सहरसा/सुपौल, फरबरी १९, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!
मिथिलाक एक अत्यन्त उदीयमान नेतृत्वकर्ता छलाह मृत्युञ्जय नारायण मिश्र – चूँकि जेठ भाइ ललित बाबूक नाम भारत मे अमर शहीद आ प्रखर नेतृत्वकर्ताक रूप मे बेसी प्रचलित अछि ताहि सँ बेसी लोक मृत्युञ्जय बाबू केँ हुनकर अनुज कहिकय बुझैत छथि। – ई बात सहरसा जिलाक भाजपा युवा मोर्चाक उपाध्यक्ष पंकज ठाकुर कहलैन आर ओ मृत्युञ्जय बाबू केँ भारतीय जनता पार्टी सनक सत्ताधारी दल केँ पूर्वी मिथिलाक्षेत्र मे स्थापनाकर्ता आ मेरुदण्डक रूप मे स्थापित होयबाक बात सेहो कहलैन।
सुपौल आ सहरसाक विभिन्न स्थान पर पूर्व रेल मंत्री स्व. ललित नारायण मिश्र केर अनुज एवं कोशी मे भाजपाक आधार स्तंभ कहेनिहार कुशल समाजसेवी स्व. मृत्युंजय नारायण मिश्र केर २०म पुण्यतिथि शनि दिन सम्मानपूर्वक मनाओल गेल अछि।
एहि अवसर पर मृत्युञ्जय बाबूक योगदान मैथिली भाषा केँ संविधान मे स्थापित करबा मे सेहो बहुत बेसी चर्चा कएल जाएत रहबाक बात स्पष्ट कय दी। संगहि प्रो. मायानन्द मिश्र समान तेज-तर्रार उद्घोषक आ कविक समर्थन भेटल व्यक्तित्व मृत्युञ्जय नारायण मिश्रक अनेकानेक योगदान अपन क्षेत्र आ समग्र मिथिला लेल रहल अछि। सुपौल मे भाजपा नेता आ कार्यकर्ता सब हुनकर प्रतिमापर पुष्प-माला सेहो अर्पण कएलनि तथा श्रद्धाञ्जलि सभा केँ संबोधित कएलनि।
मैथिली जिन्दाबाद संग बात करैत भाजपा युवा मोर्चाक सहरसा उपाध्यक्ष पंकज ठाकुर कहलैन जे विगत किछु समय सँ मिथिलाक मूल्य आ मान्यता पाछू भऽ गेल अछि जेकरा फेर सँ आगू बढेबाक लेल मृत्युञ्जय नारायण मिश्र सँ हम सब प्रेरणा लैत संकल्प ली आ देश मे एहि प्राचीनतम् सभ्यताक महिमा-मंडन करी।