विमर्श
ध्यानाकर्षण – सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राजनीतिक अभियन्ता
भोर संस्थाक अध्यक्ष श्री राजकुमार महतो जी द्वारा बेर-बेर एहि मुद्दा केँ उठायल जा रहल अछि। आशा करैत छी जे एहि मुद्दा पर अपनो लोकनि अवश्य संज्ञान लेने होयब।
राजकुमार महतो जीक एक समीक्षात्मक लेख एहि लिंक पर देखल जा सकैत अछिः
एहि मे देखलहुँ जे काज प्रगतिक दिशा मे चलि त गेल लेकिन मात्र किछेक बात जेना प्राविधिक आ प्रशासनिक कार्य करय लेल उचित कार्यक्रम आ बजट प्रावधान करैत समुचित समन्वय करबाक बेगरता, प्रदेश २ केर सम्बन्धित मंत्रालय (नाम नहि लेल गेल अछि लेख मे) ओतय पुरातत्व तथा विश्व सम्पदाक यूनिट स्थापना करब, ओहि शाखा मे विश्व सम्पदाक ‘फोकल कर्मचारी’ केर व्यवस्थापन कहल गेल अछि। एहि तरहें ३-४ वर्ष केर भीतर जानकी मन्दिर केँ विश्व धरोहर मे शामिल कयल जा सकैत अछि, ओ दावी कएने छथि। एतेक स्पष्ट राय देलाक बादहु आखिर प्रदेश सरकार आ कि स्थानीय जनकपुर उपमहानगरपालिका केर तरफ सँ समुचित गतिविधि कियैक नहि कयल जा रहल अछि? ई सवाल महत्वपूर्ण अछि।
विश्व केर प्राचीनतम सभ्यता मिथिला आर तेकर अधुनातन पहिचानक केन्द्रविन्दु श्री जानकी मन्दिर – जेकर प्रसिद्ध विश्व भरि मे पसरल रहितो हाल धरि “विश्व धरोहर” केर रूप मे चिह्नित नहि कयल जायब एकटा चिन्ताक बात जेहेन देखाइत अछि।
हालहि एहि सम्बन्ध मे किछु महत्वपूर्ण संचारकर्मी मित्र लोकनि संग चर्चा उठेने रही। जानकी मन्दिर क्षेत्र मे जमीन अतिक्रमण केर मामिला, ओतय विकासक कार्य मे कयल गेल स्तरहीन निर्माण कार्य तथा किछु प्रक्रिया पर्यन्त नहि पुरेबाक गोटेक विवादित समाचार सब सोशल मीडिया मे सेहो यदाकदा कयल जाइत देखलहुँ।
एक बेर फेर आग्रहपूर्वक निवेदन करब जे कृपया वृहत् विमर्शक तौर पर एहि विषय केँ सब कियो स्वीकार करी। यदि जरूरत हो त एक बेर एहि विषय पर वृहत् विचार गोष्ठीक सेहो आयोजन हो आर सम्बन्धित निकायक जिम्मेवार पदाधिकारी वा प्रमुख सहित सरोकारवाला लोकनि गम्भीर चर्चा करी। यैह उद्देश्यक संग एक बेर पुनः अपने लोकनि केँ टैग करैत केवल प्रार्थना-विनती करैत छी जे ‘जानकी मन्दिर केँ विश्व धरोहर’ मे शामिल करेबाक प्रयास मे अगुआ संस्था – सरकारी निकाय – संचारकर्मी – सामाजिक अभियन्ता लोकनि केँ सहयोग करी।
एहि विषय मे हमर व्यक्तिगत अध्ययन कमजोर अछि, जँ कोनो तथ्यमूलक बात हो त सेहो अपने लोकनि शेयर कय सकैत छी। हाल लेल राजकुमार जी प्रति आभार प्रकट करब जे ओ निरन्तर एहि विन्दु पर सभक ध्यानाकर्षण करबैत आबि रहला अछि। नेपाल पुरातत्व विभाग सेहो एहि मामिला मे सहयोग कय रहल छलय। समग्र मे समीक्षा करैत एहि विषय पर सक्रिय फोलो अप करबाक विनम्र अनुरोध सेहो करैत छी।
हरिः हरः!!