जनकपुरमें चारिम मासिक सांझक चौपाडि सम्पन्न भेल
– मनीष कर्ण, जनकपुरधाम। १९ जून, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!
जनकपुरमें नबतूरिया मैथिली स्रष्टा सबहक चारिम मासक साहित्यिक कार्यक्रम ‘साँझक चौपाडि’ सफलतापूर्वक सम्पन्न भेल अछि।
जनकपुरक पवित्र सरोवर गंगासागरक दक्षिणबाड़ि महार पर स्थित बाबा भूतनाथ मन्दिरक प्राङ्गणमे चारिम मासक साँझ चौपाडि साहित्यिक कार्यक्रम काल्हि शनि दिन आयोजित कैल गेल छल। एहि मे मुख्य रुपसँ मैथिली गीत, कविता, गजल, शेरो-शायरी, चुटकुला, व्यंग्यात्मक हास्य-प्रहसनक विभिन्न रचना सब प्रस्तुत कएल गेल । एस.के.मैथिल, शत्रुघ्न मुखिया “नेपाली”, दिनेश यादव, मनीष कर्ण आ अर्जुन झा सहित अन्य मैथिल सर्जक सभक कसगर जुटान भेल ।
तहिना चौपाडिमे नवतुरिया सर्जकसभ अपन रचना पाठ ओ गायन करबाक अलावे सम-समायिक मुद्दा (साहित्य, बाल-विवाह, दहेज प्रथा, मिथिला संस्कृति पर पश्चिमी संस्कृतिक बढैत प्रभाव सँ आबि रहल विकृति, राजनीति इत्यादी) पर चर्चा-परिचर्चा कएल गेल छ्ल।
कार्यक्रममे शत्रुघ्न मुखिया जीक गीति-रचना, व्यंग्यात्मक वाचनशैली सँ ओतुका दर्शक-दीर्घा मे रहल श्रोता खूब आनन्द-मग्न होएत बेर-बेर थोपड़ी बजबैत रहलाह। दिनेश यादवक प्रेम आ विरह पर आधारित रहल रचना सभ सेहो बहुत नीक प्रभाव छोड़ने छल । ताहिना मनीष कर्ण द्वारा मैथिलीक प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. रेवतीरमण लाल केर “विश्वप्रसिद्ध कथाकारक प्रतिनिधि कथा” पोथीक सम्बन्धमे चर्चा कएल गेल आ मैथिलीक युवा सर्जक अमित मिश्र रचित बाल कविता संग्रह “अंशु बनि पसरि जाएब” पर सेहो चर्चा भेल, जे ओतुका विद्यार्थी सभ बहुत पसीन कएलनि ।
इ नवतुरिया सभ तीन पार कs चारिम मासिक चौपाडि केलक अछि। अखनुक नवतुरिया उमंग देखबा योग्य एंव सहरानीय अछि। आ अगामी दिनमे अहिना निरन्तर चलैत रहत से सब कियो प्रतिबद्धता व्यक्त केलनि । सभक प्रयाससँ एहिना सदति मिथिला मैथिलीक जिन्दाबाद होएत रहतै ई भावना सब कियो व्यक्त करैत सभाक समापन कएलनि ।