मिथिला मखान फिल्म केर मुम्बई मे प्रदर्शनः एक रिपोर्ट

धर्मेन्द्र कुमार झा, मुम्बई। अक्टुबर १, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!

शुभ नवरात्रि!

mithila-makhan-dmmदिनांक 30.09.2016 संध्या 4:30 सँ अँधेरी पश्चिम सिनेपोलिस में जागरण फिल्म फेस्टिवल में “मिथिला मखान” राष्ट्रय पुरष्कार प्राप्त सिनेमा केर प्रदर्शन लेल समस्त मैथिल आ मिथिला प्रेमी केँ भाई नितिन चंद्रा केर तरफ सँ हकार भेटल छल। दहेज़ मुक्त मिथिला के तरफ स राष्ट्रिय अध्यक्ष पंकज भाई आ राजेश भाई संग हम सेहो गेलौं। मैथिली सिनेमा त बहुत पहिने स बनि रहल छैक मुदा ई फिल्म मैथिली सिनेमा केँ एक अलग पहचान देत से पूर्ण विश्वास अछि।

अहि फिल्म में मिथिलाक एखुनका परिदृश्य चित्रित अछि, कोसी केर प्रलय सँ धरतीक व्यथा संगहि मिथिलाक सुनसान दलान आ गाम घर, पलायन केर मारल मिथिलाक परिदृश्य देखि हृदय विचलित भ गेल। एखन जे मिथिलाक स्थिति अछि विवाहक प्रसंग में दूल्हा कोना बेचल जाइत अछि मिथिला में तेकर पूरा रेट लिस्ट कलाकार (मुकुंद पाठक) द्वारा देल गेल फिल्म में। दहेज़ केर चलते रिश्ता कोना टूटैत अछि मिथिला में सेहो समावेश अछि फिल्म में। तमाम राजनैतिक पार्टी पर मिथिलाक ई दुर्दशा लेल प्रहार सेहो कायल गेल अछि।

“अलग मिथिला राज्य” के जरुरत पर सेहो फिल्म के माध्यम स जोर देल गेल अछि। मैथिली फ़िल्मक नाते मिथिला चित्रकारी केर नीक प्रचार प्रसार भेल और मिथिला पेंटिंग केँ फिल्म में उचित स्थान देने छैथ निर्माता। कलाकार सब क्रांति झा, अनुरीता झा संगहि तमाम कलाकार लोकैन अपन – अपन भूमिका में अद्भुत अभिनय केर प्रदर्शन केने छैथ। तमाम मिथिला माखन टीम के साधुवाद जे एहेन उत्कृष्ट दर्जा के मैथिली फिल्म बनौलन्हि।

फिल्म समापन के उपरांत सवाल जवाब में निर्माता एकटा गंभीर बात रखलैथ मैथिल समाज के लेल – जे चिंताक विषय अछि, करोड़ो में मैथिलक जनसंख्याक बाबजूद मैथिली फिल्म के दर्शक नहि भेटैत छैक ई कतेक दिन तक चलत बहुत राश भाषा विलुप्त भेल और बहुत भाषा विलुप्ति केर कगार पर अछि। सिनेमा समाजक दर्पण केर रूप होइत अछि और हम सब मैथिल अगर मैथिली सिनेमा नहि देखब त की जापानी लोक देखत। तैँ विनम्र अनुरोध जे अपने तमाम मैथिल जन मैथिली भाषा साहित्य और मैथिली सनेमा केँ प्राथमिकता दी। सालक अंत धैर ई फिल्म प्रदर्शित होयत। जरूर देखी और अन्य लोक केँ सेहो प्रेरित करी।

“जय मिथिला जय मैथिली”

Dharmendra Kumar Jha's photo.