कोलकाता, दिसम्बर १४, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!
सन्दर्भः प्रबोध साहित्य सम्मान २०१६
स्वस्ति फाउन्डेशन द्वारा आइ कुल ३१ गोट मैथिली भाषाक साहित्यकार केर नामक सूची जारी कैल गेल अछि, जाहि मे सँ प्रथम, द्वितीय व तृतीय पसिनक तौर पर आम जनमानस सँ सुझाव मांगल गेल अछि।
विदित हो जे स्व. प्रबोध नारायण सिंह समान दिग्गज मैथिल विद्वान्, लेखक, कवि, आलोचक एवं संपादक केर पुण्य स्मृति मे स्वस्ति फाउन्डेशन द्वारा २००४ ई. सँ निरन्तर ई सम्मान कोनो दिग्गज मैथिली भाषा व साहित्य केर योगदानदाता केँ देल जाएछ। स्व. प्रबोध नारायण सिंह स्वयं कोलकाता विश्वविद्यालक हिन्दी भाषाक विभागाध्यक्ष रहितो अपन मातृभाषा मैथिली केँ राष्ट्रीय स्तर पर संविधानमे समुचित मान्यता एवं अधिकार प्राप्ति लेल ‘मिथिला दर्शन’ पत्रिकाक १९५४ ई. सँ संपादक-प्रकाशक तथा विभिन्न संस्थाक सदस्यक रूपमे अगुआ आन्दोलनीक भूमिका निर्वहन कएनिहार अमर विभूतिक रूप मे सेहो जानल जाएत छथि। तहिना हिनकर वर्तमान संतति-परिजन सेहो हुनकहि देखाओल मार्गचित्र पर अग्रसर रहैत मैथिली केँ जीवनदान देबाक अति प्रशंसनीय कार्य कय रहला अछि। संपूर्ण परिवार मे विद्याधनं सर्वधनं प्रधानम् अनुसार मातृभाषा मैथिली सहित विभिन्न भाषाक विद्वान् आर शिक्षाक संग प्रशासकीय क्षेत्र मे देश प्रति समर्पित योगदान देबाक अनुकरणीय उदाहरण बनि मिथिलाक नाम जगविदित कय रहला अछि।
लेखक, आलोचक, पाठक तथा मैथिली प्रेमीजन सँ आह्वान करैत स्वस्ति फाउन्डेशनक संस्थापक प्रो. उदय नारायण सिंह ‘नचिकेता’ अपन फेसबुक स्टेटस द्वारा उपरोक्त जानकारी सार्वजनिक करैत अन्तिम चयन पूर्व आम जनमानस सँ सुझाव मंगलैन अछि।
ओ कहलैन अछि जे पूर्व-वर्ष अनुरूप फेर सँ अहाँक सुझाव अनुरूप सम्मानित चुनबाक अवसर आबि गेल अछि। ता-उम्र योगदान दैत मैथिली भाषा आर साहित्य लेल उपलब्धि हासिल कएनिहार लेल ई सम्मान सरोकार रखैत अछि। विद्वान् एवं लेखक (स्रष्टा) जेकर योगदान सँ मैथिली भाषा ओ साहित्य समृद्धि प्राप्त केलक तिनकर पहिचान व सम्मान हेतु ई पुरस्कार केर स्थापना स्वस्ति फाउन्डेशन द्वारा कैल गेल अछि।
अपन कृतिक प्रकाशन या सर्जनात्मक-आलोचनात्मक कार्य केर सराहनीय अनुवाद मार्फत देल योगदान केँ कद्र करब एहि सम्मानक मूल उद्देश्य कहल गेल अछि। योजनानुरूप ई पुरस्कार एक लाख रुपयाक राखल गेल अछि। नगदी पुरस्कारक अलावे सम्मानित व्यक्तित्वक योगदानक पूर्ण व्योरा त्रिभाषीय विवरण-पुस्तिका एवं समारोहपूर्वक सार्वजनिक कार्यक्रम मार्फत प्रकाशित करैत सम्मानपत्र हस्तान्तरित कैल जाएछ।
हाल धरि एहि पुरस्कार – सम्मान सँ सम्मानित व्यक्तित्व मे लिली रे, गोविन्द झा, जीवकान्त, मायानन्द मिश्र, राजमोहन झा, सोमदेव, रविन्द्रनाथ ठाकुर, सुभाषचन्द्र यादव, चन्द्रभानु सिंह, महेन्द्र मलंगिया, मोहन भारद्वाज, रामलोचन ठाकुर आर भीमनाथ झा आदि छथि।
एहि सम्मान हस्तान्तरण समारोहक आयोजन हाल धरि दिल्ली, कोलकाता, पटना, दरिभंगा, सहरसा आदि मे मिथिलाक अन्दर व बाहर रहनिहार मैथिली प्रेमीजन सँ संपर्क बनेबाक हिसाबे आयोजित कैल जा चुकल अछि।
पुरस्कार प्राप्ति योग्य नामक सुझाव देबाक नियम केर जानकारी दैत संस्थापक नचिकेता कहलनि अछि जे कोनो जीबित स्रष्टाक नामक सुझाव टा पठायब। नवम्बर-दिसम्बर केर मिथिला-दर्शन पत्रिकाक अंकमे आन्तरिक रूप सँ चयनित नामक सूची प्रकाशित कैल जा चुकल अछि, जेकरा एतहु निम्न रूप मे राखल जा रहल अछि। ईमेल द्वारा निर्णायक लोकनिक मत केर आधार पर अन्तिम निर्णय कैल जेबाक बात सेहो बतौलनि अछि।
निम्न उल्लेखित स्रष्टा लोकनिक नामक सूची मे सँ प्रथम, दोसर आ तेसर विकल्पक रूप मे नाम पठेबाक अनुरोध करैत ओ बतौलनि अछि जे हमरा एहि पता [email protected] पर ईमेल पठाउ। कुल ३० ना मे सँ ३ नामक सुझाव पठेलापर नाम-पुनरावृत्तिक संख्याक आधार पर १० नाम चुनल जायत। आर, तखन निर्णायक लोकनिपर अन्तिम ३ नाम चुनबाक लेल कहल जायत। अहाँ सबहक सुझावक ईमेल ७ दिनक समयावधि मे भेटत तऽ प्रसन्नता देत, श्री नचिकेता कहलनि।
1. SHEFALIKA VERMA –
2. CHANDRANATH MISHRA AMAR –
3. BHIMNATH JHA –
4. KEERTI NARAYAN MISHRA –
5. PRAFULL KUMAR SINGH MAUN –
6. GAJENDRA THAKUR –
7. JAGDISH PRASAD MANDAL –
8. BECHAN THAKUR –
9. VIDYANAND JHA –
10. UMESH KUMAR MANDAL –
11. PREM SHANKAR SINGH –
12. SUSHEELA JHA –
13. RAMBHAROS KAPARI –
14. SHRI CHANDRESH –
15. SUKANT SOM –
16. HARE KRISHNA JHA
17. KEDARNATH JHA –
18. INDRAKANT JHA –
19. SATYANAND PATHAK –
20. PHOOLCHANDRA JHA PRAVEEN –
21. JAIPRAKASH CHAUDHARI JANAK
22. ANALKANT (Gaurinath)
23. SREEDHARAM
24. Taranand Viyogi
25. ASHOK
26. NEETA JHA
27. USHA KIRAN KHAN
28 VIBHA RANI
29 NEERJA RENU
30 GANGESH GUNJAN