मधुबनी, १ जूलाई, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!
एक अत्यन्त महत्वपूर्ण छूटल समाचारः साभार दिलीप झा, मधुबनी – सन्दर्भः यात्री स्मृति दिवस
मैथिली साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समिति मधुबनी द्वारा निरन्तर आयोजन करैत मातृभाषा मैथिली केर संरक्षण-संवर्धन एवम् प्रवर्धन मे योगदान देबाक बात सर्वविदिते अछि। पिछला २५ जून, २०१७ – रवि दिन एहि संस्थाक संयोजक एवम् स्वयं मैथिली कवि-सर्जक दिलीप झा केर संयोजन मे यात्री-नागार्जुन केर स्मृति मे एकटा विचार गोष्ठीक आयोजन स्थानीय प्राथमिक शिक्षक संघ भवन मे कएल गेल। एहि समिति द्वारा २०११ सँ निरन्तर मैथिलीक बैद्यनाथ मिश्र यात्री जिनका हिन्दी साहित्य मे प्रसिद्ध उपनाम कवि नागार्जुन भेटल छन्हि, हुनकर स्मृति निरंतर आयोजित कएल जाएत रहल अछि। यात्री-नागार्जुन केर जीवन पर चर्चाक संग साहित्यक दुइ पौदान पर देल गेल अमर योगदान सँ वर्तमान पीढीक स्रष्टा सब किछु सीख लैथ, खासकय नवतुरिया आगाँ आबि अपन मातृभाषा ओ राष्ट्रभाषा केर प्रति यात्रीजी समान समर्पण केर प्रेरणा ग्रहण करैथ यैह उद्देश्य रहैत अछि समितिक – संयोजक दिलीप झा मैथिली जिन्दाबाद संग अपन अनुभव साझा करैत कहलैन। ओ याद करौलनि जे २०११ ई. मे यात्री जी केँ समर्पित “अरुणिमा” केर एक विशेषांक सेहो प्रकाशित भेल छल। एहि समिति द्वारा अरुणिमा नामक वार्षिकांक स्मारिका हरेक वर्ष प्रकाशित कएल जाएत अछि।
कवि आनन्द कुमार झा एहि समारोहक बारे जनतब दैत कहैत छथि जे बीतल रविदिन मैथिली साहित्यिक एवम् सांस्कृतिक समिति मधुबनी द्वारा आयोजित बैद्यनाथ मिश्र “यात्री ” स्मृति पर्वकेर अवसर पर “ककबा करैए प्रेम” कविता संग्रह कवि निशाकरजीक आ “आडम्बर” कथा संग्रह लेखक नन्द कुमार मिश्र “नन्द” जी, ई दू रचनाकारक दुनू पोथीक लोकार्पणक भेल । दुनूगोटेकेॅ बहुत बहुत बधाई।
वरिष्ठ कवि उदय चन्द्र झा विनोद सेहो एहि समारोहक विषय मे फेसबुक माध्यम सँ जनतब देला अछि जे सांस्कृतिक समिति, मधुबनी द्वारा आयोजित जनकवि यात्री समारोह मे भाग लेबाक सुअवसर हाथ लागल। विलम्ब सँ पहुँचि सबेरे सभा सँ आबय पड़ल उपनैनक कारणे।लेखकीय स्वतंत्रता पर सार्थक चर्चा भेल। प्रफुल्ल कोलख्यान, जे. पी. सिंह, चन्द़शेखर झा आजाद, सदरे आलम गौहर प्रभृति अनेको वक्ता उमाकान्त जीक अध्यक्षता मे आयोजित एहि विचार गोष्ठी मे भाग लेलनि। संचालन कऽ रहल छलाह दिलीप कुमार झा आ नेतृत्व छलनि संस्थाक अध्यक्ष हेमचन्द़ झा जीक। बाद मे काव्य पाठक सेहो कार्यक्रम छल। चारि गोट टटका कवि सभक ध्यान आकृष्ट कयलक, ओहि मे एक लड़की सेहो छलीह। सभा मे सर्व नारायण मिश्र, गंगाराम झा, प्रीतम निषाद, प्रजापति ठाकुर, उदय जयसवाल, इन्द़कान्त झा, योगानन्द झा, जय नारायण गिरि प्रभृति अनेक गणमान्य लोक उपस्थित छलाह। सभा चलिए रहल छल।
निश्चिते आनन्द कुमार झा व उदय चन्द्र झा विनोद केर देल जनतब सँ एहि समारोहक विशिष्टता आ जैड़ मे पानि देबाक नियति स्पष्ट होएत अछि। मैथिलीक वर्तमान मे राज्य केर संलग्नता जीरो रहबाक बिपरीत परिस्थिति मे स्वयंसेवा मात्र ओ प्राणतत्त्व थिक जे एहि मधुर भाषाक रक्षा कय रहल अछि। आयोजक – संयोजक – प्रस्तोता सब नमन योग्य कार्य कएलनि अछि।