समस्तीपुर, जनबरी २५, २०१६. मैथिली जिन्दाबाद!!
युवा गीतकार अमित मिश्र मैथिली जिन्दाबाद केँ जानकारी करबैत कहलैन अछि जे अश्लीलतासँ दूर पारिवारिक आ रोमांटिक गीतसँ सजल हमर नवका एलबम “कनियां लथार मारैय” रिलीज होमय जा रहल अछि। एहि एल्बम मे अपन मीठगर स्वर देने छथि डा. रितेश कुमार झा – एहिमे कुल सात टा गीत अछि । जाहिमे छह टा गीत पर युवा मैथिली गीतकार अमित मिश्र कलम चलौनेे छथि, आर एहि मे एकटा गीत विक्की झा द्वारा रचित समाहित अछि ।
एल्बम मे समेटल गीत सब जेकर बोल अछि “कनियां लथार मारैइ यऽ, तोहर हम दीवाना, चल गाम घुमा देबौ, लाल सेब सन भऽ गेलउ गाल, तू छेँ मिथिला के गुलगुल्ला, हम तऽ मैर जेबौ” – ई छः गीत अमित मिश्रा द्वारा रचित अछि जखन कि “बेलनावला हाथ मे मोबाइल” ई गीत विक्की झा केर रचना अछि।
गीतकार अमित मिश्र कहैत छथि जे वर्तमान युग मे अश्लील शब्द – द्विअर्थी शब्द सब सँ भरल गीत बेसी चलैत अछि, बाजारक माँग अनुसार गीतक रचना करब बाध्यता रहितो एहि नव एल्बम मे पारिवारिक माहौल मे सुनय योग्य गीत सब समेटल गेल अछि। हँसी आ चौल केर भाव सँ सामाजिकताक ध्यान रखैत एकर रचना कैल गेल अछि ओ कहैत छथि।
एहि सँ पूर्व मे सेहो अमित मिश्र केर रचना पर किछु रास एल्बम प्रकाशित कैल जा चुकल अछि। ओ सब काफी लोकप्रियता सेहो हासिल केलक। युवा रचनाकार अमित मिश्र गीत-संगीतक दुनिया मे लेखन सँ रोजगार मे अभिवृद्धिक नीक अवसर सेहो देखैत छथि। ओ कहैत छथि जे हमरा सबहक मिथिला मे गीत-संगीत सब अवसर पर दरकार पड़ैत अछि। आर कोनो बात हो नहि हो, गीत बिना जीवन अधूरा मानल जाएछ।
ओ युवा प्रतिभा सब सँ गीत लेखन, गायन, संगीत आ फिल्म केर दुनिया मे रोजी-रोटीक अवसर लेल मैथिली भाषाक प्रयोग बढेबाक संदेश सेहो दैत कहैत छथि जे आब अपनहि भाषाक मोल लोक सबकेँ बुझबाक जमाना आबि गेलैक अछि। भोजपुरी भाषा एकटा बोली रहितो भाषा कहाय लागल तेकर पाछाँ कारण ई गीत-संगीतक बाजार थिकैक। एतेक तक जे बजैत-गबैत अछि मैथिली मुदा नामक लोकप्रियता सँ ओ कहैत अछि जे हम भोजपुरी गबैत छी। ताहि हेतु मैथिली भाषाक क्षेत्र मे विभिन्न अवसर पर हम सब ठाढ उतरी तेकर बड पैघ आवश्यकता छैक।