विशेष सम्पादकीय
काल्हि विराटनगर एकटा आरो नव इतिहास ठाढ केलक। एहेन परिस्थिति जाहि मे ‘मैथिली भाषा’क पठन-पाठन संस्कार लगभग चौपट भऽ चुकल अछि, महाविद्यालय, विद्यालय आदिक छात्र केँ एहि भाषा सँ पूर्णरूपेण सम्बन्ध-विच्छेद करबाक राज्य-प्रायोजित षड्यन्त्र लगभग दुनू देश भारत आ नेपाल मे सफल होएत देखा रहल अछि; मिथिला स्टुडेन्ट यूनियन विराटनगर ईकाई आर विद्यानन्द यादव बेदर्दीक कुशल संयोजन मे एतय महाविद्यालय स्तरीय मैथिली कविता प्रतियोगिताक आयोजन संग-संग ‘भाषा-संस्कृति अभियानी सम्मान’ कार्यक्रम काल्हि ११ फरबरी, २०१७ केँ भानु कला केन्द्र परिसर मे आयोजित कएल गेल।
एहि आयोजन मे कुल ८ महाविद्यालयक छात्र-छात्रा लोकनि अपन रचना वाचन कएलनि। निर्णायक मंडली मे मैथिलीक उच्चकोटिक साहित्यकार राना सुधाकर संग स्वरकोकिला सरस्वतीक अवतार कहेनिहाइर गुरुकोटिक संगीत प्रशिक्षक श्रीमती विद्या मिश्र तथा युवा कवि – कथाकार – गीतकार कर्ण संजय छलाह। ज्योति यादव प्रथम भेलीह। कुल ५ जनक नाम घोषणा कएल गेल।
मैथिली भाषा तथा साहित्यकेर विकास आ प्रवर्धनक लेल आयोजित एहि कार्यक्रमक सबसँ खास बात ई रहल जे संस्कृत जेकाँ अहु मीठ भाषा केँ कोनो उच्च जातिक भाषा कहि आम जनमानस केँ बाट सँ भटकेबाक षड्यन्त्रकारी अराजक राजनीतिक चाइल असफल करैत एहि प्रतियोगिता मे लगभग शत-प्रतिशत सहभागिता आम जनवर्गक छात्र लोकनिक देखल गेल। बीच-बीच मे मैथिली गायक तेजू मैथिल, भागवत मंडल, विरेन्द्र झा, प्रवीण नारायण चौधरी तथा विद्या मिश्र जी द्वारा विभिन्न रंग-रभस सँ पूर्ण फगुआयल गीत सब सेहो गान कएल गेल। मैथिली भाषा, साहित्य, संगीत, संचार ओ रंगकर्म क्षेत्रमे अमूल्य सेवा देनिहार विभिन्न स्रष्टा लोकनिक सम्मान मे प्रशंसा पत्र, फूल-माला आर अबीर लगाकय सम्मानित कएल गेल।
गायक तथा मिथिला स्टुडेन्ट युनियनक उपाध्यक्ष तेज नारायण यादव उर्फ तेजू मैथिलकेर अध्यक्षता आ वरिष्ठ साहित्यकार दयानन्द दिग्पाल यदुवंशीक प्रमुख आतिथ्यमे सम्पन्न कविता प्रतियोगिताक प्रथम सत्र लहानक प्रसिद्ध मैथिली साहित्यकार चन्द्रशेखर लाल कर्ण ‘शेखर’ केँ श्रद्धाञ्जलि अर्पण कएल गेल छल। स्व. शेखर केर कृतित्व आ व्यक्तित्व संस्थाक पूर्व अध्यक्ष दिनेश रसिया प्रकाश देने छलाह, तहिना समस्त सहभागी प्रतियोगी एवं अतिथि तथा दर्शक लोकनिकेँ स्वागत मिसू नेपालक अध्यक्ष हृदय नारायण यादव कएने छलाह। प्रथम सत्र मे भानू कला केन्द्र केर संस्थापक चतुर्भुज आशावादी केँ सेहो श्रद्धाञ्जलि सुमन अर्पित कएल गेल छल। स्व. आशावादीक जीवनपर्यन्त योगदान पर प्रेम सुनाम तथा प्रवीण नारायण चौधरी प्रकाश देलनि, संगहि समस्त मंचासीन अतिथिक हाथ सँ स्व. आशावादीक प्रतिमापर सेहो माल्यार्पण कएल गेल।
कविता प्रतियोगितामे कान्तिपुर कालेजक ज्योति यादव पहिल, लर्डबुद्ध कालेजक मुकेश साह दोसर आ लर्डबुद्धकेर रितेश यादव तेसर स्थान प्राप्त कएलनि। सब विजेता लोकनि केँ उपहार, प्रमाण पत्र एवं फूल-माला अबीर लगाकय सम्मानित-पुरस्कृत कएल गेल।
एहि आयोजन मे हेल्प मधेशी, कतार तथा धानुक समाज नेपाल, कतार केर सहयोगक संग एशियन थाई फूड्स प्रा. लि. केर बैनर सहयोग रहबाक जनतब आयोजक मिसू नेपालक विराटनगर ईकाई सँ भेटल। सम्मानित स्रष्टा मे राना सुधाकर, कर्ण संजय, विद्या मिश्र, दयानन्द दिग्पाल यदुवंशी, राम भजन कामत, विरेन्द्र झा, अजित झा, राधा मंडल, पूनम दास कर्ण, नवीन कर्ण, नवीन झा, पिंकी मेहता, बैद्यनाथ ठाकुर, जयराम यादव यदुवंशी, प्रवीण नारायण चौधरी आदि मुख्य छलाह।
जैड़ मे पानिक सिंचाई सँ गाछक वृद्धि आ पोषण तय होएत छैक। एक दिश हम सब अधिकार लेल लड़बाक बात करैत छी आ दोसर दिश भाषिक परतंत्रता केँ अपने माथ पर सिंगार मे सजबैत छी, कियो टोकि दैत अछि तऽ दाँत बिदोरिकय हेँ-हेँ-हेँ करैत किछु बाजिकय लाज केँ भगा दैत छी, आर त आर अपने सँ अपन धिया-पुता केँ अन्य भाषा अंगीकार करबाक लेल हरसंभव प्रयास करैत छी। ई आत्मघात थिकैक से कम सँ कम नेपाल सनक देश मे एकल भाषाक नीति अन्तर्गत अहाँक भाषा संग विभेद सँ परिचित लोक लेल त स्पष्टे अछि, आगामी समय मे एहि तरहक गहिंर मूल्यक आरो बेसी काज होएत रहत एहि प्रतिबद्धताक संग तेजू यादव सभाध्यक्ष अपन संबोधन दैत धन्यवाद ज्ञापन करैत सभाक समापन विद्यापतिक रचना ‘उगना रे मोरा कतय गेलाह’ गाबिकय कएलनि।
हरिः हरः!!