बाढिक तान्डव कतेको परिवार तबाह कय देलकः विराटनगर-जोगबनी वृत्तान्त

अगस्त १८, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!

बाढि कम प्रलय बेसीः सन्दर्भ विराटनगर-जोगबनीक अनुभव

मानव समुदाय पर जखन विपत्तिक पहाड़ टूटैत छैक त पीड़ित पक्ष आ ओकरा पीड़ा मे देखि आरो मानवीय पक्ष बहुत आहत होएत छैक, ताहि समय राहत देबाक मानवता देखबैत पीड़ित धरि अपना-अपना तरीका सँ हम सब पहुँचैत छी। हम नेपालक विराटनगर मे रहैत छी। एतय सेहो अविरल वर्षाक कारण सर्वाधिक प्रभाव कच्चा माटिक घर – झुग्गी-झोपड़ी मे रहनिहार आम जन पर बेसी पड़लैक। पक्का मकान आ उच्च स्थान पर बसल लोकक घर धरि पानि पहुँचलैक मुदा जीवन निर्वाह करय लेल सुरक्षित स्थान ताकय मे बहुत परेशानी नहि भेलैक। नहिये बहुत बेसी छतिक समाचार कतहु सँ सुनल।
 
शहरक चारूकात निचला भूभाग मे बसल – कतहु नहरक कात मे बसल, कतहु नदीक कछेर पर बसल, खेती होइ योग्य भूभाग मे बसल एहि जनवर्गीय जनमानसक घर मे बाढिक पानि पैसि जेबाक कारण अपना सहित माल-जाल सभ केँ लय केँ नजदीकक कोनो उच्च स्थान पर शरण लेबय पड़ि गेलैक। कतेक लोक एना घर सँ बाहर सुरक्षित स्थानक खोजी मे जेबाक क्रम मे तेज धार संग बहैत पानि मे भसिया गेल – विराटनगर सँ सटले दक्षिण मे जोगबनी स्टेशन जे लगभग सीमा पर अवस्थित छैक ओतय आर ओहू सँ आगू बैहकय चलि गेल।
 
एखन धरि जोगबनी मे दर्जनों लाश निकालल जा चुकल छैक। विराटनगर के दक्षिणी छोर पर अवस्थित दरहिया बस्ती आ तहिना विराटनगर – नेपाल केर सीमा पर अवस्थित जोगबनी स्टेशन सँ सटले पश्चिम टिकुलिया बस्तीक २१ गोट लोक अफरातफरी मे अपन जान गमा देलक। टिकुलिया, दरहिया केर अतिरिक्त आन-आन स्थान सँ कतेको लोक दहा-भसिया गेल छल तेकर लाश स्टेशनक बगलवला चभच्चा मे भेटलैक। बिहारक अररिया जिलाक जोगबनी मे एहि सब लाश केँ उचित व्यवस्था मे प्रशासनिक लापरवाही आ एक स्थान सँ लाश निकालि दोसर स्थान पर नदी मे फेकबाक समाचार सँ आक्रोश एतेक बढि गेलैक जे जनविद्रोह आ तनावक स्थिति सेहो बना देलकैक।
 
जानल-मानल हिन्दुस्तान पत्रिकाक पत्रकार वरुण मिश्र केर घर सेहो टिकुलिया मे पड़ैत अछि। बीतल शनि दिन भोरे अपन रूटीन अनुसार ५ बजे स्टेशन पूब बाजार मे अवस्थित अपन पत्रिका बिक्री केन्द्र पर पहुँचि गेल छलाह। लगभग ७ बजेक आसपास हुनक धर्मपत्नी मालाजी फोन पर जनतब देलखिन जे अचानक पानि बढैत-बढैत घरक देहरी नांघय लागल अछि। यथार्थतः एम्हुरका लोक कहियो बाढि सँ परिचित नहि रहबाक कारण ई अनुमान नहि लगा सकल छल जे पानि एहि तरहें बेतहाशा बढत आ कनिके समय मे गामक-गाम केँ लिल जायत।
 
बरुणजी केँ खबैर अबैत देरी हड़बड़ाकय स्टेशन नांघि घर जेबाक वास्ते प्रयास कएल गेल, लेकिन पानिक बिकराल रूप देखि स्टेशन आ बस्तीक बीच चभच्चा (खाई) केर बगल सँ पगडन्डी रोड धेने बस्ती पर जेबाक हिम्मत नहि भेलैक। एतय दृश्य कतेक खतरनाक छैक से शब्द मे बयान करब हमरा कठिन बुझाएत अछि… लगभग २० फीट के रस्ता, रस्ताक उत्तर भारत-नेपाल सीमा निर्धारक एक पैनी (छोट नदी) आ रस्ताक दक्षिण लगभग ५०० मीटर बाइ ३०० मीटर केर झीलनूमा चभच्चा…. आब नदी आ चभच्चाक बीच एकमात्र रस्ता आर स्टेशन सँ बस्ती दिश बनल एकटा दोसर कच्ची पगडन्डी सँ लोक सब आबर-जात करबाक लेल बाध्य छल, कच्ची पगडन्डी त पहिनहि डूबि गेल हेतैक अनुमानतः आर एकमात्र पक्की बाट जे नदी-चभच्चाक बीच छैक ताहि पर सँ कहाँदिन ३-४ फीट पानि तेज गति सँ बहि रहल छलैक। आर जे कियो दुःसाहस केलक आर-पार करय के ओ भासि गेल आ मारल गेल। बरुणजी मोबाइल सँ पत्नी आ बच्चा सब केँ धैर्यता धारण कय अपन जानक रक्षा करबाक सन्देश देलखिन आर घर पक्की रहबाक कारण कोनो बेसी चिन्ता नहि करैत सब केँ छत पर शरण लेबाक निर्देशन देलखिन।
 
करीब ७-८ घंटा बाद पानि कम भेलाक बाद अपने घर जाय सब केँ शान्त केलैन। लेकिन एहि बस्तीक निचला भाग आ कच्ची घरक बासिन्दा सब मे अफरा-तफरी भेल आर सुरक्षित स्थान तकबाक क्रम मे बच्चा, स्त्रीगण, युवा, बूढ – कतेको लोक बाढिक चपेट मे आबि गेल। एखन एहि बस्ती मे मातम केर स्थिति अछि। मोटामोटी एहने हाल दरहिया बस्तीक सेहो छल। लेकिन एतय नेपाली पुलिस आ सेना सब जीवन-रक्षक नाव केर प्रयोग करैत कतेको लोक केँ सुरक्षित स्थान धरि पहुँचेलक आर एहि तरहें जान-मालक नुकसान कम भेलैक। मनुष्यक जान भले एतय बचाओल गेल लेकिन मवेशी बेतहाशा भसिया गेल।
 
हमर निजी अनुभव मे शनि दिन छुट्टी होयबाक कारण घरहि मे बितेबाक कारण एहेन तान्डवपूर्ण स्थिति बाहर मे भेल होयत ई अकल्पनीय छल। लेकिन रवि दिन भोरे किछु दूरी धरि घूम-फिर केलापर ई ज्ञात भेल जे स्थिति वास्तव मे भयावह छल। भगवान् सँ बेर-बेर प्रार्थना करैत रहलहुँ आ पानि जे ताबत ४०-५० घंटा निरन्त बरैस चुकल छल से रुकबाक लेल ‘साहौर-साहौर’ केर गोहार पिता सँ सीखलहबाक प्रयोग करैत रहलहुँ। सच मे रवि दिन १० बजे पानि स्थिर भेल ताहि सँ बहुतो जान-मालक रक्षा भऽ सकल, नहि त कहियो नहि बाढिक अनुभव कएनिहार विराटनगर, जोगबनी केर लेल ई आरो खतरनाक सिद्ध होएत।
 
धन्यवाद ओहि समस्त सामाजिक संस्था केर, व्यक्ति आ सरकारी तंत्र केर जे एहि महाप्रलयक घड़ी अपन-अपन सामर्थ्य अनुरूप राहत वितरण कार्य केलक। लोक केँ असुरक्षित घर सँ सुरक्षित स्थान धरि पहुँचेलक। एखनहु विराटनगर मे सामूहिक भोजशाला चलायल जा रहल अछि जाहि ठाम सैकड़ो बाढि-पीड़ित जनता भोजन ग्रहण कय पबैत अछि। सरकारक तरफ सँ सेहो राहतक घोषणा कएल गेलैक अछि। वार्ड अध्यक्ष आ राजनीतिक कार्यकर्ता सब सेहो जी-जान एक कय लोकक सेवा मे लागल अछि। हमर नियोक्ता कंपनी एशियन थाई फूड्स प्रा. लि. जे लोकप्रिय ब्रान्ड रमपम चाउचाउ केर उत्पादक थिक ओकरो तरफ सँ भरपूर राहत वितरण कएल गेलैक अछि। तहिना एशियन बिस्कुट केर तरफ सँ आ हमर नियोक्ता-नियोजक लोकनि स्वयं राहत वितरण करबाक लेल सब संभव पहल करबा मे आगू रहला एहि सँ आत्मसंतोषक संग प्रसन्नता भेट रहल अछि जे जरुरत मे मानव जँ अन्य मानव केर हित लेल सोचय त ओकर महानता प्रणम्य भेल। ईश्वर सब पीड़ित केँ शीघ्र साम्य करैथ यैह प्रार्थना!
 
हरिः हरः!!