राजविराज, मई ३१, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!
नेपाल संगीत नाट्कला प्रतिष्ठान तथा मैथिली साहित्य परिषद् केर संयुक्त तत्वावधान मे सप्तरी जिलाक मुख्यालय राजविराज मे मिथिला लोकदेवता रूप मे बहुचर्चित ‘दीना-भद्री’ पर आधारित दुइ-दिवसीय समारोह मई २८ आ २९ केँ संपन्न भेल अछि।
विदित हो जे रमेश रंजन समान प्राज्ञ सदिखन मिथिलाक प्रचलित लोकगायन सँ लोकदेवता आदिक गाथा पर गंभीर कार्य करैत आबि रहला अछि। अपन पूर्व कार्यकाल मे सेहो ओ मिथिलाक अति प्राचीन लोकसंस्कृति विधापत नाच सहित अन्यान्य पारंपरिक लोकगाथा पर आधारित शोधमूलक कार्य करौने छलाह। एहि बेर मैथिली साहित्य परिषद् – राजविराज आ स्रष्टा श्याम सुन्दर यादव पथिक केर संग संयोजन सहयोग सँ उपरोक्त दुइ-दिवसीय कार्यक्रम मिथिलाक वीर सपुत दीना-भद्री जे दुइ भाइ मुशहर समुदायक छल आर अपन मातृभूमिक सुरक्षा लेल – लोकसमाज केर रक्षा लेल अनेकानेक वीरतापूर्वक कार्य कएलक, एहि सब गाथा केँ मिथिलाक लोकगायन केर माध्यम सँ गान करैत आबि रहल अछि लोक।
प्राज्ञ रमेश रंजन जानकारी करबैत कहलैन जे दीना-भद्री लोकगाथाक गायन कएनिहारक मौलिक आवाज केँ रिकार्डिंग करायल गेल अछि, तहिना दीना-भद्रीक विभिन्न वीरगाथा सबहक शोधपत्र – कार्यपत्र सब नामी-गिरामी विद्वान् सब सँ संकलन कैल गेल अछि। एहि दुइदिवसीय समारोह मे अलग-अलग सत्र अनुसार चर्चा करैत ओकरा सब केँ विडियो-डिजिटल रूप मे सुरक्षित करैत अभिलेखागार लेल एकटा उपलब्धिपूर्ण कार्य भेल कहि सकैत छी। एहि समारोह मे नेपाल आर भारतक विभिन्न विद्वान् वक्ता लोकनि भाग लेलनि। संगहि दीना-भद्री केर वीरगाथाक मौलिक गान सातिन राम द्वारा कैल गेल।
भारत दिस सँ डा. तारानन्द वियोगी, ऋषि वसिष्ठ आ रघुनाथ मुखिया आ नेपाल दिस सँ प्रा. परमेश्वर कापड़ि तथा देवेन्द्र मिश्र द्वारा कार्यपत्र प्रस्तुत कैल गेल छल। तहिना अजित आजाद द्वारा पठित शोधपत्र पर समीक्षात्मक टिप्पणी राखल गेल छल। संगहि श्रोता लोकनि सेहो अपन महत्वपूर्ण जिज्ञासा सब रखलैन आर प्रश्नोत्तरीक सत्र सेहो बहुते रोचक भेल। एहि सत्र केर अध्यक्षता आयोजक संस्था मैथिली साहित्य परिषद् राजविराज केर अध्यक्ष शुभचन्द्र झा कएलनि। तहिना संचालन सतीश कुमार केर छल। झमाझम बरखा होएत रहबाक बावजूद उपस्थित भीड़ उल्लेखणीय छल, ६ घंटा धरि घमासान कार्यक्रम होएत रहल। करुणा झा व अन्य विभिन्न अभियानी लोकनि सेहो एहि समारोह मे अपन महत्वपूर्ण विचार रखलैन। नेपाल केर मिथिला क्षेत्र मे एतेक गंभीर कार्य सब होएत देखि अजित आजाद प्रसन्नता व्यक्त करैत दक्षिण मिथिला मे सेहो एहि सब सँ प्रेरणा लैत आगाँ कार्य करबाक आवश्यकता पर जोर देलनि। दीना-भद्री केर जन्मस्थान केँ पर्यटन स्थलक रूप मे विकसित करबाक मुद्दा पर महत्वपूर्ण जोर सबहक तरफ सँ रहल। लोकगायन मे दीना-भद्रीक जीवन पर गान कएनिहार सातिन राम केँ नगद ५ हजार टाका व पाग-दोपटा-माला आदि सँ सम्मानित कैल गेलनि।
श्याम सुन्दर यादव पथिक दीना-भद्री सँ जुड़ल विभिन्न जानकारी केँ संकलन करैत पुरातात्विक खोज पर सेहो काज करबाक प्रेरणा एहि सँ पूर्व अन्तर्राष्ट्रीय मैथिल सामाजिक अभियन्ता सम्मेलन, विराटनगर मे सेहो रखने छलाह। एकर लगत्ते एतेक महत्वपूर्ण कार्यक्रम राजविराज मे आयोजित होयबा पर ओ अत्यन्त प्रसन्नता व्यक्त करैत भविष्य मे आरो एहेन-एहेन गंभीर शोधमूलक कार्यक्रम करबाक लेल राज्य व आम जनमानस केँ जागरुक बनबाक अपील केलनि।