जनकपुर केर जानकी मन्दिर सँ काटल गेल बिजलीक लाइन

साभारः श्यामसुन्दर शशि, जनकपुर केर कान्तिपुर पर प्रकाशित रिपोर्ट

janaki mandir kantipurभाद्र ७, २०७३ (अगस्त २४, २०१६ – जनकपुर) – लंबा समयसँ विद्युत महसूल नहि जमा कएनिहार उपभोक्ता सभक विद्युत कनेक्शन काटबाक राष्ट्रिय अभियान अन्तर्गत सोम दिन विश्वप्रसिद्ध जानकी मन्दिर सहित ६ टा मठ मन्दिर, अस्पताल एवं सरकारी कार्यालयक बिजली काटल गेल अछि ।

विद्युत प्राधिकरण जनकपुर वितरण केन्द्रक प्रमुख जितेन्द्र झाक अनुसार -जानकी मन्दिर, लक्ष्मण मन्दिर, राम-जानकी विवाह मण्डप, जनकपुर अञ्चल अस्पताल, मैक्स प्लाष्टिक उद्योग तथा सडक डिभिजन कार्यालयक कनेक्शन काटल गेल अछि ।

विश्व प्रसिद्ध जानकी मन्दिर पैछला ३० वर्ष सँ विद्युत महसूल जमा नहि केने अछि । मन्दिर ऊपर ६५ लाख सँ बेसी रकम बक्यौता रहबाक बात प्रमुख झा सँ जानकारी भेटल । तहिना लंबा समय सँ महसुल नहि जमा करबा मे लक्ष्मण मन्दिर मे १७ लाख, रामजानकी विवाह मण्डप मे साढे ७ लाख, जनकपुर अञ्चल अस्पताल मे ६० लाख, मैक्स प्लास्टिक मे साढे ५ लाख तथा सडक डिभिजन कार्यालय मे सवा ३ लाख बाकी रहबाक जानकारी झा द्वारा देल गेल ।

विद्युत कनेक्शन कटलाक बाद, जानकी मन्दिरक गर्भगृह-रामजानकीक प्रतिमा रहल स्थान) सहित सौंसे मन्दिर अन्धकारमय बनि गेल अछि । पानिक आभावमे मन्दिरक सरसफाई नहि भऽ पाबि रहल अछि आर मन्दिरक दक्षिण भागमे रहल सार्वजनिक शौचालय दुर्गन्धित बनि गेल अछि ।

मन्दिरक महन्थ रामतपेश्वर दास वैष्णव द्वारा एतेक पैघ रकम चुकेबाक हैसियत मन्दिरकेर नहि रहबाक बात उल्लेख करैत महसूल माफीक लेल सम्बन्धित निकायमे आग्रह कैल जेबाक जानकारी देलनि ।

पञ्चायत कालमे जानकी मन्दिर भीतर अञ्चलाधीश कार्यालय संगे प्रहरी निरीक्षक कार्यालय, युवा क्लव तथा कराटे संघ आदिक कार्यालय छल । पञ्चायती व्यवस्था समाप्त भेलाक बाद मन्दिर भीतर बृहत्तर जनकपुर क्षेत्र विकास परिषद्, जानकी मन्दिर जिर्णोद्धार समिति, मिथिला सांस्कृतिक केन्द्र केर कार्यालय सेहो छल ।

जानकी मन्दिरका महन्थ रामतपेश्वर दास कहलनि – पञ्चायती व्यवस्थाकाल सँ आइ धरि सरकारी तथा गैर सरकारी संस्था सब द्वारा उपभोग कैल गेल बिजलीक बिल भुगतानी मन्दिर व्यवस्थापनक हैसियत नहि अछि ।’

महन्थ दास द्वारा गुठी संस्था सँ जानकी मन्दिर केँ भेटयवला मालपोत वापत केर रकम सँ बिजली महसूल कट्टा कय केँ, बाँकी रकम मन्दिर केँ उपलब्ध करेबाक पहल हेतु नागरिक समाज सँ आग्रह समेत कैल गेल अछि । महन्थ दास केर अनुसार – मालपोत दस्तुर वापत गुठी संस्थान सँ डेढ करोड टका सँ बेसी रकम भुगतान करब बाकी अछि ।

तहिना जनकपुर अञ्चल अस्पतालक बिजली काटलाक बाद अस्पताल मे भर्ती भेल बीमार सब मार्कामे पड़ि गेल अछि ।