शुभ नारायण झा, दिल्ली। जनबरी २, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!
मैथिली फिल्म केर अस्तित्व मे एना भले ५० वर्ष सँ आब ऊपर भेल लेकिन आइयो ई लांगड़-लूल्ह जेकाँ गतिशील अछि जे चिन्ताक विषय थीक। कहबी छैक जे भाषाक प्रचार हो आ कि अपन संस्कृति संग जुड़ाव राखि आत्मगौरवक अनुभूति करब हो – एहि दुनू बात लेल फिल्म केर माध्यम सर्वोत्तम सहारा होएत छैक। मैथिली फिल्म केर दुर्दशाक बहुत रास कारण विश्लेषक सब कहैत अछि। तथापि काज कएनिहार अपन कर्मठ प्रयास सँ एकरा जीबित रखने अछि ईहो कम पैघ बात नहि भेलैक। मिथिला-मैथिलीक विभिन्न अभियान आब जाहि गति सँ आगू बढि रहल छैक ताहि मे मैथिली फिल्म लेल नव वर्ष २०१७ अवश्य क्रान्तिकारी होयत से आशा कैल जा सकैछ। एहि सन्दर्भ मे किछु नव अग्रगामी जनतब सब सँ मैथिली जिन्दाबाद केर पाठक केँ परिचिति भेटय – एहि समाचारक उद्देश्य यैह अछि।
मैथिलि फिल्म दुल्हिन केर निर्माता-निर्देशक बिष्णु पाठक और मनोज श्रीपति जी एक संग देखा रहला अछि एहि तस्वीर मे। पाठक जी बेगुसराय सँ छथि आर श्रीपति जी सहरसा सँ । एहि बेर गंगा केर घाट और कोसी केर कछेर एक संग ठाढ छथि मैथिली फिल्म केँ आगू लऽ चलबाक लेल । पीवीआर मे फिल्म केर प्रदर्शन हो एहि उद्देश्य सँ काज चलि रहल अछि । अहाँ समस्त फिल्मप्रेमी लोकनिक शुभकामना अपेक्षित अछि।
२०१७ मे दुल्हिन आ डमरू उस्ताद संगे रिलीज होयत
मैथिलि सिनेमा लेल ई वर्ष विशेष उम्मीद लऽ कय आबय वला अछि। निर्माता बिष्णु पाठक केर श्री राम जानकी बैनरक निचाँ एक अत्यन्त विशेष फिल्म केर निर्माण होमय जा रहल अछि जेकर नाम छैक “दुल्हिन”। मिथिलांचल केर शोक मानल जायवाली कोसी नदीक विभीषिका पर आधारित एहि फिल्म मे मशहूर संगीत निर्देशक धनंजय मिश्रा संगीत पर जोर-शोर सँ काज शुरू कय देलनि अछि। फिल्म मे एक सँ एक मधुर और लोकप्रिय गीत पर काज भऽ रहल अछि।
ज्ञातब्य हो जे निर्माता बिष्णु पाठक मैथिलि केँ एहेन भाषाक रूप मे स्थापित करबाक लेल फिल्म केर माध्यम अपन प्रयास मे लागल छथि जे मिथिलांचल केर सब क्षेत्र मे और सब वर्ण मे लोकप्रिय भऽ सकय। ओ एहि सँ पूर्वहु एहने एक फिल्म डमरू उस्ताद सेहो बनौने छथि जेकर प्रदर्शन सेहो एक्के साथ होयत। विदित हो जे डमरू उस्ताद केर निर्देशन अनूप कुमार कएने छथि।
दुल्हिन फिल्म मे भोजपुरी फिल्म केर मशहूर निर्देशक मनोज श्रीपति केर मैथिलि फिल्म निर्माण मे प्रवेश भऽ रहल अछि। ओ एहि फिल्म मे मिथिलांचल केर हरेक भागक कलाकार केँ सेहो काज देमय जा रहला अछि जाहि सँ भाषाक नाम पर सेहो एकजूटता संभव हो। आउ हम सब निर्माता बिष्णु पाठक जी, निर्देशक मनोज श्रीपति जी एवं अनूप कुमार जी केँ २०१७ मे प्रदर्शित होमयवला मैथिली फिल्म केर वास्ते ढेरो शुभकामना दऽ कय हुनका लोकनिक मनोबल बढ़ाबी।
मैथिली सिनेमा आ धारावाहिक मे कलाकार आ प्रतिभाक कमी नहि
नीलेश दीपक एक निपुण कलाकार छथि जिनका संग अभिनय करैत हमहुँ बहुत सहज महसूस करैत छी। धारावाहिक ‘पाहून’, फिल्म ‘घोघ में चाँद’, ‘हमर सौतिन’, ‘छौंरा अगत्ती छौंरी भागबत्ती’, ‘डमरू उस्ताद’, इत्यादि मे संगे काज केलहुँ। सौभाग्य मिथिला मे ‘जंगला मंगला’ सँ अपन फ़िल्मी सफ़र शुरू केनिहार और ई चित्र एकटा धारावाहिक ‘पवित्री की बेटियाँ’ केर थीक जे किसान चैनेल वास्ते संङ्गोर भेल रहय, जाहि मे बूढ़ नसीम मियाँ केर चरित्र निभेलनि अछि। आगामी समय मे मैथिली फिल्मक बेहतरी वास्ते हम सब समर्पित रहब।