विराटनगर, मार्च २२, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!
काल्हि सिर्जनविन्दु – विराटनगर द्वारा आयोजित डा. विमला श्रेष्ठ प्रतिष्ठान सभागार मे नेपाली सहित अन्य स्थानीय विकसित भाषाक दिवंगत कवि लोकनिक कालजयी रचनाक कविता केर वर्तमान कवि लोकनि द्वारा वाचन करैत ‘सिर्जनस्मरण’ कार्यक्रम आयोजन कैल गेल।
सबसँ पहिने संस्कृत मे कालीदास केर मेघदूत सँ उद्धृत थोड़ेक अंश केर सस्वर पाठ नेपालीभाषा कवि अनन्त न्यौपाने कएलनि। तहिना नेपाली केर आदिकवि भानुभक्त कर प्रसिद्ध रचनाक प्रस्तुति सीमा आभास, देवकोटा केर विवश पोखरेल, रिमाल केर गण्डकीपुत्र, भूपी केर रोमा निरौला, अभय सिंह गिरी केर अर्जुन ढुंगाना, हरिभक्त कटुवाल केर धीरज राई, पारिजात केर पूजा अराधना, कृष्णभूषण बल केर दीपक सम्चु, लेखनाथ पौड़ेल केर रोहित पराई द्वारा नेपाली कविता-गीत-गजल केर प्रस्तुति सब राखल जेबाक संग-संग मैथिली भाषाक महान् कवि बैद्यनाथ मिश्र यात्रीक रचना ‘एहि घर पर बैसल रहय गिद्ध’ केर प्रस्तुति मैथिली कवि कर्ण संजय द्वारा आर महाकवि विद्यापति केर सुप्रसिद्ध रचना ‘उगना रे मोर कतय गेला शिव’ केर प्रस्तुति प्रवीण नारायण चौधरी द्वारा कैल गेल छल।
मारवाड़ी भाषाक प्रसिद्ध कवि दौलत राम छाजेड़ केर रचनाक पाठ विराटनगर केर प्रसिद्ध बहुभाषा-कवि लक्ष्मण नेबटिया कएलनि। उर्दू केर प्रसिद्ध कवि जोल मलिहाबादी, इकबाल तथा मुनव्वर राणा केर रचना सब क्रमशः ताजिम, जफर जमाली एवं अहमद द्वारा प्रस्तुत भेल छल। नेवारी भाषाक कविता ‘भोजपुर संसार’ वौदऋषि महापनीक रचना सरिता तुलाधर द्वारा प्रस्तुत भेल।
विराटनगर मे सक्रिय विभिन्न भाषा-साहित्य मे रुचि रखनिहार अनेक स्रष्टा लोकनिक उपस्थिति मे संपन्न एहि कार्यक्रम मे विश्व कविता दिवस पर शुभकामना देबाक संग साहित्यिक गतिविधि केँ निरंतरता मे कोना राखल जाय ताहि लेल सब केओ एक स्वर मे संकल्प दोहरेलनि।