मैथिलीक ‘अच्छे दिन’, सीबीएसई केर पाठ्यक्रम मे शामिल, श्रेय फेरो एनडीए सरकार केँ

४ दिसम्बर २०१८. मैथिली जिन्दाबाद!!

साहित्यकार एवं मैथिली-मिथिलाक अभियन्ता मणिकान्त झा जनतब दैत कहलनि अछि, “सीबीएसई में मैथिली भाषा प्रवेश पौलक । डा सीपी ठाकुर आइ एहि आशय के पत्रक प्रति हमरा हस्तगत कयलनि। हम, बैजू बाबू आ हीरा कुमार झा जी पद्मश्री डा सीपी ठाकुर केँ सरकार सँ मैथिली भाषा के सीबीएसई में लागू करेबाक माँग रखबाक आग्रह कयने छलियनि । परिणाम अपनेक सोझाँ अछि । आइ दिल्ली मे डा साहेबक आवास पर हम, डा. जयप्रकाश चौधरी ‘जनक’ जी आ महेश झा एहि कार्यक वास्ते हुनकर अभिनंदन कयल ।” 

श्री झा द्वारा ई समाचार हुनक फेसबुक द्वारा प्रकाशित करिते समूचा मिथिलावासी मे प्रसन्नताक लहरि चलि पड़ल। मात्र २० घंटाक समयावधि मे ई खबरि सिर्फ हुनकर वाल सँ २१२ बेर शेयर भऽ चुकल अछि। संगहि हुनका द्वारा प्रेषित केन्द्रिय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर केर लिखल ओ पत्र जे पद्मश्री डा. सी. पी. ठाकुर केँ लिखल गेल अछि ओकरा हजारों लोक डाउनलोड कय केँ अपन फेसबुक, व्हाट्सअप आदि सँ ई शुभ समाचार एक-दोसर केँ दैत बधाई ज्ञापन कय रहल छथि।

विदित हो जे २००३-०४ मे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन केर अटल बिहारी वाजपेयी नेतृत्वक सरकार द्वारा मैथिली भाषा केँ संविधानक आठम अनुसूची मे मान्यता देलाक बाद भाषा पठन-पाठन लेल पाठ्यक्रम केर विकासक कार्य राज्य शैक्षणिक एवं अनुसन्धान परिषद् (SCERT) द्वारा कयल गेल आर पुन: राजग केर नरेन्द्र मोदी नेतृत्व केर सरकार द्वारा एकरा सीबीएसई सिलेबस मे शामिल कयल गेल अछि। मानव संसाधन विकास मंत्री जावड़ेकर जीक लिखल पत्र मे ई आशय स्पष्ट कयल गेल अछि। ईहो विदित हो जे राष्ट्रक कुल २२ गोट भाषा मे एखन धरि २० भाषा मात्र सीबीएसई पाठ्यक्रम मे मान्य भऽ सकल छल, मैथिली केँ ई अधिकार भेटला सँ संविधानप्रदत्त प्रावधान सेहो सम्मानित भेल अछि। एहि दिशा मे पिछला कइएक वर्ष सँ ई मांग कयल जा रहल छल जे सीबीएसई मे मैथिलीक पढाई समेटल जाय। २०१३ सँ मिथिला राज्य निर्माण सेनाक अगुवाई मे एहि सन्दर्भ मे संप्रग सरकार केर मानव संसाधन विकास मंत्रालय समक्ष ज्ञापन देल गेल छल, परञ्च पुरने चाउर पथ पड़बाक कहिनी जेकाँ आखिरकार ईहो काज करेबाक आ करबाक क्रमश: श्रेय मिथिला आन्दोलनक दिग्गज नेता डा. बैद्यनाथ चौधरी बैजू एवं ओतबा पुरान अभियन्ता मणिकान्त झा समान गम्भीर अभियानी केँ, डा. सी. पी. ठाकुर समान दूरदर्शी नेता केँ तथा पुन: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन – यानि भाजपा नेतृत्व सरकार केँ भेटल अछि।

पत्र मे राखल आशय सँ ईहो स्पष्ट कय देल गेल अछि जे (१) पाठ्यपुस्तक केर उपलब्धता राज्य शैक्षणिक एवं अनुसंधान परिषद् द्वारा राष्ट्रीय शैक्षणिक एवं अनुसंधान परिषद् केर निर्धारित पाठ्यक्रम मुताबिक हुअय। (२) विद्यालय स्वतंत्र अछि मैथिली भाषा केर विषय प्रवेश लेल कक्षा ८ धरि। (३) विद्यालय माध्यमिक स्तर धरि पढाई लेल सेहो अनुरोध पत्र पठाओत तऽ ओहि पर समिति (सीबीएसई) विचार करत। ई सब शर्त थिक। संयोग सँ एससीईआरटी द्वारा पाठ्यपुस्तक बिहार टेक्स्टबुक कमिटीक वेबसाईट पर उपलब्ध देखाइछ। आब विद्यालय केँ भेटल स्वतंत्रता विद्यालय द्वारा तखनहि प्रयोग होयत जखन विद्यार्थी मैथिली पढबाक विकल्प केँ हाथो-हाथ ग्रहण करय। विद्यार्थी आ अभिभावक मे अपन भाषा केर पढाई केर लाभ आ ताहि सँ भविष्य स्वर्णिम होयबाक जागरुकता पर सवाल अछि। भाषाक पढाई मे हिन्दी आ अंग्रेजी तरफ लोकक झुकाव आवश्यकता सँ बहुत बेसी अछि, भ्रमवश लोभ एहि बातक जे ई सब भाषा सँ भविष्य बेसी नीक होइत छैक। जखन कि मैथिली भाषा मे संघ लोक सेवा आयोग, राज्य लोक सेवा आयोग जेहेन उच्च महत्व केर परीक्षा सहजहि पास कयल जा सकैत अछि, लेकिन बेसी विद्यार्थीक कैरियर निर्माण मे तकनीकी पक्ष केर नौकरी रहबाक कारण मैथिली कमौआ भाषा नहि मानल जाइछ। हलांकि आब मैथिली मे शिक्षण रोजगार राज्य सँ बाहर समूचा देश मे जायत आ शिक्षक केर पेशा संग-संग भाषा, कला, साहित्य, संस्कृति, आदि हरेक क्षेत्र मे मैथिलीक सामर्थ्य बढत आ भाषाक महत्ता सँ परिचित जनगण अपन विद्यार्थी केँ एकर समुचित लाभ लेल प्रेरित करैत विद्यालय सँ मैथिली पठन-पाठन लेल कहता, ई अनुमान सहजहि लगायल जा सकैत अछि। संगहि, फफूँदी जेकाँ उपजल मैथिली-मिथिला संस्था लेल आब एकटा ईहो बड पैघ काज हेतैक जे ओ लोक सब केँ मैथिली पठन-पाठन लेल हरेक शहर मे तैयार करथि। जँ कोनो विद्यालय मे २५ सँ ५० छात्र पर्यन्त मैथिली पढेबाक मांग राखत तऽ विद्यालय मे मैथिलीक पढाई आरम्भ कयल जायत, शिक्षक केर बहाली कयल जायत। ई सब संभावना बनल आ बढि गेल अछि।

पत्रक पाठ निम्न अछि:

दिनांक १५ नवम्बर २०१८.

प्रिय डा. सी. पी. ठाकुर,

कृपया अपन १९ जुलाई २०१८ केर लिखल पत्र केँ सन्दर्भित करी जाहि मे मैथिली केँ भाषाक रूप मे सीबीएसई सिलेबस आ पाठ्यक्रम मे शामिल करबाक बात छल।

हम ई बात केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा समिति (सीबीएसई) सँ परामर्श कय केँ जाँच कय लेलहुँ अछि जाहि मे जानकारी देल गेल अछि जे एससीईआरटी द्वारा मैथिली केर पाठ्यपुस्तक उपलब्ध करा देला सँ सीबीएसई सँ सम्बद्ध विद्यालय एनसीईआरटी द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम अनुरूप कक्षा ८ धरि भाषा केँ प्रवेश लेल स्वतंत्र रहत। संगहि, यदि सम्बद्ध विद्यालयक तरफ सँ अनुरोध प्राप्त होयत तँ समिति द्वारा मैथिली केँ माध्यमिक स्तर धरि शामिल करबाक विचार कयल जायत।

सादर,

अहाँक विश्वासभाजन,

प्रकाश जावड़ेकर

प्राप्ति पता:

डा. सी. पी. ठाकुर

सांसद, राज्य सभा

बी-५, जाकिर हुसैन मार्ग,

नई दिल्ली – ११० ००१.

मैथिली भाषा लेल सीटेट परीक्षा मे जगह नहि देलापर काफी आलोचनाक शिकार भेल छलाह प्रकाश जावड़ेकर, हलांकि ओ सफाई दैत कहने रहथि जे पूर्वहि सँ सिर्फ २० गोट भाषाक पाठ्यक्रम सीबीएसई मे मान्य अछि। एहि विन्दु पर आम मैथिल जनमानस मे दरभंगा संसद कीर्ति आजाद केर संसद मे पूछल गेल लिपि सम्बन्धी सवाल सँ जावड़ेकरजीक देल जबाब आ फेर सीटेट परीक्षा मे मैथिलीक मान्यता नहि समाचार काफी निन्दा पेने छल। आब, गेन्द मैथिलीभाषीक पाला मे पड़ि गेल अछि जे अहाँ कोना अपन क्षेत्रक विद्यालय आ भारतक ओहि समस्त क्षेत्र जतय अहाँक संख्या उल्लेखनीय अछि, ओतय मैथिली पठन-पाठन लागू करबाबति छी। जून मास मे जावड़ेकरजीक पुतला दहन तक कएने रही, आब हुनका सम्मान मे अहाँ कोना आगू बढैत छी, एहि लेल अहाँ पर नैतिक भार अछि। मैथिली जिन्दाबाद केर ई ऐतिहासिक डेग लेल डेस्क सँ हार्दिक अभिनन्दन वर्तमान राजग सरकार केँ!!