श्यामसुन्दर शशि, जनकपुरधाम। मई ७, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!
मिथिला क्षेत्रक पौराणिक संपन्न कला मध्य एक सर्वाधिक लोकप्रिय मिथिला चित्रकलाक दिनानुदिन माँग बढैत जा रहल अछि। एहि कलाक सेवा मे रहनिहार लेल रोजी-रोटी कमेबाक सेहो एकटा सर्वसुलभ साधन बनैत अछि। एहि तरहें मिथिला चित्रकलाप्रति बढैत आकर्षणकेँ देखि गैर सरकारी संगठन ‘आफ्न्त नेपाल’ द्वारा जनकपुर मे १५ दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रमक आयोजन कएल गेल छल। घरेलू आ कामकाजी महिला केँ स्वरोजगारमूलक शीप सिखेबाक पुण्य उद्देश्य सँ आफन्त नेपाल एहि प्रशिक्षण शिविर केँ संचालन करबाक जानकारी भेटल अछि। आई बृहस्तपति दिन एहि प्रशिक्षण शिविर केर समापन भेल अछि। एहि मे दर्जनो महिलाकेँ प्रशिक्षित कैल गेल। एहि कार्यक्रमक संयोजन आफ्न्त नेपालक कार्यक्रम संयोजक जयप्रकाश मण्डल द्वारा कैल गेल। जनकपुर समाजक बुद्धिजीवी लोकनि एकर भरपूर सराहना करैत कहला जे मिथिलाक महिला लेल विश्व भरिक बाजार मे अपन चित्रकला केँ पहुँचेबाक अवसर प्रदान करबाक कार्य केलक आफन्त नेपाल।
विदित हो जे जनकपुर मे मिथिला चित्रकला सँ घरेलू व्यवसायक सेहो विकास कैल जा चुकल अछि। एक सँ बढिकय एक प्रसिद्ध चित्रकर्मी एतय रहैत छथि, जिनकर चित्रकला ५-सितारा होटल सँ लैत अन्य वीआइपी भवन केर इन्टेरियर डिजाइन मे सेहो प्रयोग कैल जाइत अछि। तहिना साड़ी पर डिजाइनिंग, रुमाल, तकिया खोल, बेडशीट व छाता आदि मे सेहो मिथिला चित्रकलाक प्रयोग कैल जाइत अछि। ग्रिटींग कार्ड व पेन्टिंगक अनेको रूप मे व्यवसाय सँ एहि क्षेत्र मे काफी लोक रुचि लैत प्रशिक्षण ग्रहण करैत छथि। जनकपुर संपूर्ण नेपाल मे मिथिला चित्रकलाक हब रूप मे परिचित अछि।