सुभाषचन्द्र झा, सहरसा। अक्टुबर ४, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!

शायद बिहार सरकार बंगाली बाजार ओवरब्रिज केँ राजनीतिक मुद्दाक रूप में बनल रहय यैह चाहि रहल अछि । एहि आरओबी निर्माणक लेेल एखन तक चारि बेर शिलान्यास भऽ चुकल अछि जाहि में पुरा तामझाम सँ करोड़ो रूपया पानि जेकाँ बहि चुकल अछि । एहि आरओबी निर्माण हेतु आंदोलनी सभक दर्जनों संगठन बनल आर चिरकालीन संघर्षक बादो निर्माण कार्य ठंढा बस्ता में पड़ल अछि ।
आब सबहक नजरि जनप्रतिनिधि पर टकटकी लागल अछि जे बिहार सरकार कहिया पहल करता । बंगाली बाजार ओवर ब्रिज निर्माण में विलंबक खुलासा तहन भेल जखन लाइव सिटीज सहरसा द्वारा रेल मंत्रालय केर कार्यालय में अपन परिवाद दायर केलक । दायर परिवाद पर रेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा १ अगस्त २०१६ केँ डीआरएम व एडीआरएम समस्तीपुर केर माध्यम सँ कोर्ट मे जबाब देबाक निर्देश देल गेल छल । एहि पर एडीआरएम समस्तीपुर द्वारा २३ अगस्त २०१६ केँ जवाब देैत कहलनि जे परिवादक समीक्षा कएल गेल। रेलवे द्वारा समपार संख्या-३१ पर डिजाइन एवं ड्राइंग कार्य पूर्ण कयलाक उपरांत बिहार सरकार द्वारा अनुमोदनक लेल सितम्बर २०१५ में प्रेषित कएल गेल अछि । एखन धरि बिहार सरकार सँ ओवरब्रिजक डिजाइन एवं ड्राइंगक अनुमोदन प्राप्त नहि भेल अछि । अनुमोदन प्राप्त होइते देरी रेलवे द्वारा आगामी कार्यवाही कएल जायत ।
सहरसा शहरक निर्दोष जनमानस केन्द्र सरकार व रेल मंत्रालय केँ एहि लम्बित कार्य लेल दुसैत अछि, मुदा असली पेंच त बिहार सरकार फँसेने अछि । बंगाली बजार में आरओबी लेल १९९६, २०००, २००५ व २०१४ मे – सब मिलाकय चारि बेर शिलान्यास अपन-अपन नेतागिरी-नाम चमकेबाक लेल कैल जा चुकल अछि, मुदा असली ओवरब्रिज केर सपना कहिया पूरा – कहिया सहरसाक लोक केँ जाम सँ मुक्ति भेटत से बिहार सरकार केर मूडपर आ ओकरे हाथ मे अछि।