डा. रामसेवक झा, मधुबनी। मई २६, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!
वाट्सन+2 के सभागार में सोमवार को महिला कॉलेज मधुबनी के संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ.घनश्याम महतो की अध्यक्षता में एक बैठक हुई । बैठक की अध्यक्षता करते हुए डॉ.घनश्याम महतो ने कहा कि संस्कृत भारती के तत्वाधान में देश के अलावा विदेशों में भी संस्कृत भाषा का प्रचार-प्रसार व्यापकरुप से किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि प्रारम्भिक कक्षा से ही संस्कृत भाषा का अध्ययन संस्कृत माध्यम से होना चाहिए । जिला संयोजक डॉ.केशव चन्द्र झा ने कहा कि बिहार-झारखंड राज्य द्वारा संयुक्तरुप से गीष्मकालीन आवासीय शिक्षक प्रशिक्षण वर्ग इस वर्ष सरस्वती शिशु विद्या मन्दिर, धुर्वा,राँची में आयोजित की गयी है । प्रशिक्षण वर्ग 31 मई से 10 जून तक चलेगा । इस प्रशिक्षण वर्ग में दोनों राज्यों के किसी भी समुदाय के लोग प्रशिक्षण में भाग ले सकते है। जो व्यक्ति संस्कृत शिबिर वर्ग अपने क्षेत्र में संचालित करना चाह रहे है उनके लिए विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था इस वर्ग में की गयी है । नगर संयोजक डॉ.रामसेवक झा ने संस्कृत के समुचित प्रचार-प्रसार के लिये युवाओं को आगे आने का आह्वान किया । साथ ही मधुबनी जिला से अधिकाधिक प्रशिक्षु को राँची वर्ग में सम्मलित होने तथा प्रशिक्षण प्राप्त कर मधुबनी जिला को संस्कृत जनपद बनाने का आह्वान किया । उन्होंने कहा कि संस्कृत के विकास से ही मानव का सर्वाङ्गीण विकास सम्भव है । संस्कृत भाषा जिस रूप में सशक्त तथा परिनिष्ठित दिख रही है उसमें महर्षि पाणिनि सदृश हमारे पूर्वजों का महान श्रम छिपा है । भारतीय संस्कृति का मूल संस्कृत भाषा ही है जिसके प्रचार प्रसार में संस्कृत भारती निरन्तर प्रयत्नशील है । यह भाषा मानव की कलुषता दूर कर विवेक जागृत कर अन्त:करण को शुद्ध करती है ।
मधुबनी जिला के संस्कृत भारती कार्यकर्ताओं द्वारा विगत एक महीने से विभिन्न संस्कृत विद्यालयों,महाविद्यालयों में जाकर राँची वर्ग में प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु जोर-शोर से प्रचार प्रसार किया जा रहा है ।
इस प्रशिक्षण वर्ग की विशेषता है कि किसी भी धर्म समुदाय एवं किसी भी आयु के सामान्य संस्कृत जानने वाले व्यक्ति प्रशिक्षण प्राप्त कर धाराप्रवाह संस्कृत में बातचीत कर सकते है ।
विदित हो कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक को 30 मई के संध्या तक राँची पहुंचना होगा । विशेष जानकारी हेतु नगर संयोजक डॉ.रामसेवक झा से वाट्सन +2 विद्यालय में सम्पर्क किया जा सकता है ।
कार्यक्रम को डॉ.घनश्याम महतो, डॉ.रामसेवक झा,डॉ.केशव चन्द्र झा,कृष्ण कुमार झा , अोमप्रकाश , अलकी कुमारी, जीवछ महतो, सतीश कुमार मिश्र , श्याम बालक यादव सहित कई लोगों ने सम्बोधित किया । कार्यक्रम का संचालन डॉ. रामसेवक झा जबकि धन्यवाद ज्ञापन ओमप्रकाश ने किया ।