नगरपालिका नामकरण विवादः ऐतिहासिकता मेटेबाक विरोध

रविन्द्र उदासी, सतोषरधाम (हालः दोहा, कतार)। जनवरी १४, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!

saptarishi nagarpaalikaनामकरण मे विवाद – ऐतिहासिकता मेटेबाक षड्यन्त्र आ स्वार्थी राजनीति केर जनमानस मे विरोध – सन्दर्भ – नवगठित सप्तऋषि नगरपालिका, धनुषा

“मिथिलाकेँ सगरो नामे नाम छैक, मिथिलाक पाहुन श्री राम छैक! निहारिकय देखू स्प्तऋषिस्थान केँ, वैह त सतोषरधाम छैक!!” – करीब एक साल पहिने सबैला गा. बि. स., मखनाहा गा. बि.स. आर सतोषर गा. बि. स. केँ मिलाकय एकटा नव नगरपालिका गठन हेबाक घोषणा कैल गेल छल । नगरपालिका मे पड़यवला सम्पूर्ण गाम सभक सहमति सँ नामकरण ‘सप्तऋषि नगरपालिका’ होबक चाही निर्णय करैत सही-छाप सब कय केँ आयोग केर समक्ष जमा कय देल गेल रहैक।

saptarishi nagarpaalika1मुदा एहि बीच मे किछु सबैला गामबासी अपन राजनीतिक पहुँच केर दुरुपयोग कय केँ बिना केकरो संग कोनो तरहक आपसी विचार-विमर्श केने चोरी-छुपके एकर नामकरण सबैला नगरपालिका लिखाबय मे सफलता हासिल कय लेलक। मुदा ऐमकी बेर आयोगक निर्णय भेल कि सबैला नगरपालिका मे आन-आन गाउँ सेहो समाबेश कय देल जाय, जेना खरियानी गा. बि. स., बल्लाबाखर गा. बि. स., इनरुवा गा. बि. स., पछेर्वा गा. बि. स. लगायत सतोषर गा. बि. स., मखनाहा गा. बि. स., ठिल्ला गा. बि. स. केर नगरपालिकाक नाम सबैला नगरपालिका मान्य नहि भऽ पूर्व सहमति अनुरूप सप्तऋषि नगरपालिका सतोषर धाम बनेबाक लेल आवेदन जमा कैल गेल छल। आयोगक सर्वे सँ सप्तऋषि नगरपालिका सब गाम विकास समिति लेल उपयुक्त हेबाक बात ठहर करैत यैह चारि दिन पहिने सप्तऋषि नगरपालिका नामाकरण कैल गेल । सप्तऋषि नगरपालिका नामाकरण करैते सबैलाक किछु स्थानिय नेता कहेनिहार नगरपालिका मे तालाबन्दी करौने छल । सबैला गा. बि. स. छोड़ि सम्पूर्ण नगरपालिका मे रहयवला व्यक्ति सब जनकपुर जिलाधिकारी तथा जिला विकास अधिकारी केर कार्यालय मे जा कय नगरपालिका तालाबन्दी खोलौने छल।

satoshardhamविदित हो जे अकाट्य ऐतिहासिकता समेटने सप्तऋषि स्थान पर्यन्त रहल सतोषरधाम केर नाम सँ सबैलाक किछु कहेनिहार नेताक स्वार्थ आ अहंकार पर चोट लागब समान बनि जेबाक कारण ई नामकरण विवाद काफी समय सँ मुद्दा बनि गेल अछि। मिथिलाधाम मे प्रसिद्ध सप्तऋषि स्थानक महत्व केँ नामोनिशान मेटाबयवला कुत्सित मानसिकताक कारण ई नामकरणक विवाद राजनीति बनाम आम जनमानस बनि गेल अछि। आयोग, प्रशासन आ आम जनमानस सभक एक्केटा मांग छैक जे ऐतिहासिकता केँ नकारि अपन मनमौजी काज नहि कैल जाय। सप्तऋषिक नाम सँ एहि क्षेत्रक अलगे प्रतिष्ठा, पर्यटकीय महत्व आर जनभावना मे सेहो स्थापित छैक, अतः अन्य कोनो राजनीति केर प्रतिकार होयब स्वाभाविके अछि।