महादेव मठ सँ आबिकय
नैन्सी केर पीडित परिवार आ स्थानीय समाजक लोक संग भेंटघांट उपरान्त
काल्हि रवि दिन महादेव मठ पर नान्हि टा के कुमारि कन्या नैन्सी झा केर हत्याक विरुद्ध न्याय दियेबाक संघर्ष मे हम पूर्व घोषणा अनुरूप पहुँचलहुँ। फेसबुकवीर मध्य एक गोट भाइ राजनगर सँ फोन त केला जे आबि रहल छी, मुदा ४ बजे धरि ओ नहि पहुँचल छलाह। काल्हिये भारतीय जनता पार्टीक वरिष्ठ नेता सुशील मोदी, नीतीश मिश्रा, सांसद वीरेन्द्र चौधरी आ विधान पार्षद् विनोद नारायण झा सेहो पहुँचल छलाह। तहिना भारतीय जनता पार्टी केर झंझारपुर, लौकही, निर्मली आदि क्षेत्रक बहुत रास कार्यकर्ता व पदाधिकारी लोकनिक नीक जमघट छल। तरह-तरह केर चर्चा सब चलि रहल छल। गाम-समाजक लोक सँ लैत आस-पड़ोस केर गाम आ विभिन्न प्रखंडक लोक सब सेहो ओतय छलाह। झंझारपुर, फूलपरास, लौकही आदिक संचारकर्मी लोकनि सेहो मौजूद छलाह।
ओतय पहुँचलाक बाद वस्तुस्थिति सब देखि ई स्पष्ट भ गेल जे नैन्सी एक दिव्य बच्चा छल। ओ अत्यन्त मेधावी छात्रा छल जे पढाई-लिखाई केर संग-संग कला आ अन्य गतिविधि मे सेहो काफी आगू रहैत छलय। विद्यालय मे ओकर लोकप्रियता आ तहिना समाज मे ओकर लोकप्रियता – सभक आँखिक तारा कहि देब त अतिश्योक्ति नहि होयत। ओकर मृत्यु भेलाक बादो आँखि दुनू खूजले फोटो मे देखल जा सकैछ। आर यैह कारण छैक जे ओकर दिव्यात्मा एहि नृशंस आ कुत्सित कार्य पर एतेक पैघ हंगामा ठाढ कएने अछि।
२५ मई केँ विवाहक हुलिमालि मे किछु लोक घात लगाकय बैसल छल – संभावना जतायल जा रहल अछि जे अपन पीसी जेकर विवाह २६ केँ होयबाक तय छलैक तेकरा मेंहदी आदि लगाकय, ओ स्वयं सेहो अपन दुनू हाथ मे मेंहदी लगाय अन्य ३ बच्चा सँ अलग असगरे घर लौटि रहल छल – कनेक अन्हरगर साँझ मे। ताबत खस्सीक माँसु आ दारूक पार्टी कय केँ ओकर पीसीक विवाह केँ कोनो हाल मे रोकि देबाक नियति सँ ई घटना घटेबाक लेल किछु लोक तैयारी अवस्था मे नैन्सी केँ जबरदस्ती मोटरसाइकिल पर बैसा कोनो न कोनो बहन्ने ओकर अपहरण कय लेलक, बाद मे कि सब भेल ताहि पर तरह-तरह केर बात सोझाँ आबि रहल अछि। परिवारक कहब एक, गाम-समाजक कहब दोसर, प्रशासनक दृष्टिकोण अलगे, पोस्टमार्टम रिपोर्ट सेहो परिवारक शंका सँ अलगे। परिवारक मुताबिक गला आ हाथक नस काटिकय हत्या…. मुदा पोस्टमार्टम केर रिपोर्ट मे गला दबाकय हत्या। परिवारक अनुसार सामूहिक बलात्कार…. मुदा प्रशासन आ पोस्टमार्टम कपड़ाक स्थिति व अन्य बातक आधार पर बलात्कार नहि होयबाक बात कहैछ।
२५ मई घरक अधिकांश पुरुष खानपीन मे नैन्सीक पीसीक होयवला सासूर गेल छलाह, लौटला पर घरक स्त्रीगण सब द्वारा नैन्सी पुरना घर स नवका घर एखन धरि नहि लौटल आर तखन घरक लोक द्वारा नैन्सीक तकैया जोर-शोर सँ शुरु केलापर एकटा महिला बेर-बेर पूछैत छलखिन जे बौआ, कि बात… से केकरा लेल अहाँ सब एना हरान भेल छी…. घरक लोक द्वारा एखन अपन आशंका आ खोजीक विषय दोसर केँ नहि कहबाक मनसाय सँ ओहि महिलाक टोक केँ एक-दू बेर नकारलाक बादो ओ बेर-बेर टोकैत अपने बजली जे नैन्सी केँ ताकि रहल छी कि… ओकरा त एक गोट साँवला, हल्का दाढी, मुरेठा पहिरने करिया जीन्स, चेक सर्ट वला लड़का एकटा कारी रंगक मोटरसाइकिल पर बैसौने जा रहल छल, नैन्सी किछु बेवशी मे पाछाँ बैसल बेर-बेर किछु कहि रहबाक जेकाँ सेहो बुझायल…. ओ महिला कहली। पाछाँ स पवन आ लालू केँ सेहो जाएत देखने रही कहल गेल। ई बात घरहि पर रहल सहरसा सँ आयल भैयारी सब द्वारा सेहो कहल गेल छल।
मोटरसाइकिल पर अपहरण कएनिहार केँ देखनिहाइर एक महिला नैन्सीक घरक लोक केँ देल गेल बयान मुताबिक अपहरणकर्ताक हुलिया सेहो कहल गेल, संगहि हुनकर बेटा राहुल ओहि व्यक्ति केँ चिन्हैत अछि से पर्यन्त कहलाक बाद जखन औपचारिक रूप सँ रातिक १० बजेक बाद एसएचओ संग नैन्सीक खोजीक क्रम मे ओहि महिलाक बयानक आधार पर राहुल सँ पूछल गेला पर ओ अंजान बनैत चिन्हय सँ इनकार करैत अछि आर फेर महिला सँ पूछल गेला पर ओहो अपन पहिलुक बयान सँ अलग दोसरे बयान देबय लगैछ, बात सँ पलैट जाएछ। घरक लोक केँ ई सब व्यवहार अटपटा लगितो मरता-क्या-नहीं-करता कहबी मुताबिक बेटीक चिन्ता सता रहल छल, परिवारक लोक केर मन मे पूर्वघटित ओ घटना जाहि मे नैन्सीक पीसी संग छेड़खानी आ ताहि कारण आपसी मारि-पीट आदिक घटना सेहो मोन पड़ि जेबाक कारण पवन झा आ लालू झा केर घर खोलबाबैत छथि, घर खोलनिहार आरोपी पवन झा ओवर ड्रंक पोजिशन मे घर खोलिते आ सामने नैन्सीक घरक लोक जेकरा संग पहिनहु दु-तर्फी मारिपीट भेल छल तिनका सब केँ बिना किछु पूछनहिये सीधे कहय लागल, “हम नै छियह, हम नै छियह, यदि हम हेबह त हमरा तूँ सब काटि दिहह”। हलांकि एतय घरक लोक केँ आ आरो-आरो लोक केँ तुरन्त ओकरे बात मे बात जोड़ि आगू बढबाक चाहैत छल, मुदा ताबत एसएचओ ओकरा साइड मे पड़ोसक घर पर लऽ जा कय आधा घंटा सामान्य पुछताछ कय ओकरा छोड़ि देलाह।
राति एसएचओ राजीव कुमार आरोपी पवन झा सँ सामान्य पुछताछ केला उत्तर ओकरा फेर छोड़िकय बिना कोनो विशेष खोजीक प्रयास पीडित परिवार केँ अपनहि हिसाबे नैन्सी केँ तकैया करबाक लेल छोड़ि चलि गेलाह।
विदित हो जे गामहि केर एक महिला जेकाँ अपराधीक सुराग देनिहार रविन्द्र नारायण झा केर दुइ भैयारी जे मूलरूप सँ सहरसा मे बसैत छथि हुनका सब द्वारा देल गेल छल। ओ दुनू भाइ पुलिस केँ बतौलनि जे ओ सब पुरना घर आ नवका घर जतय विवाहक सब इन्तजाम कएल गेल छल ताहि दुइ स्थान बीच अयबा-जयबा क्रम मे साँझू पहर ग्रामीण बैंक केर सामने लालू झा केँ झाड़क नजदीक ठाढ देखलियैक आ पवन झा सेहो ओहि दिशि आबि रहल छल। पूर्व मे भेल पारिवारिक विवादक पृष्ठभूमि मे नैन्सी केँ गायब करबाक पाछू ओकरो हाथ भऽ सकैत अछि कहल गेल। आर एहि शंकाक आधार पर सबसँ पहिने ओकरे घर मे खोजी लेल भाइ सब गेल छल जतय पवन दारूक नशा मे धुत्त केबाड़ खोलिते अपना मोने बकय लागल छल, “हम नै छियह…. हम हेबऽ त काटि दिहऽ!”
लालू आ पवन महापात्र ब्राह्मण समुदाय सँ अबैत अछि जेकर वर्चस्व महादेव मठ गाम मे कहल जाएछ। करीब २५-३० घर यैह समुदाय छथि, मैथिल ब्राह्मण केर मात्र २ घर अवस्थित अछि। ग्रामीण बैंकक समीपहि शीशो गाछक पास मे लालू-पवन केर घर सेहो स्थित छैक। गाम-समाज मे कतेको रास विवादक प्रकरण मे एहि दुइ भाइक नाम अबैत रहैत अछि। कइएको बेर ई सब मारि-पीट सेहो खेने अछि। कतहु लड़की छेड़छाड़, कतहु आपसी झगड़ा-झंझटि, आनो-आन नजदीकक गाम सब मे मारि-पीटक अनेको केस एकरा सब पर छैक सेहो कहला जाएत छैक।
पीडित परिवार मूल रूप सँ सुपौल जिलान्तर्गत डगमारा थाना अधिनस्थ सिगरहटा गामक निवासी छथि। नैन्सीक पिता रविन्द्र नारायण झा केर पितामह स्व. भुटकुन झा पिता स्व. देवानन्द झा संग महादेव मठ मे आबिकय बसल छलाह। तदोपरान्त देवानन्द झा केर अन्य ५ भैयारी सब मे जिनका जेना सुविधा भेलनि ओ सब अपन वास स्थल मे फेर-बदल करैत रहला अछि। एक भैयारीक परिवार सहरसा मे बसि गेल छथि। ताहि मे सँ दुइ भैयारी वर्तमान केसक मुख्य गवाही छथि आर ओ जे पुलिस केँ अभियुक्तक नाम सहित केस दर्ज करबाक अनुरोध केलनि तेकर परिणाम ई भेलैक जे २६ मई विवाह सम्पन्न कएला उत्तर ई सब फेर जखन निर्मली सँ गाम आबय-गेलाह तखन पुलिस द्वारा सब सँ पहिने यैह दुइ भैयारी केँ जबरदस्ती मारि-पीट कय केँ गछय लेल कहैत छल जे ई अपराध मे तोरे सभक हाथ छौक, बता जे डेड बाडी कतय नुकौने छँ…. ई खबरि परिवारक अन्य व्यक्ति सभ केँ होएत देरी सब भैयारी बाले-बच्चे थानाक सोझाँ जा कय हो-हल्ला करय लगलाह, फेर कनी देर बाद ओहि दुइ भाइ केँ छोड़ि देल जाएछ। पीडित परिवार केँ मामिला बुझय मे आबि जाएत छैक जे पुलिस केकरो दबाव मे ई सब कार्य कय रहल अछि। गामक किछु दबंग आ तथाकथित समाजक वर्चस्वधारी सज्जन लोक सब सेहो ओतय देखल गेलाह। ई संकेत यैह कय रहल छल जे एहि केस केँ कोहुना दबा देबाक लेल पुलिस द्वारा पीडित परिवारहि केर सदस्य पर दबाव बनाकय, डरा-धमकाकय केस केँ तितिर-बितिर करबाक दाव चलल जा रहल छल।
लेकिन संयुक्त परिवारक एक अनुपम नमूना आर घरक एक बेटीक विवाह मे जुटल सब सदस्यक आपसी विमर्श सँ हरेक डेग सोचि-सम्हरिकय उठायल जाएत रहल। २५ मई राति भले आरोपी व्यक्ति केँ पुलिस नहि पकड़लक, मुदा २६ तारीख केँ लालू झा केँ पकड़ल जेबाक बात ग्रामीण द्वारा कहल जाएछ। २७ केँ पवन झा केँ सेहो पकड़ल गेल। हलांकि ई पकड़ब आ पूछताछ केर बात पुलिस डायरी मे उल्लेख नहि होयबाक बात कोर्ट सँ निकालल गेल डायरीक प्रतिलिपि सँ ज्ञात होएत अछि। परिवारक आशंका जे एहि केस केँ प्रशासन द्वारा अपराधी-हत्यारा केँ बचेबाक काज कएल जा रहल अछि तेकरा ई आरो पुख्ता करैत अछि। सामाजिक छानबीन केला सँ ज्ञात होएत अछि जे कोनो आपराधिक घटना घटि गेला पर पुलिस पुछताछ लेल आपराधिक पृष्ठभूमिक विभिन्न लोक केँ थाना मे हाजिर होयबाक सूचना पुलिस जारी करैत अछि। एहि क्रम मे कुल १२ गोटा केँ थाना हाजिरी लगबबैत केसक छानबीन कएल जेबाक काज भेल जाहि मे पवन झा, लालू झा सहित अन्य-अन्य लोक सब शामिल छल। एहि १२ व्यक्ति मे सँ ७ गोटा केँ सामान्य बातचीत उपरान्त छोड़ि देल गेल छल, मुदा बाकी ५ गोटा केँ लगातार हाजत मे राखल जेबाक बात कहल गेल अछि।
एम्हर कोनो ठोस जानकारी आ नैन्सीक अता-पता नहि भेटलाक बाद परिवार द्वारा आत्मदाह केर घोषणा कएल जाएछ, २७ मई केँ ३ बजे आत्मदाहक बात केवल पुलिस प्रशासनक लापरवाही अन्दाज आ संवेदनहीनता सँ अनुसंधान करबाक चरित्र पर करबाक बाध्यता नैन्सीक पिता व चाचा सहित मामा अपन प्रतिक्रिया मे मैथिली जिन्दाबाद केँ देलनि। २७ तारीख परिवारिक सदस्य सब सँ सेहो पुछताछ लेल थाना हाजिरी कराओल जाएछ। एहि बीच सहरसा सँ आयल गवाही दुइ चाचा संग पुलिस द्वारा दुर्व्यवहारक बात सेहो ऊपरे कहल जा चुकल अछि। ५-६ गोट मुंहपुरुख कहेनिहार स्थानीय सज्जन सभक उपस्थिति थाना मे आ परिवारहि केर लोक केँ कोहुना केस मे संलिप्तता केँ प्रमाणित करबाक पुलिसिया दाव सँ ऊबल परिवार आखिरकार थानेदार आ सब समाज केँ सुनबैत कहैत अछि जे अहाँ सब सँ न्यायक उम्मीद जे छल से पूरा नहि भेल, अहाँ सब छोड़ि देल जाउ, हम सब आब अपना तरहें अन्य न्यायक निकाय सँ राहत ताकब। आर तेकरा बाद सँ सोशल मीडिया द्वारा एहि प्रकरण केँ प्रकाश मे अनैत आपराधिक चरित्रक लोक केँ पुलिस-प्रशासन द्वारा देल जा रहल संरक्षण आ पीडित परिवार पर भेल अन्यायक बात पर उच्च निकाय व सम्बन्धित शासन-प्रशासनक ध्यानाकर्षण करेबाक काज पीडित परिवारक विभिन्न चौकस-जागरुक सदस्य द्वारा कएल जाएत अछि।
मुदा जाहि दिन आत्मदाहक घोषणा छैक ओहि दिन आखिरकार संध्या ८ बजे नैन्सीक एक चाचा “मास्टरसाहेब” केँ थानाध्यक्ष फोन पर लाश भेटबाक जानकारी करबैत छथिन आर थाना पर आबि लाश चिन्हबाक लेल कहैत छथिन। लेकिन पुलिसक व्यवहार सँ असोथकित परिवार केँ फेर ओहि बजाहट मे कोनो नव षड्यन्त्रक भय होएत छैक, ओ सब थाना जेबा लेल पर्यन्त हिचकिचाइत छथि। बाद मे ३-४ बेर फोन एलाक बाद आ समाजक किछु लोक केर सेहो एहि तरहक घटनाक पुष्टि केलाक बाद पूरा परिवार थाना पर जा कय लाश केर शिनाख्त करैत अछि। किछु सदस्य फोटोग्राफी सेहो कय लैत छथि। आर बेर-बेर न्यायक गोहार लगेबाक लेल ओहि सब फोटोक प्रयोग सोशल मीडिया द्वारा केना-केना भेल जे लोकमानस मे नैन्सीक दिव्यात्मा मानू स्वयं प्रवेश कय गेल आर स्थानीय थाना के त बाते छोड़ल जाय, समूचा देश आ दुनिया भरि ई बात पसैर जाएत अछि। ओहि ५-६ मुंहपुरुख कहेनिहार – अपराधक पाछाँ संरक्षण देनिहार – भ्रष्ट थानेदार आ प्रशासन सभक नींद गायब करयवला मुहिम तेहेन चलैत अछि जे डीआइजी द्वारा एसएचओ केँ सस्पेन्ड कय देल जाएछ आ एकटा विशेष अनुसंधान टोली (एसआइटी) केर गठन कय केसक निष्पक्ष जाँच सौंपि देल जाएछ।
पुलिस तंत्रक संवेदनहीनताक आरो बहुत रास तथ्य प्रकाश मे आयल अछि। अनुसंधान अधिकारी रामनाथ प्रसाद द्वारा ईमानदारीपूर्वक कएल जा रहल कार्य केँ ऊपर कोनो अधिकारीक मौखिक आदेश केर आधार पर पुनः भ्रष्ट थानेदार स्वयं अपन जिम्मा मे अनुसंधान करबाक अधिकार लय लैत छथि। विदित हो जे रामनाथ प्रसाद अनुसंधान अधिकारीक अपनो एक बच्चा कम आयू मे निधन होयबाक पीड़ा सँ आक्रान्त होयबाक कारण परिवारक दुःख केँ बुझैत कार्य कय रहल छलाह आर परिवारक पीड़ा केँ संबोधनक काज सेहो भऽ रहल छलैक, लेकिन सब घटना-परिघटना कोनो सोचल पटकथा अनुरूप घटि रहल छल तहिना आइओ केँ बदैल पुनः एहेन अनुसंधान अधिकारीक हाथ जिम्मेदारी जाएत अछि जे एक्के बयान केँ अपना शैली मे दोसर बेर बदैलकय डायरी मे उद्धृत करैत छथि। पुलिसक डायरी अपने आप मे कतेको तरहक संदेह पैदा करैत अछि। पुलिस द्वारा दायर कएल गेल मुदालह आ मुद्दा सब अत्यन्त कमजोर रूप सँ पेश कएल जाएछ।
कानूनविद् लड्डू झा सँ मैथिली जिन्दाबाद केर बातचीत मे स्पष्ट भेल जे एहि घटना मे प्रयुक्त धारा स्वयं पैघ सवाल ठाढ करैत छैक। धारा ३६३ आ ३६५ अन्तर्गत मुदालह पवन झा, लालू झा सहित किछु अन्य अज्ञात पर अपहरण केर केस बनाकय अदालत मे पुलिस डायरी जमा कएल गेल अछि। वकील द्वारा अदालत मे एकर विरोध करैत हत्याक दफा ३०२ सेहो जोड़ल गेल अछि। बकौल लड्डू झा अधिवक्ता, ई केसे ३६६, २०१ आ ३०२ अन्तर्गत दर्ज हेबाक चाहैत छल। प्रशासन द्वारा जानि-बुझि कम सजाय मे अपराधी मुक्त भऽ जाय तेहेन धारा अन्तर्गत केस दर्ज कएलक से स्पष्ट अछि। ओ कहलैन जे पुलिस केर संवेदनहीनता आ आइओ द्वारा जानि-बुझि केस कमजोर करबाक सब लक्षण स्पष्ट अछि। एखनहु अपराधी सब केँ पकड़ल नहि जा सकल अछि। निष्पक्ष अनुसंधान केर आवश्यकता अछि जाहि सँ निर्दोष फँसय नहि आ दोषी बँचय नहि। हाल न्यायाधीश एस. पी. शुक्ला, एसीजेएम-२ (दंडाधिकारी) केर कोर्ट मे झंझारपुर मे केस चलि रहल अछि।
कहैत चली जे भेटल साक्ष्य आ खोजी कुत्ता द्वारा संलिप्त अपराधी सभक घर मे कुत्ताक जेबाक बात सब पुलिस डायरी मे कतहु उल्लेख नहि कएल गेल अछि, पीडित परिवार शिकायत दर्ज करौलनि। तहिना हत्या मे प्रयुक्त डैगर (चक्कू), शराबक बोतल, सिगरेटक ठुट्ठी आदिक सेहो समुचित चर्चा डायरी मे नहि कएल गेल अभरैत अछि। पोस्टमार्टम रिपोर्ट सेहो अस्पष्ट आ विचित्र अछि। लाश तीन दिन धरि पानि मे रहबाक बात कहि बलात्कारक पुष्टि नहि संभव अछि कहि पोस्टमार्टम केनिहार डाक्टर एहि बात सँ इनकार कएलनि आ स्पष्ट रूप सँ गर्दैन, हाथ आदि काटल अवस्था मे देखितो गला दबाकय हत्याक बात कएलनि अछि। परिवारक सदस्य द्वारा एहि सम्बन्ध मे जिज्ञासा रखला पर मेडिकल साईंस केर पैरामीटर मुताबिक पोस्टमार्टम होयबाक बात कहि डाक्टर सब पल्ला झाड़लनि, पीडित परिवारक सदस्य सब कहलैन। ओना ई सब आक्रोश मे राखल जा रहल भावुक बात सब सेहो भऽ सकैत अछि, कारण लाशक फोटो देखला सँ आँखि गुरारले नैन्सीक मृत्यु होयबाक प्रमाण देखि संभवतः गला दबाकय मारलाक बाद लाश सलटेबाक लेल काटब, एसिड सँ जराकय चिन्हय योग्य नहि रहय तेहेन स्थिति निर्माण करब – ई सब संभावना स्पष्ट देखाएछ।
राजनीतिकर्मी आ अनुभवी बुजुर्ग सज्जन सहदेव शाह कहैत छथि जे पुलिसक संवेदनहीनता त स्पष्ट अछिये, मुदा परिवारक लोक केर बात सँ स्पष्ट स्थितिक आकलन करब सेहो सहज नहि बुझाएत अछि। कोनो बातक सटीक उत्तर नहि दैत भूमिका बान्हय लगैत छथि, एहि सँ हम सब असमंजस केर स्थिति मे छी। लाश देखला सँ एसिड केर प्रयोग सेहो कएल गेलैक तेहेन बुझाएत अछि, मुदा पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे एहि विन्दु पर कोनो चर्चा नहि देखैत छी। गला दबाकय हत्या भेलैक आ कि गला काटिकय, ई सब फरक स्थितिक समीक्षा कोन दृष्टि सँ सही आ गलत मे फरक करी सेहो अस्पष्ट अछि। तखन त निष्पक्ष जाँच लेल सीबीआइ सनक संस्था टा बचि जाएत अछि। गाम-समाजक लोक परिवारो केँ दोषी मानैत अछि। आब सब बातक जखन समग्र समीक्षा होयत तखनहि नैन्सी केँ न्याय भेटि सकत।
शिक्षाविद् आ परिवारक नजदीकी अशोक कुमार झा कहलैन जे दोषी कियो हो, परिवारक हो आ कि बाहरक हो, उचित छानबीन कयकेँ ओकरा दण्डित करब आवश्यक अछि। एकटा नावालिग अबोध बचिया केँ एना अपहरण आ हत्या सँ समूचा मिथिला समाज आ पूरा देश हिलि गेल अछि। गाम-समाजक अनेको बड़-बुजुर्ग सँ पूछला पर सब कियो पुलिस प्रशासनक मिलीभगत दिशि सेहो इशारा करैत अछि। लोकक कहब छैक जे दारू आ माँस केर भोगी सब समाज केँ दुषित कयकेँ रखने अछि। ई सब किरदानी मे एहने-एहने लोकक हाथ छैक। थाना सेहो एहि मे मिलल अछि, कारण ओतुका अधिकारी सेहो एकरा सब सँ दारू आ माँस सहित घूसक अकूत पैसा कमेबाक काज करैत छल। एहि मे बड़का-बड़का सफेदपोश सब संरक्षण देबाक काज करैत अछि। आइ-काल्हि दारूबन्दी मे दारूक बिक्री खुलारूप सँ भले बन्द छैक, मुदा घरे-घर डेलिवरी आ रभाइस करबाक लेल खास केन्द्र पर सप्लाई एखनहु चालुए अछि। यैह सब तरहक लोक पीडित परिवारक भावना संग खेलबाड़ कय रहल अछि।
एखनहि पता चलल अछि जे पूर्व मे पकड़ल गेल दुइ चाचा केँ फेरो रवि दिन संध्या सँ एखन धरि पुलिस अपना हिरासत मे राखिकय पुछताछ कय रहल अछि। बेतूका प्रश्न सब पूछिकय जबाब देबाक समय झापड़-लप्पड़ मारिकय अपराध कबूल करबाक लेल कहाँदिना दबाव दय रहल अछि। रविये दिन ओकरा सब केँ अंधरामठ थाना सँ फूलपरास लऽ गेल अछि आ ई समाचार लिखबाक समय धरि ओ सब एहि अनावश्यक पुछताछ मे पुलिसक शंकाक घेरा मे पड़ल अछि। साफ छैक जे प्रशासनक विरुद्ध जे सोशल मीडिया पर मुहिम चलल आर जाहि तरहें दबाव बनायल गेल तेकरा कमजोर करबाक लेल आ नैन्सीक क्रूर अपहरण आ नृशंस हत्या केँ दोषी-अपराधी केँ संरक्षण देबयवला शक्तिक दबाव मे केस केँ डायवर्ट करबाक लेल परिवारहि पर अनेको तरहक दोषारोपण करबाक रणनीति सँ एसआइटी कार्यरत देखाएत अछि। आब एकर परिणाम आर जे किछु हो लेकिन अबोध नैन्सीक आत्मा कलैपकय नहि रहि जाय ताहि दिशा मे समाजक लोक केँ जागरुक रहय पड़त जेना लड़कीक माता-पिता आ परिजन कठिन परिस्थिति मे रहितो प्रशासनक दबंगइ झेलि रहल अछि। बिहारक राजनीतिक शक्ति मे अपराध, अपराधी आ जातिवादिताक एकटा अखाड़ा महादेव मठ एखन किछु दिन आरो बनल रहत एहि मे कतहु दुइ मत नहि।
विडंबना ईहो अछि जे मात्र एक-डेढ किलोमीटर व्यासक परिधि मे घटल सब घटना ठामहि केन्द्र मे रहल पुलिस थाना रहैत यदि ई दुर्दांत कथाक नैयायिक निराकरण करय सँ प्रशासन अक्षम अछि त बुझि जाउ जे कथित जंगलराजक केहेन तांडव बिहार केर नस-नस मे पसरल अछि। विपक्षक पैघ-सँ-पैघ नेताक एलाक बादो एखन धरि पीडित परिवारक लोक केँ सब नियम-कानून केँ ताख पर राखि डीएसपी फूलपरास केर नाकक नीचां थानाक बगल एक कोठरी मे राखि बिना भोजन-पानि तीन दिन सँ राखि पुछताछ कएल जा रहल अछि। पूछल जाएत छैक जे बाजार किसलिये गये, आर जखन जबाब मे कहल जाएत छैक सब्जी खरीदने, फेर पूछैत छैक जे कितना सब्जी खरीदे, कहल जाएत छैक १ किलो…. आर तखन पुलिस प्रशासन द्वारा प्रतिक्रिया दैत राघवेन्द्र झा आ पंकज झा केँ ई कहैत जे इतना बड़ा परिवार के लिये १ किलो सब्जी खरीदा जायेगा, झूठ बोल रहे हो, अपराध कबूल लो, एतेक कहैत थर्ड डिग्री ट्रीटमेन्ट करैत बेतरतीब मारि-पीट कएल जाएत छैक। परिवारक नजदीकी निरंजन कुमार झा मैथिली जिन्दाबाद केँ ई जनतब दैत पीडित परिवार कतय आ केकरा सँ न्याय मांगत एहि उहापोह मे रहबाक बात कहैत छथि। हुनकर मानब छन्हि जे कोहुना पीडित परिवार न्यायक गोहार लगेनाय बन्द कय कम्प्रोमाइजक पोजिशन मे आबि जाय आ असल अपराधी केँ एहि सब तरहक पुलिसिया कार्रबाई मे फँसाकय बचा देल जाय। ई केस एहि तरहें धीरे-धीरे अमानवीयताक हद्द पार करैत देखल जा रहल अछि कहबा मे कोनो अतिश्योक्ति नहि होयत।
नैन्सी केँ न्याय भेटबाक लेल बहुत किछु करबाक आवश्यकता अछि। एसआईटी केर भूमिका सेहो बहुत उत्साहजनक नहि अछि। थाना के डायरी जे अदालत में जमा कयल गेल अछि ओहो आधारित निर्णय नैन्सीक पक्ष में नहि देखाएछ। अदालत 302 दफा में अज्ञात अपराधी विरुद्ध मुकदमा चलेबाक बात करैत आरोपी केँ न्यायिक हिरासत 14 दिनक लेल जेल चलान केलक अछि जे हैरत में देलक अछि। समाज केर लोकक मुताबिक आ पुलिस छानबीन में किछु बात ओझरायल आ परिवार सँ जुड़ल किछु अपनों लोक पर आंगुर उठबैत अछि जे माथा घुमा देलक। नैन्सी हत्याकांड केर जाँच सीबीआई द्वारा कयल जाय। संगहि पूर्व एसएचओ सहित समस्त ग्रामीण सँ पूछताछ हो। पूर्व में कयल गेल अनुसंधान, पुलिस डायरी, मुद्दई ठाढ़ करितो धारा केर प्रयोग में 363 आ 365 केर लगौनाय आ शुरुए सँ परिवारे केँ घेराव शक आधार पर करैत एक किस्म स दबाव बनेनाय जे कोहुना असल अपराधी बचि जाय स्पष्ट संकेत बहुतायत केर समझ सँ बुझल जा रहल अछि। प्रसिद्ध अधिवक्ता लड्डू झा फुलपरास मुताबिक 366, 201 आ 302 दफा भारतीय दंड संहिता अंतर्गत मुद्दा दायर हेबाक चाहैत छल। पकड़ायल अपराधी केर अ
तिरिक्त आरो अपराधी पकड़ल नहि जा सकल अछि, साक्ष्य कमजोर या मेटेबाक काज सेहो भेल अछि, इत्यादि आ फेर असलियत तथा पुलिस डायरी केर वाक्यांश सेहो फरक अछि। काल्हि परिवारहि स जुड़ल एक कुटुम्ब केँ पकड़ल आ पूछताछ कयल जा रहल अछि। एसआईटी सेहो बहुत अधिक काज गुप्त सूचना मुताबिक कय रहल अछि मुदा जतय साक्ष्य भेटतैक ओतय कोनो खासे चहल पहल नहि देखाएछ। हाँ, राजनीतिक शक्ति एतहु बिहार विधानसभा चुनाव केर महागठबंधन शक्ति केँ पक्ष आ विपक्ष केर तरफदारी में लागि गेल अछि। मुदा, झूठ या सच, सब ओहि नन्ही आत्मावती कुमारि केर वीभत्स ढंग सँ ह्त्या केर दर्शन स चिहूंकिकय नैन्सी वास्ते निसाफ सब चाहि रहल अछि। आइ त अजीबे बात घटल, पीड़ित परिवार स जिगेसा करय भाजपाक सुशील मोदी, नितीश मिश्र, वीरेंद्र चौधरी सांसद आ एमएलसी विनोद नारायण झा केर अबैया आ लगातार पीड़ित पक्ष धरि दिग्गज सभक अबाय देखैत एकटा अलगे बैसार भेल, बाकायदा पत्रकार सब केँ आमंत्रित कय भोजभात सहित पकड़ायल अपराधी निर्दोष आ केवल शक केर घेरा में पकड़ेबाक निष्कर्ष निकालैत असली दोषी केँ सजा देबाक सिफारिश कयलक। हमहुँ जिगेसा आ संचारकर्मक विशेष प्रयोजन सँ आजुक धरना लेल नितान्त असगरे पहुँचि पेलौं। नियमानुसार पीड़ितक पक्ष सुनलाक बादे कोनो तरहक काज करबाक नीति सँ घरहि पर धरना भेल, मुदा दोषी के, एहि छानबीन में। से 97% लोक केँ एक्के मत छन्हि। गामक 6-7 दबंग समांग लेकिन अपन पावर सँ बड़का बड़का केँ शन्ट केने छथि। अपराधी जे कियो छी ओ पूर्व एसएचओ केँ सब पता छन्हि आ कनेक्शन ऊपर तक छय, मंत्री धरि हो आ विधायक आ सरगना नेता धरि हो सम्भवतः, दूर धरि अनुसंधान सँ उजागर नहि हो, एहि तरहक कोशिश प्रशासन संवेदनविहीन बनि केलक लोकक बहुमत छैक।
नैन्सी हत्याकाण्ड मे समाजक दुश्मन सभक एकटा फौज सक्रिय रहल, गाम मे कूसंस्कार फलित-फूलित होयबाक ई एकटा बहुचर्चित घटनाक्रम केर रूप मे अभरल अछि। नैन्सी केर जाग्रत अभिभावकक चलते सोशल मीडिया मार्फत ई आन्दोलन तीव्र गति लेलक, नहि त एक सामान्य मर्डर स्टोरी बनाकय एकरा प्रशासन द्वारा रफा-दफा कय देल जाएत।
नैन्सी केँ न्याय दियेबाक लेल हम सब सक्रिय छी। बच्चाक हत्या गला दबाकय कएल गेल – आर ओकर प्राण आँखि सँ बाहर भेल। विभिन्न फोटो आदिक निरीक्षण सँ, सामाजिक स्थिति आ परिस्थितिक अध्ययन सँ – ई बात स्पष्ट भेल अछि जे नैन्सी केँ बलिक बकरा बनायल गेल अछि। सेहो हत्या करबाक जरुरत कियैक भेलैक, एहेन कोन कारण छलैक जे ओकरा आनन-फानन मे मारि देल गेलैक आर तेकर बाद ओकर लहास केँ सलटाबय लेल विविध प्रक्रिया सेहो अपनायल गेल।
पारिवारिक परिस्थिति मे विवाहक माहौल केँ व्यवस्थित करबाक चुनौतीक बीच ई घटना घटि जायब…. आर फेर स्थानीय प्रशासन द्वारा तत्परतापूर्वक कार्रबाई नहि करब – एहि मामिला केँ किछु बेसिये संगीन बना देने छैक। आब एसआइटी केर गठन भेलाक बादो जाहि एंगल सँ जाँच कएल जा रहलैक अछि ताहि मे परिकल्पनाक आधार बेसी आ पकड़ायल लोक सँ पुछताछक आधार संग-संग ऊपरे-ऊपर काज भऽ रहल समाजक कहब अछि। जखन कि प्रारंभ मे कएल गेल त्रुटिपूर्ण अनुसंधान केँ दुबारा सँ सख्तीक संग आ पूरे पारदर्शिताक संग ग्रामीण सभक सहयोग लैत करितय तेहेन कोनो बात एखन धरि नहि देखल गेलैक अछि। ओ सब ई मानि लेने छथि जे ई कोनो ट्राएंगुलर लव स्टोरी मे रिवेन्ज केर भावना सँ घटाओल गेल घटना थिक।
हर सुरत मे एहि नृशंस हत्याकाण्ड सँ पर्दा उठय, दोषी केँ कड़ा सँ कड़ा सजा देल जाय, यैह कामना मात्र कएल जा सकैत अछि। सब मिस्ट्री जल्द सुलझय, ई हम सब चाहैत छी।