‘महेश-मञ्जरी’क संग-संग अनेकों मैथिली पोथीक विमोचन, विश्व रेकर्ड बनेबाक लेल भेट रहल सहयोग

महेश डखरामीक महेश मञ्जरी सहित विभिन्न पोथीक विमोचन मैथिली मचान दिल्ली मे

जनवरी १०, २०१८. मैथिली जिन्दाबाद!!

मैथिलीभाषामे संस्कृत शब्दक अनुपम-उत्कृष्ट प्रयोगक संग छन्द शैलीमे रचना कयनिहार मधुप-शिष्य महेश झा डखरामीक लोकप्रिय रचना सामाजिक संजाल सँ पोथी-युग मे प्रवेश पाबि गेल अछि। काल्हि ९ जनवरी दिल्ली पुस्तक मेलाक मैथिलीक एकमात्र समर्पित स्टाल ‘मैथिली मचान’ पर हिनक पहिल रचना ‘महेश मञ्जरी’क विमोचन उपस्थित विद्वान् साहित्यकार डा. गंगेश गुञ्जन, डा. शेफालिका वर्मा, डा. उषा किरण खान सहित अन्यान्त गणमान्य अतिथि-आगन्तुक लोकनि द्वारा कयल गेल। एहि अवसरपर अपन पोथीक संछिप्त चर्चा करैत महेश झा डखरामी प्रसन्नता व्यक्त कयलन्हि जे एतेक भव्यताक संग ई पोथी दुनियाक सोझाँ विमोचित करैत सीधे विश्व पुस्तक मेलासँ आम पाठक लेल उपलब्ध कराओल गेल अछि।

महेश मञ्जरीक अतिरिक्त आरो कइएक पोथीक विमोचनक संग विश्व पुस्तक मेलामे मैथिली समर्पित पुस्तक प्रदर्शनी-बिक्री केन्द्र पर ओहि पुस्तक सबकेँ राखल गेल अछि। मैथिली भाषा आ साहित्यक संग विभिन्न विद्वत् कार्यमे संलग्न किछु समर्पित अभियानी लोकनि द्वारा आरम्भ कयल गेल मैथिली मचानपर व्यवस्थापनक दृष्टिसँ बहुत किछु ठीकठाक नहि रहितो प्रथमबेरक अनुभव अनुरूपे चौतर्फा प्रशंसित भऽ रहल अछि, आगाँ सऽ लोकार्पणक तौर-तरीका, विमर्शक लेल उपयुक्त स्रोत व्यक्ति आ लोकोपयोगी प्रश्न आ अपेक्षित द्रष्टव्य सब विज्ञ जानकार सर्जकक तरफ सँ राखल जेबाक विभिन्न पक्षपर ध्यान देबाक आवश्यकता रहत – विज्ञ समीक्षक लोकनि टिप्पणी कयलनि अछि।

सामाजिक संजालक भरपर एतेक विलक्षण सहभागिता मैथिली भाषा-साहित्यक पोथी स्टालपर होयत – ई अपेक्षा सँ फाजिल सफलताक परिचायक थिक। मैथिली पाठक अपन भाषाक पोथी सब एकमुष्ट कीनि रहला अछि, कियो १०-१० हजार टकाक पोथी आँखि मुँदिकय कीनि रहला अछि, बस हुनका मेल मिलाकय पोथी चाही, लेखक के, केहेन लेख, आदि-इत्यादि सँ कोनो खास मतलब नहि राखि एहि तरहक समर्थन मैथिलीक भविष्य अन्हारमे नहि जेबाक तथ्य सिद्ध करैत अछि। प्रतिक्रिया दैत कहलनि नवारम्भ प्रकाशनक संचालक अजित आजाद जे समय-समयपर बिक्री स्टालपर आगन्तुक ग्राहक सब केँ मैथिली पोथीक बहुआयामी विधा मे होयबाक जानकारी उपलब्ध करबैत छथि, संगहि अपन परिचित पाठक-पाठिका सबसँ मैथिली पोथीक पठनीयता प्रति आकर्षक वार्तालाप करैत एहि दिशामे सभक सहयोगक याचना सेहो करैत छथि।

मैथिली साहित्य महासभा (संस्थापन पक्ष) केर सहयोगक प्रशंसा करैत आजाद कहलनि जे व्यक्तिगत सहयोग मे ओ सब काफी आगाँ छथि, सब सदस्य लोकनि आगाँ बढिकय मैथिली पोथी कीनबाक कार्य अपनो कय रहला अछि, संगहि इच वन बाय वन (एक व्यक्ति एक पोथी) केर नारा दैत मैसाम अध्यक्ष अमर नाथ झा उल्लेख्य समर्थन देलनि एकर चर्चा सर्वत्र हेबाक चाही। विश्व रेकर्ड बनेबाक लेल अजित आजाद एक नारा देने छलाह जेकर अन्तर्गत १००० आदमी १००० टकाक पोथी कीनैथ, तेकर उपलब्धि कतय धरि पहुँचल – एहि प्रश्न जबाबमे आजाद कहैत छथि जे ई आँकड़ा बढि रहल अछि, कतेको विशिष्ट मिथिलानी लोकनिक संग-संग युवा मैथिल लोकनि सेहो एहि लेल वचनबद्धता प्रकट कएने छथि। लगातार फोन सँ सम्पर्क बना रहल छी। दिल्ली प्रवासमे अपन पुरान संस्मरण सब सेहो सामाजिक संजाल मार्फत राखैत माहौल बनेबा मे कोनो कसैर बाकी नहि रखने छी। दिल्लीक मैथिल जनमानस सँ अपेक्षित सहयोग खूब भेटि रहल अछि आर भविष्यमे एकरा निरन्तरतामे कोना राखल जाय ताहि दिशामे निरन्तर सोचि रहल छी – आजाद कहलनि।