कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायणः किष्किन्धाकाण्ड तेसर अध्याय
स्वाध्याय
- प्रवीण नारायण चौधरी
कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायण
किष्किन्धाकाण्ड - तेसर अध्याय
।दोबय छन्दः।
वानरवृन्द बालि - वध देखल विकल कहल शुनु रानी।
रामक बाण बिधुन्तुद विघसित बालि पूर्ण...
कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायणः किष्किन्धाकाण्ड दोसर अध्याय
स्वाध्याय
- प्रवीण नारायण चौधरी
कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायण
किष्किन्धाकाण्ड - दोसर अध्याय
।चौपाइ।
कहलनि रघुवर शुनु कपिनाथ। बालिक वध अछि हमरा हाथ॥
माया - मय थिक ई संसार। अति...
संजीत यादवक एक गजल – हमरे टा याद कय केँ कि हेतय
कविता
- संजीत यादव, शिक्षाविद् सह मैथिली रेडियो कार्यक्रम संचालक, बि. एफएम. विराटनगर
हमरे टा याद कय केँ कि हेतय
जँ अहीं माया मारबय तँ!
हमर माया अहाँक...
Kashmir Kiska – A New Release
### Historic Book Inauguration at Ganga Ghat: "Handbook on the History of Kashmir" Unveiled for Upcoming Movie "Kashmir Kiska"
**Varanasi, ** – In a grand...
कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायणः अरण्यकाण्ड दसम् अध्याय
स्वाध्याय
- प्रवीण नारायण चौधरी
कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायण
अरण्यकाण्ड - दसम् अध्याय
।चौपाइ।
ओ वन छोड़ि वनान्तर प्राप्त। सीता-विरह - अग्नि मन व्याप्त॥
शबरी देखल प्रभुक स्वरूप। आइलि आनन्दमयि...
कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायणः अरण्यकाण्ड नवम् अध्याय
स्वाध्याय
- प्रवीण नारायण चौधरी
कविचन्द्र विरचित 'मिथिलाभाषा रामायण'
अरण्यकाण्ड
नवम् अध्याय
।दोबय छन्द।
रामचन्द्र वैदेही-विरही प्राप्त वनान्तर जखना।
घोर कबन्ध बाहु योजन भरि राक्षस देखल तखना॥
पड़ला तकरा बाहुपाशमे सानुज देखल...
कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायण – अरण्यकाण्ड आठम् अध्याय
स्वाध्याय
- प्रवीण नारायण चौधरी
मिथिलाभाषा रामायण - अरण्यकाण्ड
आठम् अध्याय
।रूपमाला।
कपट - मृग मारीच मारल, घुरल घर रघुराय।
देखल अबइत दूरसौँ मन - विकल लक्ष्मण भाय॥
कयल लीला सकल...
कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायणः अरण्यकाण्ड सातम् अध्याय
स्वाध्याय
- प्रवीण नारायण चौधरी
कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायण - अरण्यकाण्ड
सातम् अध्याय
।चौपाइ।
राम बुझल दशवदन - प्रपञ्च। वैदेहीकेँ कहलनि शञ्च॥
अहँ एक माया - देह बनाउ। कुटी -...
कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायणः अरण्यकाण्ड – छठम् अध्याय
स्वाध्याय
- प्रवीण नारायण चौधरी
मिथिलाभाषा रामायण - अरण्यकाण्ड
छठम् अध्याय
।चौपाइ।
रथमे जोड़ घोड़ बड़ जोर। चलल दशानन चिन्तित भोर॥
जत मारीच समुद्रक पार। पहुँचलाह सत्वर अविचार॥
छल समाधि-गत ओ...
कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायण – अरण्यकाण्ड अध्याय पाँच
स्वाध्याय
- प्रवीण नारायण चौधरी
कविचन्द्र विरचित मिथिलाभाषा रामायण
अरण्यकाण्ड - अध्याय पाँच
।चौपाइ।
पञ्चवटी गोदावरि कात। आइलि सूर्पनखा उत्पात॥
कमल कुलिश अंकुश पद - रेख। अङ्कित अवनि रमनि से...