

एहि अवसरपर दिल्ली सँ आयल डॉ गंगेश गुंजन केर प्रस्ताव पर युवा कवि दिलीप कुमार झाक अध्यक्षतामे डॉ भीमनाथ झा, देहरादून सँ आयल बुद्धिनाथ मिश्र, मुंबई सँ आयलि विभा रानी, कोलकाताक रामलोचन ठाकुर, विद्यानंद झा समेत अमलेन्दु शेखर पाठक, हरिश्चन्द्र हरित, फूलचंद्र झा प्रवीण, डॉ अशोक कुमार मेहता, अजित आजाद, विद्यानंद झा, धीरेंद्र कुमार झा, सतीश साजन आदि काव्यांजलि समर्पित कयलनि।