विशेष सम्पादकीय
– किसलय कृष्ण, समाचार संपादक, मैथिली जिन्दाबाद
सुरूजदेब अस्तांचल दिस विदा भ गेल छथि, हम सहरसामे अपन निवासक नजदीक स्थित चौक पर बैसल छी…. कतहुसँ द्विअर्थी भोजपुरी गीतक प्रतिध्वनि कान होइत मोनकें व्यथित केने जा रहल अछि… आँखिक सोझाँ अछि मोबाइल स्क्रीन आ ताहि पर आँखि फेसबुकिया अपडेट मे ओझरायल सन अछि….. कानमे पडैत गीतक फूहड़ता आ आँखिकें शीतलता प्रदान करैत भाइ शिवकुमार झाक सांस्कृतिक गीत पढ़ैत हम द्वन्दमे ओझरायल प्रवीण नारायण चौधरीक सम्मेलनक विषय होइत चन्द्रमणि जी केर व्यथा पढ़ैत छी आ सोझे इलेक्शन इसपिरेस पर सवार भ दिल्ली नगर निगम केर मानसिक भ्रमण करय लगैत छी । कोउ काहू मगन….कोउ काहू मगन वला एहि दुस्थितिमे हमरा राग, द्वेष, हंसी, मजाक आदि सभ किछु भेटैत अछि मात्र मिथिला नहि भेटैत अछि कतहु । चन्द्रमणिजी कें अपन पोथी नहि बिकयबाक दुख छनि, मुदा हम हेरा जाइत छी जे मैथिलीक दिवंगत आ कालजयी रचनाकार धुमकेतू, महाप्रकाश आदिक अनेको अप्रकाशित पोथीक प्रकाशन कोना होयत …। बैजू बाबू सात करोड़ मिथिलावासीक हुंकार भरैत छथि आ हमर मोन औनाय लगैत अछि खगड़िया, हाजीपुर, सीतामढ़ी आदिमे मिथिलाक ‘म’ तकबाक लेल…. अजितजी तल्लीन छथि प्रकाशन आ कविगोष्ठीमे आ हम ताकय लगैत छी पुरैनिया, कटिहार दिस मैथिलीक रचनाकार केँ…… साहित्य अकादमीक सिंहासन पर बैसल साम्राज्ञी वीणा ठाकुर निकालैत छथि चिट्ठी पर चिट्ठी सेमिनारक, अनुवादक, पुरस्कारक….. मुदा हुनक अकादमिक अभियान जयनगरसं हायाघाट पहुंचैत पहुंचैत कुहरय लगैत छनि । औ बाबू मिथिला रत्न, मिथिला विभूति सम्मान मे किछु नाम ताकू त सुपौल, अररिया सँ…. बेगूसराय, खगड़िया सं….. हाजीपुर..शिवहरसँ….?
मिथिला राज्य नाम पर गठित सभ संस्थासँ हमर प्रश्न जे खगड़िया जिलामे, शिवहर जिलामे, मधेपुरामे अहांक संगठन प्रभारी के छथि ….?
हमर बातक अन्यथा किन्नहुँ नहि लेब… सांस्कृतिक अतिक्रमणक शिकार मिखिलाकें पोथी, कैसेटक बजारसं बेसी एहेन तारणहारक आवश्यकता छैक जे सम्पूर्ण मिथिलाकें एक सूत्र मे बान्हिकें चलि सकय….. मैथिलीकें एहेन मंच चाही, जाहि पर दरभंगा, सीतामढ़ी, कटिहार, वैशाली, जनकपुर, मोरंग समस्त मिथिलाक भागीदारी हो….. अन्यथा हम सभ एहिना फेसबुक पर अरण्यरोदनमे मगन रहब ।