जेएनयू मिथिला मंच केर बैसार २९ सितम्बर केँ: भास्कर ज्योति

दिल्ली, सितम्बर २८, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!

jnu mithila manchदेशक गौरवमयी शिक्षण संस्थान जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) – दिल्ली मे जेएनयू मिथिला मंच केर बैसार काल्हि २९ सितम्बर, २०१५ मंगद दिन विश्वविद्यालय परिसरक एडमिन ब्लाक मे राखल जेबाक जानकारी भेटल अछि। एहि बैसारक आयोजन केर पूर्ण जानकारी संयोजक भास्कर ज्योति मैथिली जिन्दाबाद केँ बतौलनि जे २००८-०९ मे स्थापित मैथिल छात्र केन्द्रित संस्था जेएनयू मिथिला मंच एहि विश्वविद्यालय मे उपस्थित तकरीबन ३०० मैथिल छात्र केँ अपन भाषिक, ऐतिहासिक आ सांस्कृतिक पहिचान केर विशिष्टता सँ जोड़िकय रखबाक कार्य करैत अछि। जखन कि पिछला किछु वर्ष मे कार्यक्रमक गति विभिन्न कारण सँ शिथिल रहल, मुदा दिनानुदिन भारत मे सांस्कृतिक पहिचान केर महत्व केँ बढैत देखि एहि मे मैथिल कतहु पाछाँ नहि पड़ैथ से सोचि आगामी दिन मे जे महत्वपूर्ण कार्यक्रम सब करबाक अछि ताहि सन्दर्भ मे काल्हि एकटा परिचयात्मक व विषय प्रवेशमूलक बैसारक आयोजन कैल गेल अछि। नवागन्तुक मैथिल छात्र सबहक बीच संस्थाक परिचय करायब सेहो एकटा उद्देश्य रहल अछि, श्री भास्कर बतौलनि।

भास्कर ज्योति मैथिली जिन्दाबाद एवं सामाजिक संजाल मार्फत जाहि तरहें मैथिलीभाषी सबहक पहिचानक विशिष्टता प्रति जागृतिमूलक अभियान सब चलायल जा रहल अछि ताहि प्रति आभार व्यक्त करैत नव पीढीक मैथिल मे मिथिलाक सनातन पहिचानक महत्व आरो प्रखरता सँ प्रसार करबाक आवश्यकता अछि कहलनि। 

“जे एन यू मिथिला मंच केर स्थापना २००८-०९ में भेल छल। मिथिला सौं प्रेम राखेबला किछु अग्रज सभक प्रयास सौं २ वर्ष पूर्वहि मिथिला मंच द्वारा ‘नवागंतुक अभिन्दन समारोह’ केर आयोजन कएल गेल छल। एकटा मैथिल भोज केर सेहो आयोजन कएल गेल छल २०११ मे…. मुदा इच्छाशक्ति केर अभाव मे मिथिला मंच बाद मे नामहि टा लेल रहि गेल … दुर्भाग्यवश पिछला ३-४ वर्ष सौं एहि मंचक द्वारा कुनु कार्यक्रमक केर आयोजन नै कएल गेल…” विस्तार सँ अपन भावना रखैत भास्कर ज्योति एहि बेरुक कार्यक्रमक आवश्यकता दिशि इशारा केलनि। 

“जेएनयू परिसर मे अनुमानतः २००-३०० मैथिल अछि आ प्रत्येक वर्ष तकरीबन ५०-६० मैथिल छात्र अलग-अलग केंद्र मे एतय नामंकान करबाबैत छथि… जेएनयू मे हर राज्य केर अप्पन-अप्पन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करबाक परंपरा अछि। मुदा मैथिल सब अहि मे किछु वर्ष सौं पाछू रहि गेल छलाह…। एहि बात केँ ध्यान मे राखैत हम आ जय भाइजी फेर सौं मिथिला मंच केँ सक्रिय करबाक प्रयास कय रहल छी।” श्री ज्योति जानकारी देलनि। 

“हमर सभक प्रयास अछि कि सर्वप्रथम एकटा फ्रेशर्स पार्टी केर आयोजन कय सब गोटा सौं परिचय-पाती कएल जाय, ओकर बाद एकटा मिथिला सांस्कृतिक कार्यक्रम केँ वृहत स्तर पर आयोजन कएल जाय जाहिमे मैथिल सांसद-विधायक-बुद्धिजीवी-अभियानी लोकनि सब सौं संपर्क स्थापित करैत किछु अनुदान प्राप्त करैत एकटा ‘मैथिल कोष’ केर स्थापना कएल जाय…। एखन हमरा सबके सबसँ बेसी दिक्कत पैसा आ सक्रिय कार्यकर्ता केर अछि।” एहि कार्यक्रमक अवधारणा आ भविष्यक योजना उजागर करैत भास्कर अपन उद्गार मैथिली जिन्दाबाद सँ एना प्रकट केलनि। 

“व्यक्तिगत तौर पर हमर उद्देश्य अछि कि जेएनयू सदृश्य विश्वविद्यालय सौं मिथिला राज्य केर निर्माण हेतु बुद्धिजीवी वाद-विवाद छेडल जाय, जेएनयू देश-विदेश केर तमाम घटनाक्रम पर चर्चा शुरू करबाक लेल प्रसिद्ध अछि, हलांकि मिथिला मंच सँ जुडल बहुत कम गोटा पृथक मिथिला राज्य केर सोच राखैत छथि मुदा कहल गेल अछि कि “नै मामू से कन्हे मामू”…अहि दुवारे शुरुवात होबाक चाही।” – मैथिली भाषा एवं मिथिला संस्कृतिक संग मिथिलाक राजनैतिक हक व अधिकार प्रति भास्कर ज्योति संस्थाक संग अपन व्यक्तिगत राय एना देने छथि।

bhaskar jyoti jnuहाल भास्कर ज्योति एम फिल (द्वितीय वर्ष), यूरोपियन अध्ययन संस्थान, अन्तर्राष्ट्रीय अध्ययन केंद्र, जे एन यू मे अध्ययनरत छथि। अपन संपर्क नंबर (मोबाइल: ९०१५७ ५३६६०) उपलब्ध करबैत ओ दिल्ली केन्द्रित मैथिली-मिथिला विशेष कार्यक्रम मे जेएनयूक प्रतिनिधित्वक आवश्यकता पड़ला पर उपलब्धताक सहयोग करबाक वचन देलनि अछि। संगहि, मैथिली-मिथिला अभियान सँ जुड़ल विभिन्न व्यक्तित्व लोकनि सँ सेहो जेएनयू केर कार्यक्रम मे बढि-चढिकय सहभागी बनबाक लेल आग्रह केलनि अछि। मैथिली जिन्दाबाद व प्रवीणक तरफ सँ हुनका तन-मन-धन तिनू तरहें पूर्ण समर्थनक वचनबद्धता प्रकट कैल गेल अछि। आवश्यक यैह अछि जे उच्च मूल्य केर शिक्षा सँ आबद्ध मैथिल विद्वान् लोकनि मे भारतीय संघ मे अपन संवैधानिक अधिकार आ सनातन अखण्ड पहिचान केर संरक्षण हेतु हितचिन्तन जरुरी अछि, ताहि लेल भास्कर ज्योति, जेएनयू मिथिला मंच केर प्रयासक सराहना, समर्थन आ संरक्षण करब सेहो ओतबे जरुरी अछि। आगामी समयक लेल शुभकामना सहित!! मैथिली जिन्दाबाद!!