सहरसा मे भेल शैलेन्द्र शैलीक एकल कविता वाचन

किसलय कृष्ण, समाचार संपादक, मैथिली जिन्दाबाद

– सहरसा, जुलाई २३, २०१८. मैथिली जिन्दाबाद!!

“भावबोध, शिल्प आ शब्द चयन कविता लेल आवश्यक तत्व अछि… बेसी सँ बेसी देशज शब्दक प्रयोग कोनो काव्यक सकारात्मक पक्ष थीक… मुदा कविताक संप्रेषणीयता प्रति सतर्क रहब जरूरी… एहि संदर्भमे मम्मटक प्राचीन काव्य सिद्धान्त, राजशेखरक साहित्य दर्पणसँ ल’ क’ रमानाथ झा, पं. गोविन्द झाक विचार एखनहुँ प्रासांगिक अछि…. ई सुखद अछि जे मैथिलीक युवा तूरक कवि सभक चिन्ताक फलक क्षेत्रीयसँ आगू राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय भ’ रहल छनि” उक्त गप्प आइ एम्बिशन कैरियर जंक्शनक प्रशालमे आयोजित युवा कवि शैलेन्द्र शैलीक एकल काव्य पाठ पर बजैत प्रसिद्ध समीक्षक डॉं. ललितेश मिश्र कहलनि । राग रंग द्वारा आयोजित एहि कार्यक्रमक अध्यक्षता करैत डॉ. मिश्र शैलेन्द्र शैलीक कविता पर अप्पन पक्ष रखैत कविक भावप्रवणता, सकारात्मकता, वैश्विक चिन्ताकेँ रेखांकित कयलनि। मैथिली कविताक वर्तमान पर गप्प करैत ओ विभिन्न पत्र पत्रिकाक संदर्भ संग रघुनाथ मुखिया, अरूणाभ सौरभ, शारदा झा, विकाश वत्सनाभ आदिक कविता पर चर्च सेहो कयलनि ।
डॉ. कमल मोहन चुन्नूक संचालनमे सम्पन्न कार्यक्रमक आरम्भमे कवि परिचय क्रमशः किसलय कृष्ण आ डॉ. महेन्द्र द्वारा देल गेल। पुनः शैली अप्पन करीब दर्जन भरि कविताक वाचन कयलनि। पठित कविता पर अप्पन विचार रखलनि डॉ बालगोविन्द सिंह, डॉ. कृपा शंकर ओझा, प्रो. अरविन्द मिश्र नीरज आ नवलजी। कार्यक्रममे संदीप कश्यप, आदित्य ठाकुर, सुभाषचन्द्र झा, रणधीर राय आदि सेहो उपस्थित छलाह। संयोजक मुख्तार आलमक धन्यवाद ज्ञापन संग कार्यक्रम संपन्न भेल। अन्तमे दिवंगत साहित्यकार डॉ. प्रफुल्ल कुमार सिंहकें श्रद्धांजलि दैत दू मिनटक मौन राखल गेल ।