जागि रहल अछि सूतल मैथिली भोजपुरी अकादमी दिल्ली
विशेष रिपोर्टः मैथिली भोजपुरी अकादमी दिल्लीक सांस्कृतिक कार्यक्रम
एहि बितलहबा रवि दिन २७ मार्च मैथिलीक सुप्रसिद्ध गायिका शारदा सिन्हा एवं भोजपुरीक नामी गायक रामेश्वर गोप द्वारा सुमधुर गायन प्रस्तुत कैल गेल। अकादमीक उपाध्यक्ष संजय सिंह एहि उत्कृष्ट आयोजनक पृष्ठभूमि पर चर्चा करैत मैथिली साहित्य महासभा दिल्लीक अध्यक्ष अमर नाथ झा केँ एकर सूत्रधार मानैत हुनका शब्द-श्रृंगार सँ स्वागत करैत उत्साहवर्धन केलैन आर आगामी समय मे अकादमी द्वारा आरो बहुते रास महत्वपूर्ण कार्य योजना मे सहकार्य करैत पूर्वाञ्चलवासी केर मानवर्धन करबाक प्रतिबद्धता प्रकट केलनि।

वर्तमान कार्यक्रमक पृष्ठभूमि मे यैह सूचनाक अधिकारक प्रयोग रहबाक बात स्वयं उपाध्यक्ष संजय सिंह स्वीकार करैत हालहि मैथिली साहित्य महासभा दिल्लीक प्रतिनिधिमंडल केँ ओ गछलैन जे नव कार्यसमिति द्वारा तरह-तरह केर कार्य योजना विकसित कैल जायत आ सब संग सहकार्य करैत एहि दिशा मे उचित डेग बढायल जाएत। ओ कहलैन जे उपरोक्त आरटीआइ केर जबाब देबाक समय आत्मग्लानिक स्थिति देखैत अपन निजी खर्च सँ लगभग ५० हजार टाकाक पोथी कीनबाक पहिल कार्य कएलनि। विदित अछि जे पूर्वक वर्ष मे यैह कार्य लेल मात्र १३०३ टाका केर खर्च कैल गेल छल, जे स्वयं मे एकर लज्जास्पद अवस्थाक प्रमाण देखबैछ।
संजय सिंह स्वयं बेगुसराय जिलाक मूल निवासी छथि। मैथिलीक अंगिका बोली मिश्रित भाषाक सुमधुर प्रयोग करबा मे कनिको नहि हिचकिचाइत छथि। अपन मातृभाषा मैथिली लेल सर्वथा समर्पित रहि दिल्ली मे ‘बिहारी’ पहिचान केँ गारि सँ सम्मान मे परिणति देबाक लेल मैथिली-भोजपुरी एकताक प्रबल समर्थक सेहो छथि। हिनक जन्म महाराष्ट्र आ पालन-पोषण भोपाल मे भेलनि, मुदा अपन माटि-पानि आ संस्कृति केर महत्व पारिवारिक संस्कार सँ पेलनि तेकरा स्वीकार करैत एहि लेल समर्पित होयबाक वचन सेहो दैत छथि।

मैथिलीक सुर-सम्राज्ञी आ जन-जन मे प्रिय पद्मश्री डा. शारदा सिन्हा एहि कार्यक्रम मे शुरुआत ‘जय जय भैरवि’ केर गानक संग जोड़ा लगेबाक लेल ‘जगदम्बा घर मे दियरा बारि अयलनि हे’ गाबिकय श्रोता सबकेँ अपन चीर-परिचित गायन आय धरि कायम रहबाक सत्य केँ स्थापित केलनि। तदोपरान्त करीब डेढ घंटा धरि अपन अनेकानेक लोकगीत – विद्यापति गीत – महादेवक नचारी आदिक झमटगर प्रस्तुति ओ दैत रहलीह। दर्शक-श्रोता एना सुर-सम्राज्ञी केँ साक्षात् आँखिक सोझाँ पाबिकय स्वर्गक आनन्द लैत बुझाएत छलाह। भाव-विभोर दर्शक लोकनि बेर-बेर हुनक गायन पर थोपड़ी गड़गड़बैत रहलाह।

एहि कार्यक्रमक संचालन भोजपुरी भाषा मे कैल गेल जेकर किछु मैथिलीभाषी विरोधो कएलनि। आगामी समय सँ दुनू भाषाक संचालक केर सहयोग लेबाक वचन देला उपरान्त दर्शक दीर्घा मे शान्ति बनि पायल छल। विशिष्ट आमंत्रित अतिथि आम आदमी पार्टीक कद्दावर नेता आ स्वयं एक प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास एहि आयोजन प्रति प्रसन्नता व्यक्त कएलनि। हुनका हिसाबे एहेन भव्य कार्यक्रमक आयोजन आम मैथिली ओ भोजपुरीभाषीक बाहुल्यताक क्षेत्र मे कतहु खूल्ला मैदान मे करब उचित छल। ओ सल्लाह दैत किछु स्थानक नाम सेहो लेलनि। तहिना दिल्ली सरकारक संस्कृति मंत्री कपिल मिश्राक उपस्थिति सेहो देखल गेल। मैथिली साहित्य महासभाक समस्त कार्यकारिणीक अतिरिक्त विभिन्न मैथिल संगठनक उपस्थिति अमर नाथ झा व संजय सिंह केर सहकार्य सँ संभव भेल। एहि आयोजनक संयोजन मे हेमन्त झा, कृष्णा नन्द झा केर सेहो सहयोग देखल गेल।
अन्त मे मैथिली भोजपुरी अकादमीक सदस्य प्राध्यापक राजेश झा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन कैल गेल। कुमार विश्वास द्वारा असंतोषक विन्दु जे पौस एरिया मे एहि तरहक कार्यक्रम सँ आम आदमी वंचित रहल तेकर प्रतिकार करैत ओ कहलैन जे मैथिली-भोजपुरी भाषा-भाषी केवल मजदूरेवर्गक नहि, एहि पौस एरिया पर सेहो ओतबे अधिकार रखैत अछि। बेसी जनसहभागिता लेल खूल्ला क्षेत्र मे आयोजनक महत्व तऽ बेसी होएते छैक, मुदा संपन्न वर्गक बीच सेहो अपन भाषा प्रति जुड़ाव उत्पन्न करबाक लेल ई आयोजन सिरी फोर्ट आडिटोरियम मे राखल जेबाक पक्ष कमजोर नहि अछि।
जनतब भेटय जे डा. शारदा सिन्हा द्वारा प्रस्तुतिक एहि कार्यक्रम लेल संयोजन सहयोग अमर नाथ झा केर सहकार्य रहल। उपाध्यक्ष संजय सिंह द्वारा हिनका पर दर्शकक संपूर्ण सहभागिता लेल कार्यभार देल गेल छल। हिनका संगहि हेमन्त झा एवं कृष्णा नन्द झा केँ सेहो मैथिल जनमानसक सहभागिता लेल विशेष कार्यभार देल गेल छलन्हि। कुल १८०० केर क्षमता मे १२०० केर संख्या मे मैथिल जनमानसक सहभागिता ई सब करा सकलाह जेकर भरपूर प्रशंसा उपाध्यक्ष कएलनि। मंच सँ वेलकम एड्रेस मे एहि बातक विशेष चर्चा करैत ओ अमरजी, हेमन्तजी, पालम केर के एन झाजी केँ विशेष धन्यवाद देलनि। मैथिल श्रोता मे गोटेक अनुशासित सदस्य लोकनि जेना मैथिली कवि ओ गीतकार विमलजी मिश्र, मैथिलक फेसबुक समूह ‘हम सब मैथिल छी’ केर एडमिन सुनीत ठाकुर, कवि विनीत उत्पल, उमेश पासवान, अमर नाथ झा, हेमन्त झा व किछु आर अन्त धरि कार्यक्रमक सफलता लेल व्यग्रताक संग उपस्थित रहलाह। बाद मे अल्पाहार केर बाद पुनः आपस मे संछिप्त चर्चा मे आयोजनक समीक्षा आर आगामी समयक कार्यक्रम पर आपस मे विमर्श चलैत रहल।
अफलाइन चर्चा मे सेहो बहुत रास महत्वपूर्ण विन्दु पर आपसी विमर्श भेल। जनतब हो जे दिल्ली सरकार द्वारा अकादमी केँ देल जायवला बजट अत्यन्त न्यून अछि। जखन कि सब सँ कम आबादीक भाषा सिन्धी लेल ८ करोड़ केर बजट निर्गत कैल जाएछ, आर मैथिली-भोजपुरी संयुक्त वास्ते मात्र १ करोड़। एहि तरहक अन्यायक विरुद्ध सरकार धरि आवाज पहुँचेबाक लेल वर्तमान उपाध्यक्ष एवं समस्त सरोकारवाला संयुक्त रूप मे आवाज उठेता, ताहि लेल निर्णय कएलनि। मैथिली-भोजपुरी अकादमी द्वारा पुनः विभिन्न बोली यथा अंगिका, बज्जिका व अन्यान्य लेल सेहो बजट व्यवस्थापन कएला सँ कोनो सुदृढ कार्य नहि कैल जा सकल अछि एखन धरि। अतः बजट वृद्धि सर्वप्रथम जरुरी अछि। सिरी फोर्ट मे आयोजन करबाक एकटा मुख्य उद्देश्य बजट बढेबाक लेल दिल्ली सरकार केँ मैथिली भोजपुरीभाषीक एकजुटता छल से देखेबाक प्रयास कैल गेल, ई भाव उपाध्यक्ष महोदय रखलैन।
शारदा सिन्हा सेहो अपन संछिप्त संबोधन मे मैथिली केँ माय आ भोजपुरी केँ मौसी कहैत दुनू भाषा मे निरंतर कार्य करबाक आजीवन प्रयास पर प्रकाश देलनि। ओ कहली जे मैथिली मे शुरुआत करैत आर-आर भाषा मे गेलहुँ, मैथिलीक मिठास आर अभिभावकत्व केर प्रेरणा बाकी संसार सँ परिचित करौलक। कुमार विश्वास सेहो मैथिली भाषाक वरीयताक समर्थन करैत स्वयं सेहो विद्यापति केर विषय मे पढने छी, बहुत प्रभावित भेल छी, कहलैन। ओ कहला जे विद्यापति मात्र मैथिलिये टा नहि वरन् समस्त संसारक एकटा अत्यन्त प्रसिद्ध महाकविक रूप मे स्थापित छथि। मैथिली साहित्य महासभाक तरफ सँ महाकवि विद्यापति केँ राष्ट्रीय विभूति घोषित करबाक संग-संग हुनक तैल्य चित्र सांसद मे सजेबाक माँग पर सेहो समर्थन जुटेबाक कार्य एहि कार्यक्रम मार्फत आगाँ बढेबाक जानकारी अध्यक्ष अमर नाथ झा मैथिली जिन्दाबाद केँ जानकारी करौलनि अछि।