दोहा कतारमे विद्यापति स्मृति समारोह-२०१६: परदेशी आखर केर दोसर अंकक लोकार्पण भेल

विन्देश्वर ठाकुर, दोहा। नवम्बर २६, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद।

दोहा कतारमे सम्पन्न भेल – विद्यापति स्मृति समारोह -२०१६ एवं परदेशी आखर के दोसर अंकक लोकार्पण भेल

vsps-doha1“मातृभाषाक जगेर्णा हमरासबहक प्रेरणा” मूल नाराके संग बिगत १६ मास सँ निरन्तर रुपमे आयोजना होइत आबि रहल मैथिली काव्य-सन्ध्या अन्तर्गतके कार्यक्रम साँझक चौपाड़ि पर के सोलहम मासक बैसार तथा विद्यापति स्मृति समारोह-२०१६, तिथि: २५/११/२०१६ शुक्र दिन कतारक सहानियामे सफलतापूर्वक सम्पन्न भेल ।

कवि बेचन महतो जीक दलान पर आयोजित एहि समारोहमे दूर दूर सँ कवि सबहक आगमन भेल छल । कवि अब्दूर रज्जाक जी सनैया सँ दू घन्टा करबा बस चढि आएल छलाह । तहिना रवीन्द्र उदासी जी अपन मित्रसबहक संग होम सलाल सँ आएल छलाह । कवि विन्देश्वर ठाकुर एवं युवा गजलकार असरफ राईन जी दुर्गम क्षेत्र जमेलिया सँ पहुँचल छलथि ।

दीप प्रज्वलन एवं जय जय भैरवि असुर भयाओनी गीत केर संग कार्यक्रम विधिवत रुपे शुरु भेल । बाबा विद्यापतिक’ संक्षिप्त जीवनी पर प्रकाश दैत कविलोकनिद्वारा एक सँ बढिकय एक उत्कृष्ट कविता, गीत, गजल आ कतासब वाचन कएल गेल ।

vsps-dohaश्रोतासबमे आनन्द कुमार साह, उमेश महतो, रामसागर महतो, पुनदेव मन्डल, महेन्द्र महतो, रमेश, राजाराम, रामजतन लगायतके दर्जनो मैथिलीप्रेमी सँ बेसी श्रोतासबहक उपस्थिती छल । सर्जकसबहक ई रचनासब सुनि सहभागी समुच्चा श्रोतासब मन्त्रमुग्ध भेलाह । संगे एहि कार्यक्रममे कतार सँ प्रकाशित होबयबला मैथिली त्रैमासिक पत्रिका ‘परदेशी आखर’ केर दोसर अंकक सेहो लोकार्पण कएल गेल । एहि पत्रिकाक प्रिन्ट करय मे सहयोग केलनि प्रिय मित्र ई. सतीश कुमार यादव जी, हिनका हृदय सँ धन्यवाद देल गेल । ई दृश्यसब देखि अतुका दर्शकसब आओर बेसी प्रसन्न आ उत्साहित भेलाह । संगे एहन गतिविधिसब अहिना निरन्तर होइत रहए हमसब सदैव संग छी से इच्छा सेहो व्यक्त केलनि ।

कार्यव्यस्ताक कारणे नै आबि सकलाह कवि धनेश्वर ठाकुर जी, कवि अशोक सहनी जी आ शत्रुधन मुखिया जी । मुदा अँनलाइन सँ समर्थन देलनि । तहिना नेपाल सँ सोगारथ यादव जी, प्रणव कान्त झा जी, जमेलिया सँ प्रयास जी, राजदेव जी, सउदी सँ शशी जी सब सेहो सदिखन उत्साह भरैत रहलाह । साधुवाद यिनका सबगोटेक !

कार्यक्रम विसर्जन उपरान्त कवि बेचन महतो जी द्वारा चुरा, दही, चिनी, अँचार, तरकारी आ मिठाई सहित के मैथिली भोजन सेहो अतिथि सब केँ करौलनि। माने कहि सकैत छी जे आजुक ई समारोह पूर्ण रुपे जय जय भेल । तथापि एकटा गप्पक खूब कचोट भेल जे एतुका बहुते क्ति व संस्थासब (जे अपना आपके मैथिली भाषा विकास लेल सदैव सहयोग करब कहै छथि) ओ सब पत्र/निमन्त्रणा देलाक बादो अपना आपके उपस्थितीओ जनौनाइ उचित नै समझलाह से पैघ दुखद ! जऽ इहो सब मन सँ सहयोग करए त हमसब एहि मरुभूमीमे मैथिली मौसम आओर बेसी हरियर बना सकैत छी । धन्यवाद !