राजविराज, १४ जनवरी, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!
मिथिलाक अनुपम डेग नामक संस्था द्वारा सप्तरी जिलाक मुख्यालय राजविराज स्थित पबि स्कूल प्रांगण मे १२ जनवरी वृहस्पति दिन ‘मातृभाषा मे शिक्षा – एक डेग’ विषयपर अन्तर्क्रिया कार्यक्रम राखल गेल। एहि मे शिक्षाविद् जनानन्द मिश्र, विष्णु मंडल, देवेन्द्र मिश्र, डा. अखिलेश झा, महेन्द्र यादव, उपेन्द्र झा, साधना झा, कंचन झा, किरण देवी, प्रवीण नारायण चौधरी, श्याम सुन्दर यादव पथिक, बटुक ब्रह्मचारी, संयोग देव, प्रशान्त सविता अर्जुन झा सहित अन्य दर्जनों विज्ञ-विशेषज्ञ एवं युवा अभियानी लोकनिक सहभागिता छल। एहि कार्यक्रमक अध्यक्षता आयोजक संस्थाक अध्यक्ष आरती झा कएलनि। मंच संचालन कार्यक्रम संयोजक निराजन झा द्वारा कैल गेल।
प्रारम्भमे देवेंद्र मिश्र द्वारा विषय प्रवेश तथ्यपूर्ण एवम् विस्तृत रूप सँ राखल गेल। मातृभाषा मे शिक्षाक महत्व राष्ट्रसंघ द्वारा स्वीकारोक्ति सँ स्पष्ट होयब, संगहि देशक संविधान सेहो एकरा मौलिक अधिकार केर रूप मे नागरिक केँ उपलब्ध करेबाक नीति रहबाक महत्वपूर्ण विचार रखैत देवेंद्र मिश्र कहलैन जे नीति रहितो नियति मे मैथिलीभाषी सहित अन्यान्य मातृभाषी केँ एहि अधिकार सँ जानि-बुझिकय वंचित राखल जाएत अछि जाहि सँ नेपाली के अलावे आन सब भाषाभाषी एहि देश मे औपनिवेशिक समुदायक रूप मे सब दिन पाछू रहय। विगत मे एहि दिशा मे कैल गेल प्रयास पर सेहो मिश्र द्वारा प्रकाश मे आनल गेल आर सरकारक नियति पर प्रश्न ठाढ करैत ओहि दिशा मे संघर्ष करबाक जरुरत रहबाक बात ओ स्पष्ट कएलनि।
वरिष्ठ संचारकर्मी तथा मैथिली-मिथिला अभियानी विष्णु मंडल सेहो मातृभाषाक महत्व रहितो सरकारी पक्षक नेत आन भाषा केँ अधिकार देबाक नहि रहल कहैत एकरा विरुद्ध एकटा सशक्त संघर्षक आवश्यकता पर ओ सभक ध्यानाकर्षण कएलनि। डा. अखिलेश झा अपन विचार रखैत देवेंद्र मिश्रक वक्तव्यसँ सहमत होएत हुनकर अवलोकन केँ प्रशंसनीय मानैत मैथिली केँ शिक्षामे नहि एनाय कोनो दुर्घटना अथवा चूक केर कारण नहि अपितु षडयंत्र तहत शिक्षासँ फराक राखल जेबाक बात कहलनि।
स्पष्टे छैक जे विश्व भरिक सब तकनीकी शिक्षा समिति, भाषाविद, समाज-शास्त्री तथा संयुक्त राष्ट्र संघक नीति द्वारा एहि बात केँ स्वीकार कैल गेल छैक जे कम सँ कम प्रारम्भिक शिक्षा हर नागरिक केँ अपन मातृभाषा मे भेटय तऽ ओकर सर्वांगीण मानसिक विकास दर सर्वोत्तम होयत। शुरुआते जँ नव भाषा मे होयत त स्वाभाविक रूप सँ बच्चाक रुचि मे शिक्षा प्रति समुचित रुझान नहि भऽ सकैत छैक। बच्चाक मनोविज्ञान अनुसार कोनो विषयक ज्ञान ग्रहण करबाक क्षमता जतेक अपन भाषामे सहज छैक से आन कोनो भाषा सँ नहि भऽ सकैत अछि। दुनिया भरिक सर्वेक्षण मे ई स्पष्ट भेलैक अछि जे साक्षरता दर कम होयबाक एक सब सँ पैघ कारण मातृभाषाक माध्यम सँ शिक्षा नहि भेटबाक कमजोरी थिकैक। विश्व भरिक जतेक विकसित राष्ट्र अछि ओतय ई व्यवस्था सुदृढ छैक। ई सब बात समग्र मे वक्ता लोकनिक भावना सँ स्पष्ट होएत रहल।
मैथिली जिन्दाबादक संपादक प्रवीण नारायण चौधरी मातृभाषाक माध्यम सँ शिक्षा व्यवस्था केँ संविधानक मौलिक अधिकार मे रहितो व्यवहार मे कमजोरी आर वक्ता सब द्वारा ई स्वीकारोक्ति जे सरकार एहि दिशा मे काज नहि करैत अछि तेकरा आत्मसात करैत स्वयंसेवाक भावना सँ अपन मातृभाषा मैथिली प्रति अपने जागरुक बनि स्वसंरक्षण करबाक जरुरत अछि आर एहि लेल मिथिलाक अनुपम डेग द्वारा उठायल गेल डेग संग डेग मिलाकय चलबाक लेल अपन सामर्थ्य सँ जतेक संभव होयत ततेक करब कहलनि। एहि कार्य लेल विद्यार्थी आर अभिभावक सब केँ एकर महत्व सँ परिचित करेबाक लेल अभियान चलेबाक लेल आग्रह करैत मोरंग जिला मे स्वयं अभियानी बनि काज करबाक प्रतिबद्धता जनौलनि। संगहि विद्यार्थी सब केँ अपन मातृभाषा सँ जोड़िकय रखबाक लेल छात्रवृत्ति व अन्य प्रोत्साहन कार्यक्रम चलेबाक आवश्यकता कहैत शुरुआत मे १० हजार टकाक छात्रवृत्तिक प्रायोजन अपने द्वारा करबाक घोषणा कएलनि। एहि छात्रवृत्ति अन्तर्गत सप्तरी जिलान्तर्गतक विद्यालयक कक्षा आठ सँ दस धरिक छात्र-छात्रा द्वारा मैथिली लेखन केँ पुरस्कृत कैल जेबाक प्रशंसनीय घोषणा कएलनि।
सभा मे राजनीतिक दल तराई मधेस लोकतांत्रिक पार्टीक युवा नेत्री साधना झा अपन वक्तव्य मे राजनीतिक दल सब केँ सेहो एहि दिशा मे प्रयास करब आवश्यक रहबाक बात कहैत अपना स्तर सँ उचित डेग बढेबाक प्रतिबद्धता प्रकट कएलनि। प्राध्यापक अमर कान्त झा एहि दिशा मे कि सब करबाक आवश्यकता अछि ताहि पर सिलसिलेवार बात रखलनि। पुनः प्रश्नोत्तरीक एकटा खूल्ला सत्र सेहो छल जाहि मे आगामी समय मे करयवला विभिन्न डेग पर वक्ता आ श्रोता बीच प्रश्नोत्तरी भेल छल।
वक्ता लोकनिक बजबाक क्रम मे अंजू यादव, कंचन झा, किरण देवी अपन-अपन सुन्दर गीति-काव्य सेहो सुनौलनि आर एहि रचनाक मर्म सेहो मातृभाषाक उपेक्षाक दर्द सुना उपस्थित श्रोता लोकनि केँ मंत्रमुग्ध कय देने छल। अन्त मे अध्यक्षीय भाषण दैत आरती झा ई पहिल अन्तर्क्रिया सँ जतेक बात सोझाँ आयल ताहि पर कार्य करबाक काज संस्था आगामी समय मे करत आर एकरा निर्णयात्मक स्थिति मे पहुँचेबाक काज करत गछलनि।
विदित हो जे कार्यक्रमक अन्त मे देवेन्द्र मिश्र द्वारा एकटा घोषणापत्र जारी कएल गेल जाहि मे भविष्यक डेग बतबैत लक्ष्यक दिशा मे गमन करबाक संदेश छल। कार्यक्रमक लाभ आम मैथिलीभाषी जनमानस धरि आगामी समय मे निश्चित पहुँचत एहि उम्मीदक संग कार्यक्रमक समापन भेल। समापन उपरान्त सामूहिक फोटोग्राफी आर समदाउनिक गान सँ सब कियो सभा सँ प्रस्थान कएलनि।