किसलय कृष्ण, सहरसा। सितम्बर २, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!
मिथिलाक भाषिक सिनेमा अपन यात्राक आधा सदी पार कय चुकल अछि । मुदा एखन धरि ठीक ढंग सँ ठाढ़ो नहि भऽ सकल अछि मैथिली फिल्म उद्योग । हाँ …. विभिन्न रुप मे प्रयास अवश्य भऽ रहल अछि, दुखद जे ई प्रयास केर नाम पर लौल बेसी भऽ रहल अछि । एतबा धरि अवस्से भेल अछि जे एहि लौल भरल भीड़क दोगा-दोगी किछु सार्थक परिणाम सोझाँ आबि रहल अछि । सन्तोष बादलक कखन हरब दुख मोर, प्रशांत नागेन्द्रक ललका पागक नाम मैथिली केर सकारात्मक फिल्मक रुपमे लेल जा सकैत अछि ।
एहि कड़ी मे एहि बेर आगाँ आयल छथि ‘देसवा’ फेम निर्देशक नितीन चन्द्रा । निरन्तर बिहारी सिनेमाक लेल दूरदर्शी सोच राखयवला व्यक्तित्व नितीन जी किछुए वर्ष पूर्व भोजपुरी सिनेमाक अन्हार जंगलमे “देसवा” रुपी दीप प्रज्वलित केने छलाह, जकर फलस्वरूप भोजपुरीक मिठास कैक गोट अन्तराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव धरि पहुँचल । भाषा, संस्कृतिक उद्भट प्रेमी एहि बेर अपन फिल्म लेल भाषाक रुप मे मैथिली केँ चुनलनि आ चम्पारण टॅाकिजक बैनर तर मे मिथिला मखान नाम सँ क्लासिक फिल्म केर निर्माण कय चुकल छथि आ सेन्सरक दौरसँ गुजरैत आब प्रदर्शन लेल तैयार अछि ।
न्यूयार्क, कनाडा, भारतक दरभंगा, सुपौल आ नेपालक सप्तरी मे सूटिंग (छायांकित) भेल फिल्म मिथिला मखान मे वॅालीवुड मे सक्रिय मैथिल चेहरा क्रान्ति प्रकाश (बेगूसराय), अनुरिता झा (दरभंगा) आ पंकज झा ( सहरसा) मुख्य भूमिका मे छथि, प्रसिद्ध रंगकर्मी प्रेमलता मिश्र प्रेम, गोविन्द पाठक (समस्तीपुर) आदिक सार्थक उपस्थिति फिल्मक महत्वपूर्ण पक्ष अछि ।
गायनमे उदित नारायण, सुरेश वाडेकर, रंजीत पाठकक संगहि बन्दना सिन्हाक स्वर मिठास प्रदान करत उक्त फिल्ममे । राष्ट्रीय स्तरक समीक्षक लोकनिकेँ मैथिली मे बनल एहि फिल्म केर बेसब्री सँ प्रतीक्षा छनि । ई फिल्म केर उदाहरण दैत हम सब कोनो भारतीय भाषाक फिल्म लग छाती तानिकेँ ठाढ़ भऽ सकैत छी। एहि यू टर्न देबाक लेल मिथिला सदैव नितिन चन्द्राक कर्जदार रहत । संगहि निर्देशक नितीन जी ईहो कहने छथि जे मैथिली मे फिल्म निर्माणक हुनक ई यात्रा जारी रहतनि । हम मैथिली जिन्दाबाद केर माध्यम सँ समस्त मैथिली संस्था सँ नितीनजी केँ सम्मानित करबाक प्रस्ताव रखैत छी ।